केरला ब्लास्टर्स पर 5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा सकता है एआईएफएफ…
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नई दिल्ली, 29 मार्च । अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की अनुशासनात्मक समिति इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के नॉकआउट मैच में बेंगलुरू एफसी के खिलाफ वॉकआउट करने के लिए केरला ब्लास्टर्स पर पांच करोड़ रुपये का जुर्माना लगा सकती है।
अतिरिक्त समय के पहले हाफ में सुनील छेत्री की फ्री-किक ने बेंगलुरू को बढ़त दिलाई, लेकिन इस गोल को लेकर ब्लास्टर्स कैंप ने विरोध किया और फिर कोच इवान वुकोमानोविक ने अपने खिलाड़ियों को मैदान से बाहर बुला लिया और अधिकारियों के अनुरोध के बावजूद मैदान पर लौटने से इनकार कर दिया।
दरअसल तीन मार्च को खेले गए इस मैच के 97वें मिनट में फ्री किक पर सुनील छेत्री ने गोल दागा, लेकिन केरला की टीम ने आरोप लगाया कि वह इस किक के लिए तैयार नहीं थे और रेफरी ने सीटी भी नहीं बजाई थी। केरला के खिलाड़ियों ने जमकर विरोध किया और बीच मैच छोड़कर लौट गए, जिसके बाद बेंगलरु की टीम को मैच का विजेता घोषित कर दिया गया।
एआईएफएफ अनुशासनात्मक संहिता के अनुच्छेद 58 के उल्लंघन के लिए क्लब को अनुशासनात्मक समिति के पास भेजा गया था। इस तरह के अपराध के लिए संहिता के अनुसार, कम से कम 6 लाख रुपये का जुर्माना है; और चल रही प्रतियोगिता से अयोग्य घोषित करना या भविष्य की प्रतियोगिता से बाहर होना है।
सूत्रों के अनुसार, ब्लास्टर्स को किसी भी प्रतियोगिता से अयोग्य या आईएसएल के अगले संस्करण से अंक कटौती का सामना नहीं करना पड़ेगा, लेकिन खराब खेल भावना का दोषी पाए जाने पर 5-7 करोड़ रुपये तक का भारी जुर्माना लगाया जा सकता है। हालांकि एआईएफएफ जो भी प्रतिबंध लगाता है, क्लब को अपील करने की अनुमति होगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…