किसान नेता सोमवीर यादव ने कहा है कि शासन प्रशासन के नुमाइंदे किसानों के लिए बड़े बड़े वायदे और घोषणाएं करते हैं…

किसान नेता सोमवीर यादव ने कहा है कि शासन प्रशासन के नुमाइंदे किसानों के लिए बड़े बड़े वायदे और घोषणाएं करते हैं…

लेकिन किसानों तक एवँ जमीनी स्तर पर उक्त सभी घोषणाये और वादे खोखले साबित होते…

आगरा/उत्तर प्रदेश आज कोरोना और लोकडॉउन के चलते इस समय देश का मजदूर और किसान विशेष आपदा औऱ विपरीत परिस्थितियों से गुजर रहा है,अगर किसान नहीं होता तो इस लोकडॉउन मे कारोबारी,व्यापारी,अधिकारी,डॉक्टर, शिक्षक,उधोगपति,पूंजीपतियों को दाने- दाने को मोहताज होना पड़ता।
आज हर किसी के पेट की भूख को किसान ही मिटा रहा है।लेकिन दूसरों का पेट भरने वाला अन्नदाता खुद आर्थिक परेशानियों को झेल रहा है।

किसान नेता सोमवीर यादव ने कहा है कि शासन प्रशासन के नुमाइंदे किसानों के लिए बड़े बड़े वायदे और घोषणाएं करते हैं। लेकिन किसानों तक एवँ जमीनी स्तर पर उक्त सभी घोषणाये और वादे खोखले साबित होते हैं।
किसान नेता सोमवीर यादव ने बताया है कि जिला आगरा के जिलाधिकारी श्री प्रभू नारायण सिंह जी ने अभी विगत दिनों पहले व्यापारियों,बड़े बड़े कारोबारियों, पूंजीपतियों,उधोगपतियों को बुलाकर समस्याओं को पूछा और विचार विमर्श किया।और उन लोगों की समस्याओं को सुलझाने का काम किया।लेकिन किसानों की समस्याओं के लिए जिलाधिकारी महोदय के पास समय नही है।
किसान नेता सोमवीर यादव ने कहा है कि हम सभी किसान संगठनों ने कई बार जिलाधिकारी महोदय को लोकडॉउन के चलते मीडिया के माध्यम से अवगत कराया है कि इस समय किसान घाटा झेल रहे हैं। किसानों की कई बिजली,नहरों में पानी,के सी सी एवं खेतों में सब्जियां सड़ रही हैं।सही तरीके से किसानों के उत्पादन का बाजारीकरण नही हो पा रहा है।कई अन्य तमाम तरह की समस्या है।इन सभी समस्याओं को लेकर किसान जिलाधिकारी महोदय से बात करना चाह रहे हैं।जिसमें लोकडॉउन के चलते सामाजिक दूरी का विशेष पालन करते हुए किसान नेता जिलाधिकारी महोदय से वार्ता करना चाह रहे हैं लेकिन जिलाधिकारी महोदय के पास किसानों की समस्याओं को सुलझाने तथा किसानों की समस्याओं को सुनने का समय नही है।

किसान नेता सोमबीर यादव ने कहा है जिलाधिकारी महोदय व्यापारियों, उधोगपतियों, पूंजीपतियों कारोबारियों की समस्याओं को सुन सकते हैं तो देश के अन्नदाताओं की समस्याओं को सुनकर समाधान करवाइये।अगर किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो किसान सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…