योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट पंचतत्व में विलीन…
पिता के साथ योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो) 👆
फूलचट्टी में हुआ अंतिम संस्कार: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री एवं बाबा रामदेव ने पुष्पांजलि अर्पित कर दी श्रद्धांजलि…
“23 करोड़ जनता के लिए राजधर्म का पालन पहले” 👆
23 करोड़ जनता के लिए राजधर्म का पालन पहले, मुख्यमंत्री अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए: बड़े बेटे ने दी मुखाग्नि…
लखनऊ/फूलचट्टी/ऋषिकेश/(उत्तराखंड)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का आज ऋषिकेश के फूलचट्टी शमशान घाट पर सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि योगी आदित्यनाथ के बड़े भाई मनेंद्र सिंह बिष्ट ने दी। इससे पूर्व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, मंत्री धनसिंह रावत, योग गुरु बाबा रामदेव ने शव पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हे श्रद्धाजंलि दी। अंतिम संस्कार से पूर्व सलामी दी गई। करीब साढ़े 9 बजे श्री विष्ट के का अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम संस्कार में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए परिवार के सदस्य सीमित संख्या में शामिल हुए, इसका योगी आदित्यनाथ ने कल मां को पत्र लिखकर आग्रह भी किया था।
*मुख्यमंत्री द्वारा टीम-11 के साथ बैठक के समय उनके पिता के निधन पर रखा गया दो मिनट का मौन, दी गई श्रद्धांजलि* 👆
श्री बिष्ट ने कल दिल्ली के एम्स अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। लखनऊ में जब ये खबर पहुंची थी उस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ टीम-11 के साथ कोरोना पर बैठक कर रहे थे, उन्हे जब उनके पिता के निधन की सूचना दी गई तो उनकी आंखों में आंसू आ गए। मुख्यमंत्री ने दो मिनट के मौन के बाद अधिकारियों के साथ बैठक जारी रखी थी। वैश्विक आपदा कोरोना महामारी के चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी मां को पत्र लिखकर कहा था कि अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होंगे, लाॅकडाउन खत्म होने के बाद घर आयेंगे।श्री बिष्ट वन विभाग के रेंजर के पद से 191मे रिटायर होने के बाद से गांव में रह रहे थे।
गोरक्ष पीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट को 13 मार्च को एम्स में भर्ती कराया गया था। उन्हे लिवर और किडनी की परेशानी थी। सीएम योगी का परिवार उत्तराखंड के पौढ़ी गढ़वाल के यमकेश्वर-फूलचट्टी में रहता है। योगी आदित्यनाथ कुल 7 भाई-बहन हैं, इसमें वो दूसरे नंबर पर आते है। बता दें उनके बेटे और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ काफी पहले अपना परिवार छोड़ चुके हैं।
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,