समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा…

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा…

लखनऊ 13 फरवरी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि आज राज्य विधानमण्डल के एक साथ समवेत दोनों सदनों के समक्ष महामहिम राज्यपाल महोदया ने जो अभिभाषण दिया है वह पूर्णतया दिशाहीन और सत्य को मारने वाला है। प्रदेश के विकास का इसमें कोई रोडमैप नहीं दिखाई देता है। विकास के नाम पर भाजपा अपनी एक भी योजना तीन साल में लागू नहीं कर सकी है। समाजवादी सरकार के कामों पर ही अपना नाम लगाना उसका एक मात्र विकास कार्य है।
यह कौन नहीं जानता कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के समय-अपराध बढ़े है। हत्या, बलात्कार की घटनाओं की बाढ़ आ गई है। फर्जी एनकाउण्टरों पर सरकार को जवाब देना पड़ रहा है। मानवाधिकार उल्लंघन पर राज्य सरकार को नोटिसें मिल रही हैं। भाजपा नेताओं और अपराधियों की साठगांठ के चलते प्रदेश में भय का वातावरण है। अभिभाषण के दौरान ही आज राजधानी की एक अदालत में देषी बम से हड़कम्प मच गया। जाहिर है कानून व्यवस्था राज्य सरकार के कितने नियंत्रण में है।
समाजवादी सरकार में अपराध नियंत्रण के लिए यूपी डायल 100 सेवा की शुरूआत हुई थी उसका नम्बर बदलकर 112 करना ही भाजपा सरकार की टोटल उपलब्धि है। महिलाओं के विरूद्ध अपराधों पर नियंत्रण के लिए 1090 वूमेन पावर लाइन थी, उसे भी भाजपा सरकार ने निष्क्रिय बना दिया है।
भाजपा सरकार की जिन उपलब्धियों का राज्यपाल महोदया ने जिक्र किया है वे सिर्फ आंकड़ो में हैं। हकीकत में भाजपा सरकार के विरूद्ध हर तरफ आक्रोश और निराशा है। राज्य में जनता बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में बदतर हालत है। बिजली संकट है। निवेश के नाम पर सिर्फ समझौता पत्रों पर ही हस्ताक्षर होते हैं। एक भी उद्योग भाजपा राज में नही लगा है। बिजली का एक यूनिट भी उत्पादन नहीं हुआ है। सड़के गड्ढे से भरी हैं। छात्र-छात्राओं को जूते-मोजे-स्वेटर तथा किताबें तक समय से मुहैया नहीं कराई जा सकी हैं।
समाजवादी सरकार ने गरीब महिलाओं के लिए समाजवादी पेंशन योजना स्वीकृत की थी जिससे 55 लाख से ज्यादा महिलाएं लाभान्वित हुई थी। उसकी जगह भाजपा की पेंशन सिर्फ 24 लाख 75 हजार तक ही सीमित रही। उसकी कोई भी घोषित योजनाएं अभी परवान नही चढ़ी है। बस आकर्षक शीर्षक वाली योजनाओं का ब्यौरा देकर भाजपा सरकार ने राज्यपाल जी के अभिभाषण में अपनी प्रशंसा करा ली है। अच्छा होता राज्यपाल महोदया प्रदेश में सीएए के विरोध में उतरी महिलाओं पर भाजपा सरकार द्वारा बर्बर उत्पीड़न का भी जिक्र कर लेती और बच्चियों के साथ बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं पर अपना रोष भी व्यक्त कर देती। यहां तक कि अहिंसा की हत्या की जा रही है। यदि सरकारी अभिभाषण में किसानों, नौजवानों के लिए किए गए तमाम दावों में तनिक भी दम है तो किसान बदहाली में आत्महत्या क्यों करते, नौजवान बेरोजगारी की मुसीबत में क्यों होते? पिछड़ों, दलितों के साथ हमदर्दी होती तो आरक्षण खत्म करने की साजिश क्यों हो रही है? सीएए, एनपीआर, और एनआरसी के बहाने समाज में नफरत फैलाने की कुचेष्टा क्यों हो रही है? क्या सबका विश्वास ऐसे ही हासिल होगा?
समाजवादी सरकार ने जिला मुख्यालयों को जोड़ने के लिए चार लेन सड़कों का निर्माण शुरू किया था। भाजपा सरकार बताएं कि कितने जनपदों को उसने जोड़ा है? सभी जानते हैं कि समाजवादी सरकार की ही देन है पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जिसका श्रेय लेने का भाजपा सरकार अनैतिक प्रयास कर रही है। ओडीएफ की घोषणा में कितना घपला है यह तो अब सरकार की भी समझ में आ रहा है। नमामि गंगे योजना के नाम पर करोड़ो रूपए फूंक दिए गए लेकिन मां गंगा अभी भी निर्मल होने के इंतजार में है। ऐसे ही तमाम दावों से राज्यपाल के अभिभाषण में प्रदेशवासियों को भ्रमित करने का काम किया है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…