विदेश मंत्री जयशंकर ने यूएनजीए से इतर अपने वैश्विक समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं…
न्यूयार्क, 25 सितंबर। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र से इतर विभिन्न देशों के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें की और उनके साथ बहुपक्षवाद में सुधार एवं जी20 में सहयोग को लेकर चर्चा की। जयशंकर ने मेक्सिको, बोस्निया एवं हर्जेगोविना और आर्मीनिया के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं।
जयशंकर ने कहा कि मेक्सिको की विदेश मंत्री एलिसिया बार्सेना से मिलकर उन्हें ”वाकई खुशी” हुई। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ”हमने व्यापार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, शिक्षा, अर्थव्यवस्था और पारंपरिक चिकित्सा पर केंद्रित हमारी विशेष साझेदारी को आगे बढ़ाने पर चर्चा की। बहुपक्षवाद को बेहतर बनाने और जी20 में साथ मिलकर काम करने को लेकर भी विचारों का आदान-प्रदान हुआ।” उन्होंने बोस्निया एवं हर्जेगोविना के विदेश मंत्री एल्मेडिन कोनाकोविच से भी मुलाकात की और व्यापार एवं अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करते हुए द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की।
जयशंकर ने कोनाकोविच के साथ बैठक को ”अच्छा” बताया और कहा, ”व्यापार एवं अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करते हुए द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने पर चर्चा की।” जयशंकर ने आर्मीनिया के अपने समकक्ष अरारत मिर्जोयान से मुलाकात की। उन्होंने एक पोस्ट में कहा, ”हमने दोनों देशों के मजबूत द्विपक्षीय संबंधों की पुष्टि की।” जयशंकर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस और संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस से सोमवार को मुलाकात करेंगे।
जयशंकर ने शनिवार को कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट से मुलाकात की थी और उनके साथ द्विपक्षीय विकास साझेदारी की प्रगति व म्यांमा की स्थिति पर चर्चा की थी। दोनों नेताओं ने यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र से इतर मुलाकात की। जयशंकर ने कहा, ”कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट से मुलाकात करके खुशी हुई। मानेट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को शुभकामनाएं दीं। हमारी विकास साझेदारी की प्रगति पर चर्चा हुई।” उन्होंने कहा, ”रक्षा और सांस्कृतिक सहयोग के विस्तार पर भी चर्चा हुई। म्यांमा पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ।”
जयशंकर ने शनिवार को मिस्र, गिनी बिसाऊ, साइप्रस और युगांडा के अपने समकक्षों के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें भी कीं। जयशंकर ने शुक्रवार को अमेरिका की अपनी नौ दिन की यात्रा की शुरुआत की। विदेश मंत्री न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के वार्षिक सत्र में हिस्सा लेंगे और ‘ग्लोबल साउथ’ पर एक विशेष कार्यक्रम की मेजबानी करेंगे। वह न्यूयॉर्क में कई बहुपक्षीय और द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल उन विकासशील और अल्प विकसित देशों के लिए किया जाता है, जो मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लातिन अमेरिका में स्थित हैं। जयशंकर यूएनजीए के उच्च स्तरीय सत्र को मंगलवार को संबोधित करेंगे।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…