सेवा एवं सम्पर्क से शताब्दी वर्ष-2025 की आधार भूमि तैयार करेगा आरएसएस…
संघ कार्य विस्तार के लिए गांव-गांव जायेंगे शताब्दी विस्तारक
लखनऊ,। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) की स्थापना के सौ वर्ष 2025 में पूरे हो रहे हैं। इसलिए संघ सेवा कार्यों के विस्तार व समाज के सभी वर्गों में प्रभावी सम्पर्क के माध्यम से शताब्दी वर्ष की आधारभूमि तैयार करेगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र की सरस्वती कुंज निरालानगर में पांच दिन चली बैठक शुक्रवार को सम्पन्न हो गयी। इस बैठक में सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने प्रमुख रूप से सेवा व सम्पर्क के आयामों को गति देने की आवश्यकता पर बल दिया। इसके अलावा शताब्दी वर्ष के निमित्त सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि पर अधिक ध्यान केन्द्रित करने की बात कही है।
सरकार्यवाह ने एक दिन विभाग प्रचारकों के साथ, एक दिन प्रान्त कार्यकारिणी के प्रचारकों और अंतिम दिन क्षेत्र कार्यकारिणी के के साथ बैठक की। सरकार्यवाह ने बैठक में संघ कार्य विस्तार पर भी चर्चा की। संघ ने वर्ष 2024 तक देश के सभी मंडलों में शाखा पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है। कुछ प्रांतों ने यह लक्ष्य हासिल भी कर लिया है। संघ ने शाखाओं के विस्तार के लिए देशभर में करीब पांच हजार शताब्दी विस्तारक निकाले हैं। बड़ी संख्या में पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी विस्तार निकले हैं। इसलिए पूर्वी उत्तर प्रदेश के चारों प्रान्तों को भी जल्द से जल्द शताब्दी विस्तारकों को ग्रामीण क्षेत्रों में भेजकर मण्डल स्तर तक प्रत्यक्ष संघ कार्य पहुंचाने को कहा गया है। संघ के शताब्दी विस्तारक गांव-गांव जाकर युवाओं को संगठन से जोड़ेंगे।
इसके अलावा जहां पर पहले से शाखा चल रही है। वहां की शाखा के स्वयंसेवक अपने नजदीक की सेवा बस्ती की समस्याओं का अध्ययन कर उसके निराकरण का प्रयास करेंगे।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…