कृषि विज्ञान में कॅरियर के कई अवसर…

कृषि विज्ञान में कॅरियर के कई अवसर…

भारत शुरू से ही कृषि प्रधान देश रहा है। यहां की आबादी के 70 प्रतिशत लोग कृषि से सीधे जुड़े हैं। कृषि पर इतनी बड़ी आबादी की निर्भरता कृषि विज्ञान में रोजगार की असीम संभावनाओं का द्वार खोलती है। कुछ नया कर दिखाने वाले, नए विचार देने वाले, रचनात्मक कार्यों में रूचि दिखाने वाले युवक−युवतियों के लिए कृषि उद्योग में अच्छे वेतन और सरकारी, निजी व बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम के अच्छे अवसर उपलब्ध हो सकते हैं।

आमतौर पर लोग कृषि विज्ञान का मतलब खेती बाड़ी ही लगाते हैं। लेकिन कृषि विज्ञान पाठ्यक्रम व्यापक है जिसके अन्तर्गत फसलों की निगरानी, आनुवंशिकी और पादप प्रजनन फसलों की देख−रेख, आनुवंशिकी और पादप प्रजनन, फसलों पर लगने वाले कीड़ों का नियंत्रण, पौधों में लगने वाली बीमारियों का अध्ययन, मिट्टी की गुणवत्ता से संबंधित विषयों की जानकारी और उसके भीतर के लाभदायक जीवाणुओं के बारे में अध्ययन और उसे उर्वर बनाए जाने हेतु जानकारी हासिल की जाती है। कृषि विज्ञान में कई पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं जिन्हें आप अपनी रूचि के अनुसार चुन सकते हैं।

कृषि क्षेत्र में कोर्स

प्राकृतिक संसाधन : इस कोर्स में आप लोग प्रकृति से जुड़े हर चीज़ के बारे में पढ़ेगें। पॉवर सोर्सिस, इलैक्ट्रिकल मोर्टर आदि के बारे में पढ़ना होगा। सरकार के क्या नियम है, आगे क्या हो सकता है। कृषि में प्राकृतिक संसाधन का क्या असर पड़ता है, कैसे इसका इस्तेमाल किया जा सकता है, भविष्य में इसका उपयोग और कैसे कर सकते है। इस कोर्स में इन सब के अलावा भी बहुत कुछ सिखाया जाएगा।

बेसिक बागवानी : इस कोर्स में आप पेड़, पौधे, बागवानी (गाडनिंग) और प्राकृतिक विकास के बारे में पढ़ेगें। इस विषय में पौधे के उत्पादन, छंटनी, पौधों के विकास और भंडारण प्रक्रियाओं के नियम शामिल हो सकते हैं। बागवानी पाठ्यक्रम बागवानी में और भी चीजें शामिल कर सकते हैं। इस कोर्स में आप पौधों को उगाना और इनकी देखभाल करना सिखेंगे। पेड़-पौधों को प्रक्रति के लिए और ज्यादा लाभदायक बनाना भी सिखेंगे।

जंतु विज्ञान : इस कोर्स में आप लोग जानवरों से संबंधित जानकारी प्राप्त करेंगे। पशु विज्ञान क्लास में जानवरों पर ध्यान दिया जाएगा सकती हैं। घोड़ों, गायों और अन्य खेतों के जानवर इन में से सबसे जरुरी होंगे। इसमें जानवरों के बारे में हर तरह की जानकारी दी जाएगी। पशु उत्पादों, पशु खिलाने और पशु प्रजनन के बारे में खास जानकारियां दी जाएगी। जिव-जंतु के बारे में सभी तरह की पढ़ाई इस कोर्स में करवाई जाएगी।

मिट्टी और कीटनाशकों : इस कोर्स में आपको मिट्टी और कीटनाशकों के बारे में पढ़ाया जाएगा। इन दोनों के इस्तेमाल के बारे में भी बताया जाएगा और इनको किस तरह इस्तेमाल में लाना है। कीटनाशक को किस तरह इस्तेमाल करने से मिट्टी अच्छी हो जाएगी जिससे फसल और भी ज्यादा अच्छी होगी। इस कोर्स में अलग अलग तरह की मिट्टी और कीटनाशक के बारे में भी बताया जाएगा।

खाद्य प्रणाली : फसल को अच्छी बनाने के लिए सही मात्रा में फसल को खाना देना भी जरुरी है। इसके लिए भी एक अलग कोर्स होता है। यह एक बहुत जरुरी पढ़ाई होती है जिससे फसल अच्छी और बेकार भी हो सकती है अगर सही जानकारी नहीं है। इससे जुड़े जरुरी विषयों में राजनीतिक व्यवस्था, स्वास्थ्य, पर्यावरण, खाद्य खुदराकरण और अंतरराष्ट्रीय खाद्य नियम शामिल हो सकते हैं। इस कोर्स की पढ़ाई में फसल को अच्छा करने के लिए सभी तरह की जानकारी दी जाएगी।

कृषि क्षेत्र में कोर्स के विकल्प

सर्टिफिकेट कोर्स

कृषि विज्ञान में सर्टिफिकेट कोर्स
खाद्य और पेय सेवा में सर्टिफिकेट कोर्स
बायो-उर्वरक उत्पादन में सर्टिफिकेट कोर्स

