पशुओं में बढा खुरपका-मुंहपका रोग का खतरा…
बीमारी की दस्तक से पशुपालकों के चेहरे पर दिखीं चिंता की लकीरें…
इटावा-उदी/बढ़पुरा बदलते मौसम के इस दौर में खुरपका-मुंहपका रोग मवेशियों विशेषकर दुधारू जानवरों को अपनी चपेट में ले रहा है। जिससे उदी गांव के पशुपालकों के चेहरे पर चिंता की लकीरें छाई हुई हैं।
वही ग्राम वासियों का कहना है कि खुरपका-मुंहपका जैसी बीमारी के लिए अक्सर पशु चिकित्सा विभाग की ओर से टीकाकरण अभियान चलाया जाता है। मगर इस बार जानवरों के लिए ऐसे किसी भी टीकाकरण को नहीं किया गया है। जिसकी बजह से जानवरों में यह बीमारी बढ़ती दिखाई दे रही है।
कुछ ग्रामीणों द्वारा उदी मोड़ चौराहे पर पशु अस्पताल मैं दूरभाष द्वारा इस बीमारी के बारे में अवगत कराया तो अस्पताल के स्टाफ ने कहा की आप अस्पताल में आकर लिखित आवेदन दें तत्पश्चात कोई कार्यवाही की जाए।
वही बात करें खुरपका-मुंहपका विभक्त खुर वाले पशुओं के लिए अत्यंत घातक विषाणु जनित बीमारी है। गाय भैंस आदि पशुओं को अपने चपेट में लेती है। इसकी चपेट में आने से पशु कमजोर, सुस्त होने के साथ-साथ चारा भी त्याग देता है। और दुधारू पशु का दूध सूखने (कम होने) लगता है।
अगर समय से इसकी देखभाल न की जाए तो पशु की मौत भी हो सकती है।
विकासखंड बढ़पुरा के उदी गांव में कई जानवरों को इस बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया।
जिससे ग्रामीणों की मांग है कि जिला पशु स्वास्थ्य विभाग द्वारा जल्द से जल्द इस रोग से ग्रसित पशुओं के लिए टीकाकरण किया जाए। जिससे इस बीमारी को और जानवरों में भी फैलने से रोका जा सके।
पत्रकार नितेश प्रताप सिंह की रिपोर्ट…