अब निजी व सरकारी अस्पतालों को पोर्टल पर देनी होगी गंभीर बीमारी की जानकारी…
गाजियाबाद,। अब निजी व सरकारी अस्पतालों को उनके यहां ओपीडी में आने वाले या गंभीर बीमारियों से ग्रसित होकर भर्ती होने वाले मरीजों की जानकारी स्वयं शासन के पोर्टल पर अपलोड करना होगा। यह उनकी जिम्मेदारी है। ऐसा न करने वाले अस्पतालों व उनके अधिकारियों के खिलाफ शासन स्तर से कार्रवाई की जाएगी। पोर्टल की निगरानी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी करेंगे। इसके लिए विभागीय स्तर पर निजी अस्पतालों के स्टाफ को प्रशिक्षण देने का कार्य शुरु कर दिया गया है।
शासन स्तर से यूनिफाइड डिजिज सर्विलांस प्रोग्राम (यूडीएसपी) संचालित किया जा रहा है। इस पोर्टल पर जिले में मिलने वाले सभी गंभीर बीमारियों के मरीजों का डेटा अपलोड किया जाता है। अब तक स्वास्थ्य विभाग निजी और सरकारी अस्पतालों से डेटा लेकर पोर्टल पर अपलोड करता था। अब अस्पतालों को भी सीधे यूडीएसपी पोर्टल पर प्रतिदिन गंभीर बीमारियों के मरीजों की जानकारी अपडेट करनी होगी।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि पोर्टल पर डेंगू, मलेरिया, कोरोना समेत अन्य गंभीर और यूनीफाइड बीमारियों के मरीजों की जानकारी अपलोड करनी होगी। जिससे विभाग के साथ शासन को भी जिले में फैल रही किसी भी गंभीर बीमारी के बारे में जानकारी रहे और उसकी रोकथाम के संबंध में समय से कार्रवाई की जा सके। कई बार कुछ अस्पताल डेटा देने में लापरवाही भी बरतते हैं, लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग निजी अस्पतालों से डेटा लेकर पोर्टल पर अपडेट नहीं करेगा। अब निजी अस्पतालों को ही सीधे यूडीएसपी पोर्टल पर डेटा अपलोड करना होगा।
इसकी निगरानी स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जाएगी। पोर्टल पर जानकारी अपडेट करने के संबंध में निजी अस्पताल के स्टाफ को प्रशिक्षण देना शुरू हो गया है। इसमें एक निजी अस्पताल से एक डॉक्टर, एक लैब टेक्नीशियन व एक डेटा ऑपरेटर को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि अब तक 25 से ज्यादा अस्पतालों के स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…