डिप्लोमा कोर्स

कृषि में डिप्लोमा
कृषि और सहयोगी प्रथाओं में डिप्लोमा
खाद्य प्रसंस्करण में डिप्लोमा

बैचलर कोर्स (बी.एस.सी)

कृषि में विज्ञान स्नातक
कृषि में बैचलर ऑफ साइंस (ऑनर्स)
फसल फिजियोलॉजी में बैचलर ऑफ साइंस

मास्टर कोर्स (एम.एस.सी)

कृषि में मास्टर ऑफ साइंस
जैविक विज्ञान में मास्टर ऑफ साइंस
कृषि वनस्पति विज्ञान में मास्टर ऑफ साइंस

डॉक्टरेट कोर्स

कृषि में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी
कृषि जैव प्रौद्योगिकी में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी
कृषि एंटोमोलॉजी में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी

कृषि क्षेत्र में करियर

सरकारी नौकरी : कृषि विभाग से डिग्री लेने के बाद आप इस क्षेत्र से सरकारी नौकरी के लिए भी तैयारी कर सकते है। आप सरकार के कई विभागों में नौकरी के लिए आवेदन निकलने पर आवेदन कर सकते है। जैसे की कृषि मंत्रालय, कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग, कृषि और किसान कल्याण विभाग में नौकरी करने के लिए तैयारी कर सकते है।

बैंक (कृषि क्षेत्र अधिकारी) : कृषि क्षेत्र से पढ़ाई पूरी करने के बाद आप आईबीपीएस की परीक्षा देकर सीधा बैंक में अधिकारी पद पर नियुक्त हो सकते है। इसमें आपको कृषि विभाग में आए लोन को पास करना होगा, अलग अलग जगह पर जाना होगा। इस पद पर आपको शुरु से ही अच्छा वेतन मिलेगा जो भविष्य के लिए अच्छा है।

प्राईवेट जॉब : आजकल ऐसी कई बड़ी कंपनी है जो कृषि क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए कोशिश में लगी हुई है। सरकारी नौकरी हर किसी को नहीं मिलती इसलिए प्राईवेट जॉब भी एक अच्छा अॉपशन है। कृषि विभाग में पढ़ाई करने बाद आप किसी अच्छी कंपनी में जॉब कर सकते है।

शिक्षक : कृषि क्षेत्र में एम.एस.सी या फिर पी.एच.डी करने के बाद आप शिक्षक बनकर भी अपना करियर बना सकते है। यह उन लोगों के लिए एक अच्छा अॉपशन है जो कृषि विभाग में पढ़ाई करना चाहते है साथ ही शिक्षक बनने का सपना भी पूरा करना चाहते है। इससे कृषि क्षेत्र में भी सहायता हो जाएगी साथ ही आपका शिक्षक बनने का भी सपनी पूरा हो जाएगा।

कृषि क्षेत्र के लिए 12वीं में कौन से विषय चुने?

पहले छात्र ग्रेजुएशन करने के बाद अपने करियर के बारे में सोचते थे। लेकिन कॉम्पिटिशन इतना बड़ गया है की छात्रों को 10वीं या 12वीं में ही अपने करियर के बारे में सोचने लगते है। तो मैं आपको बता दू की 12वीं के बाद आप कृषि क्षेत्र में करियर बनाने के लिए सोच सकते है। इसके लिए आपको 12वीं में भौतिकी, रसायन शास्त्र, जीवविज्ञान विषय पढ़ने होंगे। अगर आपके स्कूल में कृषि विषय है तो उससे भी चुने। जिससे की आपको बी.एस.सी में असानी से दाखिला मिल जाएगा।

कृषि क्षेत्र में बी.एस.सी/एम.एस.सी कहां से करें?

अगर आपको कृषि क्षेत्र में बी.एस.सी या एम.एस.सी करनी है तो आप अपने क्षेत्र के सबसे अच्छे कॉलेज के बारे में पता लगाए। एक लिस्ट तैयार करें की कृषि में सबसे अच्छे कॉलेज कौन से है, क्या- क्या कोर्स है। अगर आप देश के सबसे बेस्ट कॉलेज की लिस्ट देखना चाहते है तो नीचे लिस्ट दे रखी है। इनमें से कोई भी कॉलेज में दाखिला लेने के लिए भी आप सोच सकते है। बी.एस.सी करने के बाद भी आप जॉब कर सकते है या फिर एम.एस.सी भी कर सकते है अगर आपको और ज्यादा अच्छे से इस विषय को पढ़ना है। इस फिल्ड में डॉक्टरेट भी कर सकते है जिससे आपको अच्छे पद पर नौकरी मिल सकती है। सरकारी नौकरी के लिए भी इस फिल्ड में कई अॉपशन खुलते है।

कृषि क्षेत्र के टॉप 10 कॉलेज

इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टिट्यूट, नई दिल्ली
तमिलनाडू कृषि विश्वविद्यालय, कोयंबटूर
आचार्य एनजी रांगा कृषि विश्वविद्यालय, हैदराबाद
जवाहरल नेहरु विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
केन्द्रीय संस्थान कृषि अभियांत्रिकी, भोपाल
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना
अंबिल धर्मलिंगम कृषि कॉलेज और अनुसंधान संस्थान, थिरुचिरापाली
भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली
इंडियन वैटिनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, बेरली
राष्ट्रीय डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, करनाल

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट...