महाराष्ट्र : कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) ने राहुल की लोकसभा सदस्यता बहाल किए जाने का स्वागत किया…

महाराष्ट्र : कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) ने राहुल की लोकसभा सदस्यता बहाल किए जाने का स्वागत किया…

मुंबई, 07 अगस्त । महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल किए जाने के फैसले का सोमवार को स्वागत किया।

उन्होंने कहा कि इससे विपक्षी दलों का गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) मजबूत होगा।

वहीं, शिवसेना-उद्धव बाला साहेब ठाकरे (यूबीटी) के नेता एवं लोकसभा सदस्य अरविंद सावंत ने भी संसद के निचले सदन में राहुल की वापसी का स्वागत किया।

‘मोदी उपनाम’ को लेकर की गई टिप्पणी से जुड़े आपराधिक मानहानि मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा राहुल की दोषसिद्धि पर रोक लगाए जाने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष की लोकसभा सदस्यता सोमवार को बहाल कर दी गई। इस संबंध में लोकसभा सचिवालय ने एक अधिसूचना जारी की।

सचिवालय ने अधिसूचना में कहा कि उच्चतम न्यायालय के चार अगस्त के फैसले के मद्देनजर राहुल गांधी को संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित किए जाने संबंधी 24 मार्च की अधिसूचना का क्रियान्वयन आगामी न्यायिक फैसले तक रोका जाता है।

इससे पहले ‘मोदी उपनाम’ वाली टिप्पणी से जुड़े मानहानि मामले में गुजरात की एक अदालत ने राहुल को दोषी करार दिया था और उन्हें दो साल के कारावास की सजा सुनाई थी, जिसके बाद उन्हें संसद की सदस्यता से अयोग्य ठहरा दिया गया था।

किसी सांसद को दो साल और उससे अधिक की जेल की सजा होने पर उसे अयोग्य ठहराए जाने का प्रावधान है।

कांग्रेस नेता वडेट्टीवार ने संवाददाताओं से कहा, ”केंद्र सरकार को चिंता थी कि राहुल गांधी उसके गलत कामों का पर्दाफाश कर देंगे। राहुल आमजन के हित में लोकसभा में अपनी आवाज उठाते रहेंगे।”

वडेट्टीवार ने कहा कि राहुल ने लोकसभा में राफेल विमान (समझौते) और अडाणी समूह से जुड़े मामले उठाए।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने केंद्र सरकार के ”गलत फैसलों” की हमेशा आलोचना की है और वह ऐसा करना जारी रखेंगे।

वडेट्टीवार ने कहा, ”लोकसभा में राहुल की वापसी से विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ मजबूत होगा।”

सावंत ने भी संवाददाताओं से कहा, ”देश की स्वतंत्रता खतरे में है। हम लोकसभा में राहुल गांधी की वापसी का स्वागत करते हैं। उच्चतम न्यायालय का फैसला सरकार के षड्यंत्र के खिलाफ उसके मुंह पर तमाचा है।”

शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा, ”गुजरात उच्च न्यायालय से पूछा जाना चाहिए कि पिछले साल राज्य में हुए विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात में (मोरबी) पुल ढहने के लिए जिम्मेदार लोगों का क्या हुआ। कई लोग मारे गए, लेकिन हमें अब भी नहीं पता कि उस मामले में किसे दोषी ठहराया गया।”

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…