कमिंस ने की मैक्सवेल की तारीफ, कहा-उन्होंने अब तक की सबसे महान वनडे पारी खेली…
मुंबई, 08 नवंबर। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने अफगानिस्तान के खिलाफ ग्लेन मैक्सवेल के नाबाद दोहरे शतक को अब तक की सबसे महान वनडे पारी बताया। मैक्सवेल के नाबाद दोहरे शतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने मुंबई में मंगलवार को आश्चर्यजनक वापसी करते हुए विश्व कप सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।
जीत के लिए 292 रनों का पीछा करते हुए, ऑस्ट्रेलियाई टीम एक समय 19वें ओवर में केवल 91 रनों पर 7 विकेट खो चुकी थी, इसके बाद मैक्सवेल और कमिंस ने आठवें विकेट के लिए 202 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की, इस पारी के दौरान मैक्सवेल थोड़े चोटिल भी हुए, लेकिन अंत तक हारी नहीं मानी और डटे रहे।
कमिंस ने 68 गेंदों में नाबाद 12 रनों की पारी खेली, मैक्सवेल ने 128 गेंदों में कुल 21 चौके और 10 छक्के लगा ए।कई मौकों पर, ऐसा लगा कि उन्हें रिटायर हर्ट होना पड़ेगा, एडम ज़म्पा उनकी जगह लेने के लिए सीमा के किनारे पर खड़े थे, लेकिन मैक्सवेल ने हार नहीं मानी और शानदार अंदाज में अपनी टीम को जीत दिलाई।
कमिंस ने मैच के बाद प्रेजेंटेशन में कहा, मुझे नहीं पता कि आप मैक्सवेल की पारी का वर्णन कैसे करेंगे। मैक्सी इस दुनिया के बाहर के खिलाड़ी लगते हैं। उनकी यह अब तक की सबसे महान एकदिवसीय पारी होगी।
जब उनसे पूछा गया कि वह मैक्सवेल की साथ अपनी साझेदारी कैसे बना रहा थे, तो उन्होंने मजाक में कहा, मैं स्ट्राइक पर नहीं आ सका। आप बस मैक्सी को अपना काम करने दें… मेरा मतलब है, मैं ऐसे किसी को कुछ भी कैसे कहूँगा? वह महान खिलाड़ी हैं, जब भी आप लक्ष्य का पीछा कर रहे होते हैं, उनके पास हमेशा एक योजना होती है। 200 रन से पीछे होने के बाद भी, वह मैच जीतने की योजना बना रहे थे और परिणाम सबके सामने है।
कमिंस ने स्टेडियम में आए दर्शकों की भी सराहना की और कहा,जब भी मैक्सी यहां खेल रहा होता है तो भीड़ आम तौर पर उसकी तरफ होती है। हां, आप सुन सकते थे हर बाउंड्री के साथ भीड़ उनके पक्ष में उनका प्रोत्साहन बढ़ा रही थी, मुझे लगता है कि मैक्सी अपने पैर हिला नहीं पा रहे थे, फिर भी बाउंड्री लगा रहे थे।”
कमिंस ने आगे कहा कि यह वन-मैन शो था और मैक्सवेल ने इसे आसान बना दिया। उन्होंने कहा, यह सिर्फ वन-मैन शो है। यह ऐसा ही है, यह बहुत आसान लगता है। मैं दूसरे छोर पर हूं और मुझे मैदान में कोई गैप नहीं दिख रहा है, मुझे नहीं दिख रहा है कि मैं कहां बाउंड्री लगाऊंगा और ऐसा लगता है कि हर बार, वह गैप देखता था और बाउंड्री लगा देता था।
उन्होंने कहा, वह हिल नहीं सकता था और फिर भी रिवर्स में थर्ड मैन पर छक्का मारने में कामयाब रहता था, उसने लक्ष्य का आसान बना दिया और जब आप ऐसे किसी व्यक्ति के खिलाफ गेंदबाजी करते हैं तो आपके पास बहुत सारे विकल्प नहीं होते। अफगानिस्तान पर मिली 3 विकेट की जीत के साथ ही अब आठ मैचों में छह जीत और 12 अंकों के साथ ऑस्ट्रेलिया, भारत और दक्षिण अफ्रीका के साथ सेमीफाइनल में है। अफगानिस्तान को दक्षिण अफ्रीका से भिड़ना है और वहां उसकी जीत उसके सेमीफाइनल की उम्मीदें बरकरार रखेगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…