अनुकरणीय: कदम-दर-कदम योगी आदित्यनाथ साबित कर रहे हैं कि राजधर्म क्या है…

अनुकरणीय: कदम-दर-कदम योगी आदित्यनाथ साबित कर रहे हैं कि राजधर्म क्या है…

फोरलेन के रास्ते में आ रही गोरखनाथ मंदिर की दीवार/दुकानों पर मुख्यमंत्री ने चलवाया बुलडोजर…

“जनता की भलाई के मामले में कोई समझौता नहीं- जनहित व विकास एक दूसरे के पूरक”

उत्तर भारत के प्रमुख मंदिरों में शुमार है गोरखनाथ मंदिर…

लखनऊ/गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज फिर एक बार साबित कर दिया कि राजधर्म क्या होता है… फर्ज क्या होता है…नियम सबके लिए बराबर होते हैं। जी हां अपने पिता के निधन पर कोरोना आपदा के चलते अंतिम संस्कार में न शामिल होने वाले योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर-सोनौली राज मार्ग के लिए बन रहे फोर लेन के रास्ते में आ रही गोरखनाथ मंदिर की दीवार व कुछ दुकानों पर आज बुलडोजर चलवा दिया। जब मंदिर की दीवार पर लखनऊ से बुलडोजर चलवाए जाने का आदेश आया तो एक बार तो सड़क के चौड़ीकरण के निर्माण में लगे अधिकारियों को सहसा विश्वास ही नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके साथ ही एक बड़ा संदेश भी दिया है कि अगर विकास के लिए गोरखनाथ मंदिर की दीवार/दुकाने ढहाई जा सकती हैं तो किसी भी मंदिर, मस्जिद, चर्च व गुरुद्वारे का अगर कोई हिस्सा विकास के आड़े आता है तो उसे भी हटाया जा सकता है, और इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। यहां यह उल्लेखनीय है कि गोरखपुर के बाबा गोरखनाथ मंदिर का उत्तर भारत के प्रमुख मंदिरों में शुमार होता है। यह करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक भी है।
गोरखनाथ मंदिर उस नाथपंथ का मुख्यालय है जहां से योगी आदित्यनाथ ताल्लुक रखते हैं। मुख्यमंत्री गोरक्षापीठ के पीठाधीश्वर भी हैं। गोरखपुर-मोहद्दीपुर से जंगल कौड़ियां के बीच बन रहे इस फोरलेन के रास्ते में आने वाले किसी मकान व दुकान के स्वामी को उसके ढहाए जाने पर आपत्ति न हो इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर की दीवार ढहाए/दुकाने ढहाए जाने का आदेश दिया। इस फोरलेन के बनने से गोरखनाथ मंदिर, धर्मशाला, मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट, और नंदानगर होते हुए एयरपोर्ट तक आना-जाना आसान हो जाएगा।
अभी-अभी: मुख्यमंत्री योगी पहुंचे गोरखपुर
खबर लिखे जाने तक पता चला है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंच गए हैं, वे गोरखनाथ मंदिर में दर्शन करने के साथ ही सोनौली फोरलेन के चौड़ीकरण व अन्य विकास कार्यों का जायजा लेंगे। इसी फोरलेन के लिए मठ की बाउंड्री व कुछ दुकानों को तोड़ा गया है। (22 मई 2020)
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की खास रिपोर्ट, , ,