आखिर क्यों की जा रही है डॉक्टर आरतीलाल चन्दानी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग…
इटावा/उत्तर प्रदेश:- जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर की प्रधानाचार्या डॉ. आरतीलाल चन्दानी की वाइरल विडियो को लेकर जमीअत उलमा जिला के अध्यक्ष मौलाना तारिक शम्सी ने कहा कि डॉ. चन्दानी द्वारा एक वीडियो में मुसलमानों व तबलीगी जमात के खिलाफ जिस प्रकार की नफरत से भरी हुई भ्रामक बातें की हैं हम उनके ऐसे दुर्भावनपूर्ण विचारों की हम सख़्त अल्फाज़ में भर्त्स्ना और निन्दा करते हुए स्वास्थ्य मंत्री से यह मांग करते हैं कि वह इस प्रकार की बयानबाजी करने वाली डॉक्टर के विरुद्ध सख्त क़दम उठाएंं और उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करें।
एक संवैधानिक और उच्च पदस्थ अधिकारी विशेष रूप से चिकित्सक जैसे व्यवसाय में कार्यरत डॉ. चन्दानी को इस पद पर होते हुए इस तरह की बात नहीं करना चाहिए। खासतौर से जब एक डॉक्टर इस तरह की बात करता है तो ये उसके लिए बिलकुल भी उचित नहीं है। ऐसा बयान देकर उन्होंने अपनी कुत्सित और दूषित मानसिकता का परिचय दिया है। एक मेडिकल कर्मी के रूप में ली जाने वाली शपथ का उल्लंघन किया है भारतीय चिकित्सा परिषद को भी उनका डिप्लोमा जब्त कर लेना चाहिए और उनको चिकित्सा व्यवसाय करने से रोक देना चाहिए। वाइरल विडियो में डॉक्टर ने जमाती क़ोरोना मरीज़ों को निशाना बनाए हुए कहा है कि इन 30 करोड़ लोगों के वजह से 100 करोड़ की जनता को नुकसान पहुँचाया जा रहा है। इनका इलाज ना करके इन्हें जेल में रखकर इनकी तुड़ाई करनी चाहिए, साथ ही ये भी कहा कि इनको कोई इंजेक्शन देकर किसी जंगल में फेंक देना चाहिए।
पत्रकार नितेश प्रताप सिंह की रिपोर्ट…