प्रवासन नीति पर सहमति न बनने से डच सरकार का पतन…
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नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुटे का इस्तीफा, आज मिलेंगे किंग विलेम अलेक्जेंडर से
हेग, 08 जुलाई। नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुटे ने शुक्रवार को यहां अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। उन्होंने यह कदम गठबंधन सरकार में प्रवासन नीति पर सहमति न बनने के कारण उठाया। इसी के साथ डच सरकार का पतन हो गया।
इससे पहले रुटे की अध्यक्षता में संकट वार्ता में चार सहयोगी दलों ने हिस्सा लिया। इसमें कोई सहमति नहीं बन सकी। रुटे के नेतृत्व में गठबंधन सरकार का गठन डेढ़ साल पहले हुआ था। कुछ समय से प्रवासन नीति पर सरकार में शामिल दलों के बीच मतभेद पनपने लगे थे। मार्क रुटे देश में लंबे समय तक सत्ता में रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह शनिवार को किंग विलेम अलेक्जेंडर को अपना इस्तीफा सौंप देंगे। रुटे ने कहा कि शरद ऋतु में चुनाव होंगे। नए चुनाव होने तक सभी मंत्री कार्यवाहक कैबिनेट के रूप में काम करेंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा-‘यह कोई रहस्य नहीं है कि प्रवासन नीति पर गठबंधन सहयोगियों के विचार अलग हैं। और आज, दुर्भाग्य से, हमें यह निष्कर्ष निकालना होगा कि वे मतभेद अप्रासंगिक हैं।’
इस सप्ताह सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल दो दलों क्रिश्चियन यूनियन पार्टी और मध्यमार्गी डी 66 ने इस मसले पर रुटे की नीतियों का विरोध करने का फैसला किया था। इस घटनाक्रम पर क्रिश्चियन यूनियन पार्टी ने कहा है कि वह मानवीय और प्रभावी प्रवासन नीति के लिए दिल और आत्मा से काम करना चाहती है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…