पांच मिनट में कार के टायर चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, सरगना समेत चार गिरफ्तार…

पांच मिनट में कार के टायर चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, सरगना समेत चार गिरफ्तार…

नोएडा, । थाना सेक्टर 20 पुलिस ने पांच मिनट में कार के टायर चोरी वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सरगना समेत चार चोरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि पकड़े चारों आरोपी पिछले करीब आठ सालों से कार के टायर चोरी कर बेच रहे थे। यह गिरोह दिल्ली एनसीआर में अब तक 500 से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुका है। इनके पास से इनके पास से भारी मात्रा में टायर, विभिन्न प्रकार के उपकरण, फर्जी नंबर प्लेट समेत कार बरामद की गई हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी चोरी के टायर बेचकर करीब 10 लाख रुपए से अधिक की कमाई कर चुके हैं।

नोएडा जोन एडीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि थाना सेक्टर 20 पुलिस ने बुधवार रात डीएलएफ मॉल नाले के पास से कार के टायर चोरी वाले गिरोह के सरगना समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान राजू गुर्जर (सरगना) निवासी खिचड़ीपुर कल्याणपुर दिल्ली, ललित माथुर निवासी हाजीपुर, मनीष सिंह बिष्ट निवासी थवड़ उत्तराखंड व चंद्र भूषण निवासी अंदर बाडी टोला शोभा बीगा, बिहार जो दिल्ली मयूर विहार व ओखला क्षेत्र में रह रहे थे, इनके खिलाफ दिल्ली एनसीआर के विभिन्न थानों में 50 से अधिक चोरी के मामले दर्ज हैं। सबसे ज्यादा 32 मामले गिरोह के सरगना राजू गुर्जर के खिलाफ दर्ज हुए हैं। पुलिस ने सभी बदमाशों को डीएलएफ मॉल के पास से दबोचा है। बदमाशों ने नोएडा समेत एनसीआर क्षेत्र में टायर चोरी करने की 150 वारदातों को अंजाम दिया है। पुलिस के अनुसार बदमाश ग्राहकों की डिमांड के अनुसार कार के टायर चोरी करते थे और उन्हें टैक्सी चालकों समेत मार्केट में सस्ती दरों पर बेचकर और पैसों का बंटवारा कर लेते थे। एडीसीपी ने बताया कि आरोपियों के पास से मय एलॉय 30 टायर बरामद हुए। इसके अलावा घटना करने में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों में चार पाने, दो जैक, एक हथोड़ा, चैन कटर, प्लास, दो फर्जी नंबर प्लेट और जिस कार होंडा एसेंट कार से रेकी करते थे उसे बरामद किया है। कार चोरी की है या नहीं इस संबंध में जांच जारी है।

एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपी किसी भी कार के चारों टायर चोरी करने में मात्र पांच मिनट का समय लगाते थे। पहले यह अपनी कार में सवार होकर सेक्टर, सोसाइटियों व गांवों का भ्रमण कर असुरक्षित स्थानों पर खड़ी कारों की रेकी करते थे। मौका पाते ही कार के नीचे जैक लगाकर टायर चोरी कर लेते और कार को ईंट के स्टैंड पर खड़ा कर फरार हो जाते थे। आरोपी ईंट अपनी कार में रखकर ही लाते थे। रेकी के वक्त कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर रखते थे, ताकि इनकी पहचान न हो सके। चोरी किए गए टायरों को बदमाश पांच से 10 हजार रुपए में बेचते थे।

एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि आरोपी निठारी में कार के टायर चोरी करते हुए सीसीटीवी कैमरे कैद हुए थे। वहां से चोरी करने के बाद आरोपियों ने भागने के लिए सेक्टर-94 की तरफ रूट पकड़ा। जानकारी होने पर पुलिस ने अन्य सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो इनके सही ठिकानों का पता चल गया। योजनानुसार पुलिस ने धावा बोलकर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसीपी ने बताया कि यह गिरोह शहर में तीन वर्ष से सक्रिय था। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ थाना सेक्टर-20 में छह, सेक्टर-24 में सात, सेक्टर-58 में तीन, सेक्टर-39 और फेस-3 में एक-एक टायर चोरी करने का मुकदमा दर्ज हैं।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…