कई पत्रकार संगठनों ने एसएफआई कार्यकर्ताओं के एशियानेट कार्यालय में घुसने को मीडिया पर हमला बताया…
नई दिल्ली। कोच्चि स्थित एशियानेट न्यूज के कार्यालय में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं के एक समूह के कथित रूप से घुसने और खबरों को लेकर चैनल स्टाफ को धमकाने के एक दिन बाद कई पत्रकार संगठनों ने इस घटना की निंदा की और इसे मीडिया तथा पत्रकारों पर बढ़ते हमले का एक और उदाहरण करार दिया।
भारतीय प्रेस क्लब, इंडियन विमेंस प्रेस कोर, दिल्ली पत्रकार संघ और केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट ने संयुक्त बयान में कहा, ‘‘मीडिया के कार्यालयों में घुसना ‘अवैध’ है और इसे प्रेस की आजादी पर हमला माना जाना चाहिए। हमें उम्मीद है कि केरल सरकार एशियानेट पर हमला करने वालों पर सख्त कार्रवाई करेगी।’’
केरल पुलिस के अनुसार, एक लड़की के यौन उत्पीड़न की खबर को लेकर एसएफआई के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने शुक्रवार को कोच्चि में मलयालम समाचार चैनल ‘एशियानेट न्यूज’ के कार्यालय में कथित रूप से अनाधिकृत प्रवेश किया और कर्मचारियों को धमकाया।
पत्रकार संगठनों ने कहा कि एशियानेट न्यूज ने केरल में एक युवा लड़की के यौन शोषण और मादक पदार्थ के मुद्दे को सामने लाने के लिए ‘एक छद्म वीडियो’ का इस्तेमाल किया था।
बाद में चैनल की ओर से की गई शिकायत पर केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) की छात्र शाखा एसएफआई के 30 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पत्रकार संगठनों ने कहा, ‘‘इस तरह के कार्यक्रम को नकली समाचार बताना, यौन उत्पीड़न के पीड़ितों की पहचान की रक्षा के लिए समाचार संगठनों द्वारा उपयोग किए जाने वाले पेशेवर तरीकों के प्रति अज्ञानता को दर्शाता है।’’
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…