ग्रामीण युवाओं को सशक्त बनाने के लिए आयुष मंत्रालय और ग्रामीण विकास मंत्रालय के बीच करार…

ग्रामीण युवाओं को सशक्त बनाने के लिए आयुष मंत्रालय और ग्रामीण विकास मंत्रालय के बीच करार…

नई दिल्ली, । ग्रामीण युवाओं को सशक्त बनाने के लिए केंद्रीय आयुष मंत्रालय और ग्रामीण विकास मंत्रालय ने गुरुवार को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस करार के तहत ग्रामीण गरीब युवाओं को प्रायोगिक आधार पर आयुष मंत्रालय के सहयोग से पंचकर्म तकनीशियन, पंचकर्म सहायक जैसे कई पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

आयुष मंत्रालय की सलाहकार डॉ. मनोज नेसारी और ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव कर्मा जिम्पा भूटिया ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह तीन सालों के लिए मान्य होगा। इस मौके पर केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह मौजूद थे।

सोनोवाल ने कहा कि यह समझौता दोनों मंत्रालय में स्वरोजगार की भावना को बढ़ावा देने और ग्रामीण युवाओं एवं महिलाओं के सशक्तीकरण को सक्षम करेगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

गिरिराज सिंह ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन महिलाओं के स्वयंसहायता समूहों और ग्रामीण गरीब युवाओं को सशक्त बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। इस समझौते का प्रारंभिक लक्ष्य बड़ी संख्या में महिलाओं को प्रशिक्षित करना है, जिसे आगे चलकर बढ़ाया जाएगा। हम स्वयं सहायता समूहों को प्राथमिकता देंगे।

अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की निदेशक डॉ. तनुजा मनोज नेसारी ने कहा कि दोनों मंत्रालयों के बीच सहयोग आयुर्वेद से संबंधित कौशल और सेवा क्षेत्र को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस सहयोग का उद्देश्य आयुष हेल्थकेयर सिस्टम और आयुष प्रबंधन क्षेत्रों के लिए कुशल कर्मियों को विकसित करने में मदद करना है। दोनों मंत्रालयों के बीच सहयोग ग्रामीण गरीब युवाओं को डीडीयू-जीकेवाई योजना के तहत राष्ट्रीय योग्यता रजिस्टर पर उपलब्ध राष्ट्रीय कौशल योग्यता की रूपरेखा के आधार पर विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण प्रदान करने में मदद करेगा।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…