असम में न्याय यात्रा पर ”सुनियोजित हमलों” के विरोध में 22 जनवरी को प्रदर्शन करेगी कांग्रेस…

असम में न्याय यात्रा पर ”सुनियोजित हमलों” के विरोध में 22 जनवरी को प्रदर्शन करेगी कांग्रेस…

नई दिल्ली, 22 जनवरी । कांग्रेस ने असम में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के काफिलों पर ”सुनियोजित हमले” होने का दावा करते हुए घोषणा की है कि वह इन हमलों के विरोध में सोमवार शाम को देश भर में प्रदर्शन करेगी।

रविवार को देर रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि असम में यात्रा के प्रवेश करने के बाद से ”भारत में सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री अपने गुंडों का इस्तेमाल कर हमारे काफिलों, संपत्ति और नेताओं पर लगातार हमले कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, ”यह एक ऐसा मामला है जिसे हर भारतीय को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फासीवाद और गुंडागर्दी को उजागर करता है। पूरे भारत में सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया जाता है कि वे कल शाम बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करें और उजागर करें कि कैसे (नरेन्द्र) मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा असम में अपने मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के माध्यम से लोकतंत्र की हत्या कर रही है।”

उन्होंने कहा, ”सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के लिए हमारी लड़ाई निरंतर जारी रहेगी।”

सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के प्रमुखों, राज्य प्रभारियों, पार्टी सचिवों, अनुषंगिक संगठनों, विभागों और प्रकोष्ठों के प्रमुखों को लिखे अपने पत्र में वेणुगोपाल ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में 14 जनवरी को मणिपुर में शुरू हुई ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश से होते हुए अब असम में प्रवेश कर गई है और यात्रा सफलतापूर्वक जारी है।

उन्होंने कहा, ”अफसोस की बात है कि… जैसा कि आप जानते हैं कि खासकर असम में भाजपा, उसके सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा इस शांतिपूर्ण यात्रा को बाधित करने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं।”

कांग्रेस नेता ने कहा, ”पिछले दो दिनों में हमने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के काफिलों पर योजनाबद्ध हमले और इन उपद्रवियों द्वारा हमारी यात्रा के पोस्टरों को फाड़ने की घटनाएं देखी हैं।”

वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि आज भाजपा कार्यकर्ताओं की सुनियोजित तरीके से इकट्ठा की गई भीड़ ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाले काफिले पर ”हमला” किया जिसके परिणामस्वरूप कांग्रेस की असम इकाई के प्रमुख सहित कई पार्टी नेता घायल हो गए।

उन्होंने कहा कि आज शाम भाजपा समर्थित ”गुंडों” ने न्याय यात्रा पर एक बार फिर हमला किया।

उन्होंने कहा, ”यह और कुछ नहीं, बल्कि असम के मुख्यमंत्री और केंद्र की भाजपा नीत सरकार की प्रशासनिक विफलताओं और भ्रष्टाचार को छिपाने का एक हताश प्रयास है।”

वेणुगोपाल ने कहा, ”हमारे मुद्दे को दबाने के ऐसे प्रयासों के सामने यह जरूरी है कि हम मजबूत और एकजुट रहें। हमारा सामूहिक प्रतिरोध सिर्फ इन हमलों का जवाब नहीं है बल्कि यह न्याय के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता की घोषणा है।”

उन्होंने कहा, ”हम कुछ लोगों की हताशा भरी कार्रवाइयों को हमें अपने मिशन से डिगाने की इजाजत नहीं दे सकते।”

वेणुगोपाल ने कहा कि इन घटनाओं के मद्देनजर अनुरोध है कि पीसीसी द्वारा राज्य और जिला मुख्यालयों में सोमवार शाम 22 जनवरी को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाए जिसमें हमारे वरिष्ठ नेता और पार्टी पदाधिकारी शामिल हों।

उन्होंने कहा, ”आइए, हम ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर इन घृणित, नियोजित हिंसक हमलों का कड़ा विरोध करने के लिए एक साथ आएं।”

रविवार को ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान असम के सोनितपुर जिले में असम कांग्रेस प्रमुख भूपेन कुमार बोरा पर कथित तौर पर हमला किया गया जबकि महासचिव जयराम रमेश की कार को निशाना बनाया गया।

पार्टी ने बोरा पर हुए हमले में भाजपा विधायक और उनके समर्थकों की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए न्यायिक जांच की मांग की है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी रविवार शाम असम के नगांव जिले में सड़क किनारे एक भोजनालय में भीड़ ने घेर लिया।

भीड़ ने वायनाड सांसद के खिलाफ नारे लगाए और सामागुरी कांग्रेस विधायक रकीबुल हुसैन का जिक्र करते हुए ‘अन्याय यात्रा’ और ‘रकीबुल वापस जाओ’ जैसे नारे लिखी तख्तियां भी दिखाईं।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…