विश्व पर्यावरण दिवस’ पर इंद्रप्रस्थ महिला महाविद्यालय की भागीदारी…

विश्व पर्यावरण दिवस’ पर इंद्रप्रस्थ महिला महाविद्यालय की भागीदारी…

नई दिल्ली, 07 जून । इंद्रप्रस्थ महिला महाविद्यालय ने पर्यावरण अध्ययन विभाग, भूगोल विभाग और राष्ट्रीय सेवा योजना के सहयोग से विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विशेष व्याख्यानों की श्रृंखला और जागरूकता अभियान का सफलतापूर्वक आयोजन किया। यह आयोजन ‘मिशन लाइफ’ विषय पर केंद्रित था और इसका उद्देश्य #बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन था। सत्र की अध्यक्षता कॉलेज की प्रो. पूनम कुमरिया ने की, जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय के पर्यावरण अध्ययन विभाग की प्रो. वंदना मिश्रा शामिल हुईं। इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने ‘हरित और सुरक्षित ग्रह’ विषय पर केंद्रित एक वृक्षारोपण गतिविधि की व्यवस्था की। दस अलग-अलग किस्मों के बीज बोने में कार्यकर्ताओं ने सक्रिय रूप से भागीदारी की। दोपहर के कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज के प्राचार्य, छात्रों और संकाय सदस्यों ने हरित शपथ लेने के साथ की। इसके बाद प्रो. पूनम कुमरिया ने पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने के स्थायी प्रथाओं को अपनाने को रेखांकित करते हुए मुख्य भाषण दिया। उन्होंने सांस्कृतिक संदर्भ में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हुए पर्यावरण और ‘भारतीय संस्कृति’ के बीच संबंध स्थापित किया। प्रो वंदना मिश्रा ने प्लास्टिक प्रदूषण के मुद्दे पर उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए और फैशन उद्योग और एक स्थायी जीवन के लिए मिशन के बीच संबंध पर प्रकाश डाला। मिशन लाइफ के विजन और उद्देश्यों की प्राप्ति से संबंधित पहलुओं पर विचार-विमर्श करने के लिए कॉलेज ने शिक्षा मंत्रालय के साथ एक ऑनलाइन बैठक में भी भाग लिया। इस आयोजन ने इंद्रप्रस्थ महिला महाविद्यालय के छात्रों एवं सदस्यों को मिशन लाइफ के विजन के बारे में सफलतापूर्वक अवगत कराया। मिशन लाइफ स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए भारत केंद्रित वैश्विक जन आंदोलन है जो उपभोग के स्थान पर सहयोग पर बल देता है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…