तुर्की के लड़ाकू विमानों ने उत्तरी सीरिया में वाईपीजी को बनाया निशाना…

तुर्की के लड़ाकू विमानों ने उत्तरी सीरिया में वाईपीजी को बनाया निशाना…

अंकारा, 07 अक्टूबर। तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सप्ताहांत में अंकारा में आत्मघाती बम हमले के बाद तुर्की सेना ने उत्तरी सीरिया में सीरियाई कुर्द संरक्षण इकाइयों (वाईपीजी) के खिलाफ दूसरी बार हवाई हमले किए।

मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि सीरिया के उत्तरी क्षेत्र में वाईपीजी ठिकानों के खिलाफ हवाई अभियान चलाया गया।

बयान के अनुसार, हवाई हमलों में “मुख्यालय,” आश्रयों और गोदामों को निशाना बनाया गया, और 15 ठिकानों को नष्ट कर दिया गया।

यह कार्रवाई रविवार को अंकारा में एक आत्मघाती बम हमले के बाद हुई, जिसमें तुर्की के आंतरिक मंत्रालय की इमारत के प्रवेश द्वार को निशाना बनाया गया, जिसमें दो हमलावर मारे गए और दो पुलिस अधिकारी घायल हो गए।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि दोनों हमलावरों की पहचान प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) के सदस्यों के रूप में की गई है और वे सीरिया से आए थे।

गौरतलब है कि तुर्की सेना ने पड़ोसी देश के भीतर अपनी सीमा पर वाईपीजी मुक्त क्षेत्र बनाने के लिए 2016 में ऑपरेशन यूफ्रेट्स शील्ड, 2018 में ऑपरेशन ओलिव ब्रांच, 2019 में ऑपरेशन पीस स्प्रिंग और 2020 में उत्तरी सीरिया में ऑपरेशन स्प्रिंग शील्ड लॉन्च किया।

तुर्की, अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध पीकेके तीन दशकों से अधिक समय से तुर्की सरकार के खिलाफ विद्रोह कर रहा है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…