डीजेबी के पूर्व सीईओ उदिय प्रकाश राय ने विशेष सतर्कता सचिव पर प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया…

डीजेबी के पूर्व सीईओ उदिय प्रकाश राय ने विशेष सतर्कता सचिव पर प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया…

नई दिल्ली, 05 जून । भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारी और दिल्ली जल बोर्ड के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी उदित प्रकाश राय ने विशेष सचिव (सतर्कता) वाईवीवीजे राजशेखर पर उन्हें प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है जो यहां एक विरासत स्थल को गिराए जाने के संबंध में उनके खिलाफ जांच की निगरानी कर रहे हैं।

दिल्ली सरकार के सूत्रों ने यह जानकारी दी।

बहरहाल, आईएएस अधिकारी राजशेखर ने दावा किया कि जांच ”दस्तावेजी सबूतों” पर आधारित है और सब कुछ रिकॉर्ड में है।

उल्लेखनीय है कि दक्षिण दिल्ली के किलोकरी इलाके में सैयद वंश के अवशेष एक विरासत स्थल को दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के आधिकारिक आवास के निर्माण के लिए कथित तौर पर ढहा दिया गया।

राय 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और उनसे इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। वह अभी मिजोरम में तैनात हैं।

केंद्रीय गृह मंत्रालय, दिल्ली के उपराज्यपाल तथा मुख्यमंत्री को दी कई शिकायतों में राय ने मांग की कि उनके खिलाफ जांच की निगरानी के लिए राजशेखर के स्थान पर किसी सचिव स्तर के अधिकारी को नियुक्त किया जाए।

आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि राय ने 30 मई से दो जून तक दर्ज करायी गई चार शिकायतों में राजशेखर पर उन्हें ”प्रताड़ित” किए जाने और उनकी पत्नी तथा बच्चों समेत परिवार को निशाना बनाए जाने का आरोप लगाया।

उन्होंने बताया कि राय ने जांच के दौरान राजशेखर द्वारा प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है।

वहीं, राजशेखर ने कहा, ”पुरातत्व विभाग और डीजेबी की संयुक्त निरीक्षण रिपोर्ट में भी यह पुष्टि हो गयी है कि एक मध्ययुगीन विरासत स्मारक को ध्वस्त कर दिया गया है।”

उन्होंने दावा किया कि सतर्कता निदेशालय ने राय की मौजूदगी में उनके आधिकारिक आवास का निरीक्षण करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने उस पर ताला लगा दिया और निरीक्षण नहीं होने दिया।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…