भाजपा सांसद/पूर्व मंत्री एसपी सिंह बघेल को हाईकोर्ट से बड़ी राहत…
निर्वाचन को चुनौती देने वाली बसपा प्रत्याशी की याचिका खारिज…
धनगर समाज में खुशी की लहर: पुलिस की नौकरी छोड़ राजनीति में आए बघेल की सांसदी बची…
धनगर समाज के लिए ये ऐतिहासिक निर्णय 👆
लखनऊ। पूर्व मंत्री/भाजपा सांसद एसपी सिंह बघेल के निर्वाचन को चुनौती देने वाली याचिका को आज इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया जिससे एसपी सिंह बघेल की सांसदी पर लटक रही तलवार हट गई है। इससे धनगर समाज के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के आज के फैसले पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अखिल भारतीय धनगर समाज महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव डाॅ. धर्म सिंह धनगर ने कहा कि कोर्ट का फैसला धनगर समाज के हित में एक ऐतिहासिक निर्णय है। उन्होने बताया कि मध्य प्रदेश, कर्नाटक एवं महाराष्ट्र सहित उत्तर भारत में बसने वाले धनगर समाज के लोगों को उत्तर प्रदेश में गड़रिया की उपजाति के तहत अनुसूचित जाति का दर्जा मिला हुआ है। 1950 में भारत सरकार और फिर उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे विधिवत अधिसूचित कर रखा है। सांसद एसपी सिंह बघेल इसी जाति से आते हैं।बताते चलें कि एसपी सिंह बघेल से 2019 में आगरा में पराजित बसपा प्रत्याशी मनोज सोनी ने उनके अनूसूचित जाति का न होने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग में उनके निर्वाचन को रद्द किए जाने की याचिका दायर कर रखी थी, जिसके विरोध में डाॅ. धर्म सिंह धनगर हाईकोर्ट में एसपी सिंह बघेल की ओर से लगातार पैरवी कर रहे थे। पहले सपा एवं बसपा से जुड़े रहे एसपी सिंह बघेल आठ बार चुनाव जीत चुके हैं। 2015 में ये भाजपा में शामिल हुए, अमित शाह ने इन्हे भाजपा के पिछड़ा वर्ग मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया। फिरोजाबाद की टूंडला विस सीट से चुनाव जीतने के बाद योगी आदित्यनाथ की सरकार में उन्हे पशुधन विकास विभाग का कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। आगरा से सांसद चुने जाने पर एसपी सिंह बघेल ने 15 जनवरी 2019 को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे पूर्व भी वे 1998/1999/2004 में लगातार लोस का चुनाव जीते थे। 2007 के परिसीमन में नई सीट फिरोजाबाद अस्तित्व में आई थी। 2009 में अखिलेश यादव ने इन्हे हराया था।मूल रूप से औरैया जिले के रहने वाले एसपी सिंह बघेल मध्य प्रदेश में पुलिस की नौकरी में थे। 1993 में पुलिस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आ गए। क्षएसपी सिंह बघेल कई चुनाव हारे तो लगातार जीत का भी रिकार्ड बनाया, इन्होने 2019 में 2,11,546 वोटों से बसपा के मनोज सोनी को हराकर आगरा लोस सीट से जीत दर्ज की।
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,