कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए प्रशासन द्वारा बाहर से आये लोगों को क्वारेन्टाइन करने के लिए प्रशासन ने बेहतर इंतजाम किये…
फर्रुखाबाद/ उत्तर प्रदेश:- कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए प्रशासन द्वारा बाहर से आये लोगों को क्वारेन्टाइन करने के लिए प्रशासन ने बेहतर इंतजाम किये हैं लेकिन कुछ जिम्मेदार राहत प्रयासों को पलीता लगाने में पीछे नहीं हैं। एनएकेपी इण्टर काॅलेज में बनाये गये क्वारेन्टाइन सेंटर में रात बाहर से ताला डालकर लेखपाल ने अपनी जिम्मेदारी से इतिश्री कर ली। सुबह देर तक गेट न खुलने से अन्दर रहे लोगों ने जमकर हंगामा काटा। कोई सुनवाई न होने पर स्थानीय लोगांे ने बच्चों के लिए बिस्किट और दूध मुहैया कराकर इंसानियत की परिभाषा को चरितार्थ किया।
कोविड-19 महामारी से निपटने में जिला प्रशासन कोई भी कमी नहीं छोड़ी लेकिन कुछ जिम्मेदार प्रशासन की व्यवस्थाओं को पलीता लगाने में जुटे हैं। सदर तहसील में तैनात लेखपाल रोशनलाल ने बीती रात एनएकेपी इण्टर काॅलेज क्वारेन्टाइन सेंटर में बाहर से ताला डालकर घर जाना मुनासिब समझा। यह बात जरूर थी कि रात में यहां रुकना जरूरी नहीं था लेकिन सुबह देर तक जब ताला नहीं खुला तो अन्दर मौजूद बच्चों की भूख देख परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। गेट पीटने की आवाज सुनकर स्थानीय लोगांे ने बच्चों के लिए दूध, बिस्किट आदि बाहर से मुहैया कराया। कांग्रेस की महिला नेत्री अनुपमा शर्मा ने जिलाधिकारी से कार्रवाई की मांग की है।
पत्रकार राहुल सिंह चौहान की रिपोर्ट…