साम्प्रदायिकता का ज़हर कितना भी घोलो, हमने देशभक्ति का अमृत पिया है हमें कुछ नहीं होगा :- सच्चा भारतीय…

 

लखनऊ। हिन्द वतन समाचार..

साम्प्रदायिकता का ज़हर कितना भी घोलो, हमने देशभक्ति का अमृत पिया है हमें कुछ नहीं होगा :- सच्चा भारतीय…

आज जिस तरह भारत के सभी प्यारे देशवासी कोरोना वायरस “कोविड-19” जैसी भयानक महामारी के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं वैसे ही सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म पर हिन्दू मुस्लिम की ज़्यादातर पोस्ट में हो रही बहस से एक बात तो साफ ज़ाहिर है कि कुछ राजनीतिक पार्टियों और कुछ बिके हुए न्यूज़ चैनलों एवं उनके एंकरों ने अपने ज़ाती फायदे यानी स्वार्थ के लिए लोगों में साम्प्रदायिकता का कड़वा ज़हर “वायरस” तो घोल दिया गया है…..

सोशल मीडिया का सकारात्मक पहलू भी है, वो भी समझिए

मगर खुशी की बात ये है कि अपने देश मे हुई कुछ जाहिलाना और गम्भीर घटनाओं को छोड़कर ये कड़वा ज़हर पूरी तरह से नाकाम नज़र आ रहा है यानि अपने देश में रहने वाले देश के कुछ जाहिल दुश्मनों (जिनका अपने स्वार्थ के आगे न तो देश है और न ही कोई धर्म, चाहे वो किसी भी जाति या धर्म के हों) के ज़रिए फैलाया गया ये ज़हर अपना काम नहीं कर पा रहा है…,
कुछ दलाल मीडिया के बिके हुए देश के ग़द्दार एंकरों एवं TV चैनल्स को छोड़कर देखें तो सोशल मीडिया पर हिन्दू और मुस्लिमों के साथ ही सिक्खों, ईसाइयों, बौद्धों, पारसियों, दलितों और न जाने कितने सम्प्रदाओं, जातियों और धर्मों के लोगों के बीच की बहस में अगर ग़ौर करें तो आज भी अपने प्यारे देश भारत की अनेकता में एकता और अखण्डता की झलक दिखती है और यही नहीं इन बहसों में वतन की मोहब्बत के साथ ही अपने वतन के लोगों से वतन के लोगों की मोहब्बत और इसकी मिट्टी की खुशबू महसूस की जा सकती है…

जाहिल दुश्मनों के ज़रिए फैलाया ज रहा ज़हर अपना काम नहीं कर पा रहा है…

क्योंकि सिर्फ कुछ जाहिलों को छोड़कर सभी बहसा बहसी करने वाले या वैचारिक मतभेदों के चलते लड़ाई करने वाले लोग “चाहे वो किसी भी जाति या धर्म के हों” एक दूसरे को अभी भी प्यार करते हैं और भारतीय संस्कृति का दामन कस के पकड़े हुए हैं और एक दूसरे को इन शब्दों से संबोधित कर रहे हैं जैसे…👉 सुनिए तो बड़े भैया आप ठीक कह रहे हैं मगर, जी ब्रह्ताश्री, छोड़ो मेरे अनुज, भैया जी सुनिए तो, भाईजान ये बात नहीं है, अरे बड़े भाई, तुसी तो साडे वड्डे प्रा हो जी, मैं तो त्वाडा छोटा प्रा हूँ जी, You are right my Brother but, My Uncle, Good Bro., देखिये चाचा, सुनिए चच्चा/चचा, अंकल जी, बहन जी, आंटी जी, आप पिता तुल्य हैं, आप मेरे अब्बू/वालिद जैसे हैं, आंटी आप मेरी अम्मी की तरह हैं, आप मेरी दीदी जैसी हैं, मेरी मां हैं आप, बाजी सुनिए तो, मैं आपका छोटा भाई हूँ, तुम नादान हो तुम्हें ज्ञान नहीं, मैं बताता हूँ, इतिहास पढ़ो, संविधान पढ़ो फिर बहस करना, जैसे न जाने कितने ही भाईचारे वाले शब्दों का इस्तेमाल/प्रयोग बताता है कि हम आपस मे दुश्मन नहीं हैं बल्कि हम ऐसे लोगों के बहकावे में आकर अपने देश, देश की एकता, अखण्डता और पूरी दुनिया मे मशहूर/प्रसिद्ध अपने देश की संस्कृति को अनाथ छोड़कर न जाने किस राह पर चल पड़े हैं…

सच्चा भारतीय “कोविड-19” के साथ ही देश के दुश्मनों को भी हरा देगा, ज़रा ध्यान दें…*

मगर अभी भी कुछ बिगड़ा नहीं है, अभी हम सब अटूट हैं और एकता अखण्डता की अटूट डोर से बंधे हैं, आओ हम सब अपने धर्मों की आस्था एवं श्रद्धा को अपने मन रखते हुए अपने पूर्वजो और ग्रंथों द्वारा बताए गए तरीके से ईश्वर की पूजा/इबादत करें, क्योंकि कोई भी धर्म किसी भी व्यक्ति को उसके धर्म के हिसाब से पूजा या इबादत करने से नहीं रोकता है, तो अपने स्वार्थ के लिए ये चंद बिके हुए लोग क्या रोक पाएंगे…
मगर हर धर्म/मज़हब ये कहता है कि किसी भी धर्म/मज़हब से पहले और सबसे बड़ा धर्म/मज़हब तो देश/वतन ही है और इसपर मर मिटने या अपने देश के ज़र्रे ज़र्रे को बचाने के लिए शहीद हो जाने पर ही असली मोक्ष, आत्मशांति या रूह को तसल्ली प्राप्त होता है या सीधे जन्नत/स्वर्ग मिलती है…
इस लिए मैं एक भारतीय होने के नाते अपने देश पर मर मिटने वाले अपने सभी प्यारे और मासूम देशवासियों/भाइयों से दिल की गहराइयों से इल्तेजा के साथ अपील करता हूँ कि अभी भी सब कुछ आपके, हमारे यानि हम सब के हाथों में है कि हम हमारी संस्कृति, हमारी सभ्यता, हमारी अनेकता में एकता, अखण्डता, गंगा जमनी तहज़ीब एवं आपसी भाईचारे को बचा कर अपने देश की पुरानी शान शौकत को हमेशा की तरह कायम रखते हुए हमेशा की तरह पूरी दुनिया के लिए मिसाल पेश करते रहें…

आइये एक साथ मिलकर कसम खाएं और प्रण लें कि हम एक साथ मिलकर अपने देश को कोरोना वायरस “कोविड-19” जैसी महामारी से लड़कर जीतने के लिए सरकार का भरपूर सहयोग करेंगे, साथ ही अपने प्यारे भारत देश के गद्दारों को मुंह तोड़ जवाब देंगे और किसी भी रूप को धारण किये हुए अपने देश के दुश्मनों को अपनी पावन धरती से मिटा देंगे और अपने प्यारे देश भारत की अनेकता में एकता और अखण्डता को बाहरी और अंदरूनी दुश्मनों से हिफाज़त करते रहेंगे….

जय हिन्द…🇮🇳
जय भारत…🇮🇳
जय भारतीय…🇮🇳

जुनैद खान “पठान” की क़लम से…