पंकज त्रिपाठी नहीं बनना चाहते थे पुजारी या किसान, इसलिए बदला था अपना सरनेम…
मुंबई, 10 जनवरी । बॉलीवुड में पंकज त्रिपाठी को एक बहुमुखी अभिनेता के रूप में जाना जाता है। पंकज त्रिपाठी ने अपनी एक्टिंग से दर्शकों के मन में खास जगह बनाई है। पंकज त्रिपाठी का असली नाम पंकज तिवारी था। उन्होंने अपना मूल नाम बदलकर त्रिपाठी रख लिया है।
पंकज त्रिपाठी का असली उपनाम तिवारी है। पंकज त्रिपाठी के पिता भी अपना उपनाम तिवारी लगाते थे, लेकिन पंकज ने अपना सरनेम बदलकर तिवारी से त्रिपाठी रख लिया। एक इंटरव्यू में पंकज त्रिपाठी ने सरनेम बदलने के पीछे की वजह बताई। उन्होंने कहा, “इतिहास में शायद यह पहली बार होगा कि किसी पिता का नाम उसके बेटे के नाम पर रखा गया है। मैं 10वीं का एडमिशन फॉर्म भर रहा था। मेरे चाचा का सरनेम त्रिपाठी था और वह सरकार में एक अधिकारी थे। एक और व्यक्ति थे जिनका अंतिम नाम त्रिपाठी था। वे हिन्दी के प्रोफेसर थे, लेकिन मेरा अंतिम नाम तिवारी था। इस नाम के व्यक्ति या तो पुजारी थे या किसान। मैंने सोचा कि यह सब अंतिम नाम के कारण था।
पंकज त्रिपाठी ने आगे कहा, “मैं कभी भी किसान या पुजारी नहीं बनना चाहता था। इसलिए मैंने फॉर्म में अपना नाम त्रिपाठी लिखा। फिर मैंने सोचा कि मैं अपने पिता का नाम तिवारी नहीं लिख सकता, क्योंकि इसे अस्वीकार किया जा सकता है। इसलिए मैंने उनका नाम भी बदल दिया।”
पंकज त्रिपाठी ने बिहार में अपने गृहनगर बेलसंड में अपने बचपन की भी यादें ताजा कीं। पंकज त्रिपाठी ने कहा, “बचपन में मैं साइकिल स्टंट करता था, क्योंकि एक लड़का ऐसे स्टंट करके लड़कियों के बीच बहुत लोकप्रिय था। मैं 7वीं या 8वीं कक्षा में पढ़ता था। उस समय स्कूल में एक धीमी साइकिल रेस का आयोजन किया गया था, रेस जीतने वाला लड़का लड़कियों के बीच बहुत प्रसिद्ध हो गया। ये मैंने भी सीखा। मैंने सोचा था कि मैं अगले साल विजेता बनूंगा, लेकिन मैं हार गया।
पंकज त्रिपाठी के वर्क फ्रंट की बात करें तो कुछ महीने पहले उनकी फिल्में ‘ओह माय गॉड-2’ और ‘फुकरे-3’ रिलीज हुई थीं। हाल ही में उनकी वेब सीरीज ‘कड़क सिंह’ ओटीटी पर रिलीज हुई है। अब पंकज जल्द ही ‘मैं अटल हूं’ में नजर आएंगे। इस फिल्म में उन्होंने दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का किरदार निभाया है। यह बायोपिक 19 जनवरी को रिलीज होगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…