किसान नेता सोमवीर यादव ने कहा किसानों के बारे में सरकार को जल्द उचित कदम उठाना चाहिए…

किसान नेता सोमवीर यादव ने कहा किसानों के बारे में सरकार को जल्द उचित कदम उठाना चाहिए…

कोरोना के चलते इस लोकडॉवन में सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को झेलना पड़ रहा है…

जिससे पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है,सभी प्रकार के छोटे बड़े उधोग बन्द पड़े…

आगरा/उत्तर प्रदेश आज कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से पूरा विश्व जूझ रहा है। जिससे पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है।सभी प्रकार के छोटे बड़े उधोग बन्द पड़े हैं।जिसका प्रभाव किसानों को आर्थिक एवँ शारिरिक रूप से झेलना पड़ रहा है।
इधर किसान नेता सोमबीर यादव का कहना है कि दैवीय आपदा,मौसम की मार,अपनी उत्पादित वस्तुओं को बेचने जाता है।तब बिचलियो एवँ दल्लो की मार सरकार की मार सब की मार को हमेशा से किसान ही झेलता आ रहा है।उत्तर प्रदेश का जिला आगरा एक तरह से टूरिस्ट एवँ पर्यटन स्थल है।जिला आगरा पर्यटन नगरी होने की बजह यहाँ की ऐतिहासिक धरोहर ताजमहल,एत्माउद्दौला,सिकंदरा का मकबरा, फतेहपुर सीकरी की दरगाह, लालकिला,कई अन्य ऐतिहासिक इमारतों के दर्शनों के लिए हजारों की संख्या में देशी विदेशी पर्यटकों का आगरा में आना जाना लगातार चलता रहता है।

किसान नेता सोमबीर यादव ने बताया है कि आगरा में चमड़े के जूते चप्पल एवँ अन्य प्रकार के खाद्य सामग्री आगरा के पेठा,दालमोठ,हैंडीक्राफ्ट,तथा अनेक प्रकार के सामानों का राष्ट्रीय एवँ अंतराष्ट्रीय स्तर पर आयात निर्यात बड़े बड़े व्यापारियों के माध्यम से किया जाता हैं।हजारों की संख्या में देश विदेश से आने वाले व्यापारियों,कारोबारियो का आवागमन लोकडॉवन की बजह से बन्द हैं।जिसकी बजह से किसानों का दूध दही सब्जियां,फल फूल की खपत नही हो पा रही हैं।
किसान नेता सोमबीर यादव ने कहा है कि जिसकी वजह से जिला आगरा की सभी होटल इंस्ट्रीज बन्द पड़ी है।जिससे किसानों के द्वारा उत्पादित फल,फूल, सब्जियां,दूध,सस्ता हो गया है।अगर आज लोकडॉवन नही होता तो किसानों को सब्जियों फल फूल और दूध का सही रेट मिल जाता इतना घाटा किसानों को नही झेलना पड़ता जो आज किसानों को झेलना पड़ रहा है। जिसके कारण आज आगरा के किसानों की सब्जियां खेतों में खड़ी खड़ी तथा पड़ी पड़ी नहीं सड़ रही होती।सब्जियों के सस्ती दरों में बिकने का दूसरा कारण इस समय ज्यादातर शादी विवाह कम मात्रा में बिल्कुल ना के बराबर सम्पन्न हो रहें हैं।दावतें बन्द हैं,जिसकी बजह से किसानों के द्वारा उत्पादित वस्तुओं का सही रेट नहीं मिल पा रहा है।सभी प्रकार ढाबे तथा बड़े बड़े फाइव स्टार सेवन स्टार होटल बन्द पड़े हैं।सब्जियों की पैदावार ज्यादा और खपत कम है। इसलिए कोरोना के चलते इस लोकडॉवन में सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को झेलना पड़ रहा है।इसलिए हम सरकार से माँग करते हैं ।कि किसानों के बारे में सरकार को उचित कदम उठाना चाहिए। एवँ किसान नेता लाखनसिंह त्यागी, पंडित प्रदीप शर्मा,मुकेश पाठक, रामनिवास रघुवंशी, दाताराम तोमर, शिवप्रसाद शुक्ला,विनोद शुक्ला,भगवान सिंह,राकेश सौलंकी घनश्याम सिंह नेताजी ने सरकार से माँग की है कि सरकार किसानों के बिजली के बिल फसली ऋण माफ किया जाना चाहिए।अगर किसानों की समस्याओं को शासन प्रशासन ने नही सुना तो सड़कों पर उतर कर आंदोलन होगा।जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…