ईद पर नए कपड़े बनवाने की बजाय करेंगे गरीबों की मदद…
मुजफ्फरनगर जानसठ। शनिवार को चांद दिखाई देता है तो ईद रविवार को होगी और अगर रविवार को चांद दिखेगा तो सोमवार को त्यौहार मनाया जाएगा। इस बार ईद की नमाज भी घरों पर ही अदा की जायेगी।
कोरोना संक्रमण के चलते इस बार त्यौहर लोगों नें बहुत ही सादगी के साथ मनाने का फैसला लिया है। ईद में लोग घरों में पकवान कम बनाएंगे लेकिन बजट का 50 फीसदी गरीबों पर खर्च करेंगे। काफी लोग ईद पर नए कपड़े भी नहीं बनवाएंगे और जो गरीब परिवार कपड़े और खाना नहीं ले सकते है उनकी मदद करेंगें।
ईद खुशियों का त्यौहार है और इस समय कोरोना वायरस की वजह से सभी परेशान हैं ऐसे में सादगी के साथ ईद मनाने का फैसला लिया है। दोस्तों व रिश्तेदारों से मिलने जाने की बजाय उन्हें फोन के माध्यम से ईद की बधाई देंगें। ईद के मौके पर मुल्क में खुशहाली और बीमारी के खात्मा के लिए दुआ की जाएगी और सोशल डिस्टेंस का पालन करना है । जानसठ निवासी इमामुद्दीन इरफान आसिफ जीशान सन्नो बेगम आबिदा अशफाक अफसाना मुनीशा आदि नें कहा कि जान है तो जहान है और सभी लोगों का स्वस्थ रहना जरूरी है। परिवार के सदस्यों के साथ ही ईद मनाएंगे। ईद पर खुद व परिवार के सदस्यों के नए कपड़ें नहीं बनवा रहे हैं और कपड़ों व अन्य कामों में खर्च होने वाले रुपयों से गरीबों को राशन व कपड़े देने का फैसला लिया है। उन्होंने सभी लोगों से अपील की है कि वे ईद पर जरूरतमंदों की ज्यादा से ज्यादा मदद करें।
पत्रकार कबीर रिज़वान अली की रिपोर्ट…