बान की मून, तीन राजनयिक संरा में ‘दिवाली पावर ऑफ वन’ पुरस्कार से सम्मानित…
संयुक्त राष्ट्र, 12 दिसंबर । संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की-मून और तीन अनुभवी राजनयिकों को ”सभी के लिए एक अधिक परिपूर्ण, शांतिपूर्ण और सुरक्षित दुनिया” बनाने में उनके निस्वार्थ प्रयासों के लिए वार्षिक ‘दिवाली पावर ऑफ वन अवार्ड्स’ से सम्मानित किया गया है। इस पुरस्कार को ‘कूटनीति का ऑस्कर’ कहा जाता है।
संयुक्त राष्ट्र के पूर्व प्रमुख को ‘दिवाली फाउंडेशन यूएसए’ द्वारा आयोजित ‘2023 दिवाली स्टैम्प – द पावर ऑफ वन अवार्ड’ समारोह में ‘लाइफटाइम अचीवमेंट’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
वर्ष 2023 के लिए अन्य पुरस्कार विजेताओं में संयुक्त राष्ट्र में बोस्निया एवं हर्जेगोविना की पूर्व स्थायी प्रतिनिधि मिरसादा कोलाकोविक, संयुक्त राष्ट्र में दक्षिण कोरिया की पूर्व स्थायी प्रतिनिधि किम सूक और 72वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष और बेलग्रेड-प्रिस्टिना संवाद के लिए यूरोपीय संघ के विशेष प्रतिनिधि मिरोस्लाव लाजकक शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में सोमवार को आयोजित एक विशेष समारोह में उन्हें सम्मानित किया गया।
बान ने दुनिया में बढ़ रहे अंधेरे में प्रकाश फैलाने के लिए ‘दिवाली फाउंडेशन यूएसए’ के काम और दूरदर्शी दृष्टिकोण की सराहना की। उन्होंने कोविड-19 महामारी, जलवायु संकट और क्षेत्रीय संघर्षों का हवाला देते हुए दुनिया के सामने मौजूद चुनौतियों का जिक्र किया।
बान संयुक्त राष्ट्र के आठवें महासचिव थे। उन्होंने जनवरी 2007 से दिसंबर 2016 तक दुनिया के शीर्ष राजनयिक के रूप में दो कार्यकाल तक सेवा दी।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि राजदूत रुचिरा कंबोज ने संयुक्त राष्ट्र के राजनयिकों, दूतों और नीति विशेषज्ञों की मौजूदगी वाले इस कार्यक्रम में कहा कि दिवाली एक ऐसा उत्सव है जो दुनियाभर में एक अरब से भी अधिक भारतीयों के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है। उन्होंने कहा, दिवाली “सिर्फ एक त्योहार से कहीं अधिक है। यह एक ऐसी भावना है जो अंधकार पर प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान और निराशा पर आशा की विजय का प्रतीक है।”
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…