नोएडा में पुलिस ने कांग्रेस के नेताओं को किया नजरबंद...
नोएडा, । जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने का समर्थन करने और सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कांग्रेसियों ने हुंकार भरी है। रविवार को धरना स्थल पर पहुंचने से पहले कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और पदाधिकरियों को नोएडा में पुलिस ने नजरबंद कर दिया है। हालांकि नेताओं का कहना है कि चाहे पुलिस उन्हें जेल भेज दे, लेकिन वे धरना स्थल पर जरूर जाएंगे।
रामकुमार ने सरकार पर साधा निशाना
नोएडा महानगर अध्यक्ष रामकुमार तंवर ने बताया की नोएडा पुलिस ने जबरन तानाशाही रवैया अपनाते हुए पीसीसी सदस्य रिज़वान चौधरी, उपाध्यक्ष हरेन्द्र शर्मा अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को नोएडा के बिशनपुरा स्थित कांग्रेस कार्यालय पर पूरे दिन नजर बंद कर लोकतंत्र की हत्या करने का कार्य किया है। इस तरह से आम जन की आवाज को दबा कर भाजपा सरकार अपनी नाकामियों को छुपाना चाहती है। भाजपा सरकार अपने बलात्कारी नेताओं को बचाना चाहती है।
लोकतंत्र को बचाने के लिए सड़क से संसद तक होगा प्रदर्शन : जिलाध्यक्ष
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा नेताओं पर मुकदमा दर्ज होने पर भी गिरफ्तार नहीं किया जा रहा। दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता आम जन मानस की आवाज को उठाना चाहते है। उनको जबरन नजर बंद या गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। इस दोगली मानसिकता का कांग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध करती है। कांग्रेसी इस तरह की कार्यवाही से डरने वाले नहीं है। कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र को बचाने के लिए सड़क से संसद तक प्रदर्शन करेगी।
आखिर क्यों धरना दे रहे हैं पहलवान
दरअसल, पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। उन्हीं की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवान पिछले कई दिनों से धरना दे रहे हैं। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और गोंडा से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर पॉक्सो समेत कई धाराओं में दिल्ली में 2 एफआईआर दर्ज हुई हैं, बावजूद इसके अभी तक दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार नहीं किया है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…