मोरक्को में भूंकप से भारी तबाही, 6 सौ से ज्यादा की मौत- अनेक इमारतें ढहीं…

मोरक्को में भूंकप से भारी तबाही, 6 सौ से ज्यादा की मौत- अनेक इमारतें ढहीं…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया, दिया हर संभव मदद का भरोसा…

बात/नई दिल्ली/लखनऊ। मोरक्को में 6.8 तीव्रता के भूकंप से भीषण तबाही होने की खबर सामने आई है, जिसमें अब तक 600 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। सोशल मीडिया पर भूकंप से जुड़े कई वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिसमें लोग भागते हुए नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि भूंकप का केंद्र मारकेश शहर से 75 किलोमीटर पश्चिम में स्थित था। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि बड़ी संख्या में इमारतें जमींदोज हो गई। खबर लिखे जाने तक भूंकप से 632 लोगों की मौत होने की पुष्टि की गई थी, करीब साढ़े 3 लोग घायल बताए गए हैं। बड़े पैमाने पर बचाव एवं राहत कार्य जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरक्को में भूंकप में हुई भारी तबाही पर दुख जताया है। साथ ही उन्होंने मोरक्को को हर संभव मदद का भरोसा दिया है। प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा “मोरक्को में भूंकप के कारण हुई जानमाल की हानि से अत्यंत दुख हुआ। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं। उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होने अपने प्रियजनों को खोया है, घायल जल्द ठीक हो जाएं। भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने को तैयार है।
तबाही के बाद मची अफरा तफरी. . . . .
भूकंप के झटके महसूस करते ही स्थानीय लोगों में अफरातफरी मच गई. लोग अपने घरों को छोड़कर सड़कों पर निकल आए। भूकंप आने के कुछ ही समय के बाद सड़कों पर कई एंबुलेंस देखी गई, जो इमारतें गिरी हैं उसमें अभी भी कई लोगों के दबे होने की आशंका है। स्थानीय लोगों के अनुसार झटका इतना तेज था कि लोगों में चीख-पुकार मच गई, भूकंप के बाद भी लोगों के मन में डर बना हुआ है और वह अपने घरों में दोबारा जाने से डर रहे हैं।
120 सालों बाद इतने तेज भूंकप के झटके. . .
बीते 120 सालों में इस क्षेत्र में इतनी तीव्रता के भूकंप नहीं महसूस किया गया है. इससे पहले देश में जो भी भूकंप आए वह पूर्वी क्षेत्रों में आए हैं। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, स्थानीय समय देर रात करीब 11:11 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप का एपीसेंटर मारकेश से 71 किलोमीटर दूर 18.5 किलोमीटर की गहराई में था। आपको बता दें कि अफ्रीकी और यूरेशियाई प्लेटों के बीच स्थित होने के कारण मोरक्को के उत्तरी हिस्सों में भूकंप आते रहते हैं। साल 2004 में पूर्वोत्तर मोरक्को के अल होसेइमा में भूकंप में भारी जानमाल का नुकसान हुआ था। इसकी चपेट में आने से 600 से ज्यादा लोग मारे गए, जबकि 900 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,