जनपद के कई गेहूँ क्रय केन्द्रों पर पसरा सन्नाटा…
बारदाना न होने के कारण नही खरीदा जा रहा है किसानों का गेंहूँ…
इटावा/उत्तर प्रदेश-: जिले में किसानों को राहत के नाम पर सिर्फ दिलासा ही दी
जा रही है। एक तो किसान कई वर्षों से दैवीय आपदाओं से परेशान चला आ रहा है। जिससे किसानों की हालत खराब
बनी हुई है।उस पर कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन
के चलते किसानों के लिए अब्यवस्थाओ का अंबार लगा हुआ है। सरकार की व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। किसानों को गेहूँ का बाजिव दाम मिले इसके लिए सरकार द्वारा लूभावने वादे किये जाते है। जबकि हकीकत इससे कोषो दूर है ।व्यापारी मनमाने तरीके से गेहूँ क्रय कर रहे है। तो सरकारी क्रय केन्द्रों मैं गेहूँ रखने की सुविधा नही है। कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिलाध्यक्ष उदय भान सिंह यादव ने बताया कि बकेवर ,बलराई, तिजोरा, मेंहदीपुर लाखी, मुकुतपुर ऊसराहार आदि दर्जनों क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा देखा जा रहा है बात की तो पता चला कि गेहूँ रखने हेतु बारदाना नही है। तथा अनाज की क्रय केन्द्र से सप्लाई नहीं हो रही हैं। इसलिए और अधिक गेहूँ क्रय करने में असमर्थ हैं। साथ ही पूर्व जिलाध्यक्ष ने कहा कि क्रय केन्द्रों को सुचारु रूप से चालू किया जाये ताकि बाजिव मूल्य किसानों को मिल सके।हम प्रशासन से मांग करते है कि उचित ब्यवस्था बनायी जाये।
पत्रकार नितेश प्रताप सिंह की रिपोर्ट…