प्रधानमंत्री मोदी को लगता है कि वह भगवान से ज्यादा जानते हैं: राहुल गांधी…

प्रधानमंत्री मोदी को लगता है कि वह भगवान से ज्यादा जानते हैं: राहुल गांधी…

सांता क्लारा (अमेरिका), 31 मई । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत में ऐसे लोग हैं जो सोचते हैं कि वे भगवान से अधिक जानते हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसका ”एक उदाहरण हैं।”

अमेरिकी के कैलिफोर्निया के सांता क्लारा में ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस यूएसए’ द्वारा आयोजित ‘मोहब्बत की दुकान’ कार्यक्रम में गांधी ने कहा कि ये लोग ”पूरी तरह से इस बात को लेकर आश्वस्त” हैं कि वे सब कुछ जानते हैं। ये लोग इतिहासकारों को इतिहास, वैज्ञानिकों को विज्ञान और सेना को युद्ध कैसे लड़ना है, यह बता सकते हैं। मुद्दे की बात यह है कि वे सुनने को तैयार नहीं हैं।”

उन्होंने कहा, ”दुनिया इतनी बड़ी तथा जटिल है कि कोई भी व्यक्ति सब कुछ नहीं जान सकता। यह एक बीमारी है… भारत में लोगों का एक समूह है जो पूरी तरह से आश्वस्त है कि वे सब कुछ जानते हैं। उन्हें लगता है कि वे भगवान से भी अधिक जानते हैं। ”

गांधी ने कहा, ”वे भगवान के साथ बैठकर उन्हें समझा सकते हैं कि क्या हो रहा है। और जाहिर सी बात है कि हमारे प्रधानमंत्री इसका एक उदाहरण हैं। यदि आप मोदी जी को भगवान के साथ बैठा दें तो वह भगवान को समझाएंगे कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है और भगवान भी हैरान परेशान हो जाएंगे कि यह मैंने क्या बनाया है।”

राहुल गांधी की इस बात पर वहां मौजूद भारतीय- अमेरिकियों ने खूब ठहाके लगाए। गांधी के कार्यक्रम में न केवल सिलिकॉन वैली बल्कि लॉस एंजिलिस और कनाडा से भी समुदाय के सदस्यों ने हिस्सा लिया।

गांधी ने भारतीय अमेरिकियों से कहा कि भारत के विचार पर हमला हो रहा है और इसे चुनौती दी जा रही है।

उन्होंने अमेरिका में भारत का झंडा बुलंद करने, अमेरिकी लोगों की संस्कृति का सम्मान करते हुए उन्हें यह बताने कि एक भारतीय होने का क्या अर्थ होता है, और साथ ही उनसे सीखने और उन्हें अपनी संस्कृति के बारे में बताने के लिए भारतीय अमेरिकियों की सराहना की।

राहुल गांधी ने कहा, ”आपने हम सब का मान बढ़ाया है। …जब हम अपने देश के बारे में सोचते हैं तो आप सभी हमारे राजदूत हैं…जब अमेरिका कहता है कि भारतीय बहुत समझदार हैं…. भारतीय लोग आईटी के उस्ताद हैं, …भारतीय लोग सम्मान देते हैं … ये सभी विचार केवल आपके कारण और आपके कार्यों तथा आपके व्यवहार का परिणाम हैं।”

गांधी ने कहा कि आज भारत में गरीब और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ”भारतीय एक-दूसरे से नफरत करने में विश्वास नहीं करते। कुछ लोगों का एक छोटा समूह है जो व्यवस्था और मीडिया को नियंत्रित करता है, वह नफरत की आग भड़का रहा है।”

महिला आरक्षण विधेयक पर कांग्रेस के रुख के बारे में उन्होंने कहा, ”ये एकदम स्पष्ट है। हम विधेयक को पारित कराने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हमें महिलाओं को राजनीतिक व्यवस्था, व्यवसायों और देश चलाने में उनका उचित स्थान देना होगा।”

कुछ खालिस्तान समर्थकों ने गांधी के भाषण को बाधित करने की कोशिश की लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाल दिया।

‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ के अध्यक्ष सैम पित्रोदा भी गांधी के साथ कार्यक्रम में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि भारत को देश का नेतृत्व करने के लिए गांधी जैसी ”युवा सोच” की जरूरत है।

उन्होंने कहा, ”हमें किसी खुले दिमाग वाले की जरूरत है। हमें किसी ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जिसके पास व्यापक एवं वैश्विक अनुभव हो। यही कारण है कि हम सभी यहां बड़ी संख्या में लोगों से मिल रहे हैं और बातचीत कर रहे हैं।”

पित्रोदा ने कहा, ”मुझे पता है कि आगे की राह मुश्किल है। यह उतना आसान नहीं है… भारत के बारे में हमारी सोच बहुत अलग है।”

गांधी अमेरिका के तीन शहरों की यात्रा पर मंगलवार को यहां पहुंचे। इस दौरान वह प्रवासी भारतीयों से बातचीत करेंगे और अमेरिकी सांसदों से मुलाकात करेंगे।

पित्रोदा ने पिछले हफ्ते कहा था कि गांधी की यात्रा का मकसद ”वास्तविक लोकतंत्र” के साझा मूल्यों और दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…