क्यूआर कोड के आधार पर ईंधन राशन को बंद करने की योजना बना रहा श्रीलंका…
कोलंबो, 27 फरवरी। श्रीलंका राष्ट्रीय नववर्ष से पहले क्यूआर कोड का इस्तेमाल कर ईंधन का राशन बंद करने की योजना बना रहा है। सीलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (सीपीसी) ने सोमवार को इसकी घोषणा की।
सीपीसी ने कहा कि 13 अप्रैल और 14 अप्रैल को पड़ने वाले नए साल से पहले सरकार 10 अप्रैल से क्यूआर कोड के आधार पर ईंधन राशन को बंद करने की योजना बना रही है। यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है, क्योंकि निगम को पर्याप्त मात्रा में ईंधन प्राप्त हो रहा है और देश की सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी प्रति दिन लगभग 50,000 बैरल ईंधन का उत्पादन कर रही है।
सीपीसी के एक प्रवक्ता ने कहा, रिफाइनरी के लिए कच्चे तेल की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने की योजना पर काम चल रहा है। 1948 में आजादी के बाद से अब तक के सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना करते हुए, लोगों ने परिवहन और बिजली उत्पादन को लेकर ईंधन की भारी कमी का सामना किया है।
ईंधन खरीदने के लिए श्रीलंकाई लोगों को कई दिनों तक कतार में लगना पड़ा और ईंधन की कतारों में 15 से अधिक लोगों की मौत की सूचना मिली।
भीड़भाड़ को कम करने के लिए, सरकार ने शुरू में वाहन पंजीकरण संख्या के आधार पर ईंधन जारी कर राशन प्रणाली शुरू की और बाद में अगस्त 2022 में हल्के वाहनों के लिए 20 लीटर ईंधन और मोटरबाइक के लिए 4 लीटर पेट्रोल जारी करने के लिए क्यूआर कोड प्रणाली शुरू की।
सीपीसी के अलावा, इंडियन ऑयल की सहायक कंपनी लंका आईओसी पिछले 20 सालों से एकमात्र निजी तेल कंपनी के रूप में काम कर रही है।
लंका आईओसी कंपनी श्रीलंका के आसपास 200 से अधिक खुदरा पेट्रोल और डीजल स्टेशनों का संचालन करती है। लंका आईओसी और सीपीसी मिलकर पूरे द्वीप राष्ट्र में 13 तेल टर्मिनलों का संचालन करते है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…