टोल प्लाजा पर 50 सेकेंड में निकलेंगी गाड़ियां, 20 मीटर आगे लगेंगे फास्टैग सेंसर…

टोल प्लाजा पर 50 सेकेंड में निकलेंगी गाड़ियां, 20 मीटर आगे लगेंगे फास्टैग सेंसर…

केंद्र सरकार देश के टोल प्लाजा पर लगी इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (ईटीसी) तकनीक को विश्व स्तरीय बनाने जा रही है। इससे वाहन चालक 50 सेकंड में फास्टैग से ऑनलाइन टोल टैक्स का भुगतान कर सकेंगे। साथ ही सहूलियत के लिए ट्रक व कार के लिए टोल लेन पृथक करने की भी योजना है। वहीं, वाहनों में लगे फास्टैग टोल भुगतान में आ रही अड़चनों को देखते हुए केंद्र सरकार सभी टोल प्लाजा पर बैरियर केबिन से आगे फास्टैग रीडिंग सेंसर लगाने की तैयारी में है।

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के इस हफ्ते के आंकड़ों के अनुसार 1.60 करोड़ फास्टैग की बिक्री हो चुकी है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रतिदिन 1.20 लाख फास्टैग बेचे जा रहे हैं। मंत्रालय ने सभी 544 टोल प्लाजा में ईटीसी तकनीक लगा दी है। इससे फरवरी में प्रतिदिन 70 करोड़ (75 फीसदी) ऑनलाइन टैक्स भुगतान हुआ है। जबकि गत वर्ष जुलाई में यह 19 करोड़ (29 फीसदी) प्रतिदिन था।

हेल्पलाइन पर माह में 15 हजार शिकायतें: फास्टैग को लेकर आ रही परेशानी से निपटने के लिए मंत्रालय ने हेल्पलाइन नंबर 1033 को अपग्रेड कर दिया है। 1033 हेल्पलाइन नंबर पर प्रति माह 15,000 से अधिक शिकायतें आ रही हैं। इसमें 55 फीसदी शिकायतें टोल प्लाजा पर लगे सेंसरों द्वारा वाहन के फास्टैग को रीड नहीं करने से जुड़ी हैं। इससे ऑनलाइन भुगतान नहीं हो पा रहा है। देरी होने से वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। इससे लोग घंटों परेशान रहते हैं।

20 मीटर आगे लगेंगे फास्टैग सेंसर: अधिकारी ने बताया कि फास्टैग अभी नई तकनीक है जिससे कुछ अड़चने आ रही हैं। टोल प्लाजा पर सेंसर बैरियर के पास लगे हैं। सेंसर फास्टैग को समय पर रीड नहीं कर पा रहे हैं। अब मंत्रालय ने सेंसर को केबिन के 20 मीटर अधिक आगे लगाने के निर्देश दिए हैं। इससे वाहन के केबिन तक पहुंचने से पहले ही सेंसर फास्टैग रीड कर लेगा और ऑनलाइन टोल टैक्स भुगतान हो जाएगा। वहीं, अभी ट्रक-कार के लिए पृथक लेन नहीं है। बड़े वाहनों के आगे खड़े होने से भी सेंसर फास्टैग रीड नहीं करते हैं। इसलिए जल्द ही ट्रक-कार की लेन पृथक करने की योजना है।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग: प्राधिकरण (एनएचएआई) के अध्यक्ष एसएस सिंधू ने बताया कि सेंसरों को टोल प्लाजा से आगे लगाने के निर्देश दे दिए हैं। इनफोर्समेंट टीमें इसे लागू करा रही हैं। आरएफआईडी की मदद से फास्टैग से टोल टैक्स भुगतान की तकनीक को विश्वस्तरीय बना जा रहा है। इससे जाम नहीं लगेगा और वाहन चालक 50 सेकेंड में भुगतान कर सकेंगे। हालांकि, फास्टैग नियम लागू होने के बाद समय घटा है जोकि पहले 20 मिनट अथवा इससे अधिक होता था।

ये कदम उठाए गए :

– ईटीसी तकनीक को विश्व स्तरीय बनाने के लिए सभी टोल प्लाजा के बुनियादी ढांचे में मजबूत किया जा रहा है।
– सार्वजनिक उपक्रम इंडियन हाईवे मैनेजमेंट कंपनी (आईएचएमसी) व टोल प्लाजा कंपनियों के सर्वर को अपग्रेड करना शामिल है।
– सरकार ने 15 दिसंबर, 2019 से सभी वाहनों के लिए फास्टैग अनिवार्य कर दिया है। टोल प्लाजा पर 25 फीसदी लेन पर नगद भुगतान की सुविधा दी है। फास्टैग लेन में बिना फास्टैग वाहन के घुसने पर दोगुना टोल टैक्स देना होता है।