चांद पर छलांग लगाने की सोचोगे तो ही दसवीं मंजिल तक पहुंच पाओगे’, शाहरुख खान का सक्सेस मंत्रा…

चांद पर छलांग लगाने की सोचोगे तो ही दसवीं मंजिल तक पहुंच पाओगे’, शाहरुख खान का सक्सेस मंत्रा…

मुंबई, 31 जनवरी। शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ रिलीज के बाद से दुनियाभर में छाई हुई है. इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर 500 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर इतिहास रच दिया है. ऐसे में सोमवार को फिल्म ‘पठान’ की टीम ने फैंस को शुक्रिया कहा. शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण, जॉन अब्राहम और डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद साथ आए और उन्होंने फिल्म को लेकर बात की. इस दौरान शाहरुख खान ने बताया कि कैसे अपनी फिल्म ‘जीरो’ के फ्लॉप होने के बाद उनका आत्मविश्वास डगमगा गया था.

बाथरूम में रोते हैं शाहरुख खान

बीते चार सालों के बारे में शाहरुख खान ने बताया कि 2018 में आई फिल्म ‘जीरो’ के फ्लॉप होने के बाद लोगों ने कहा था कि उनका फिल्मी करियर खत्म हो गया है. उन्होंने बताया कि ऐसा समय भी था जब उन्हें खुद पर कम विश्वास महसूस हुआ. कभी-कभी वो भी डर जाते हैं. शाहरुख खान ने एक और बड़ी बात का खुलासा इस बातचीत के दौरान किया. उनहोएन कहा कि उनके घर पर एक अलग बाथरूम है, जिसमें वो रोते हैं. उन्होंने कहा कि सबको पता है कि अगर मैं उस बाथरूम में हूं तो उसे बंद करके मैं रो रहा हूं.

क्या है शाहरुख का सक्सेस मंत्रा?

किंग खान कहते हैं कि उन्होंने एक चीज सीखी है कि जब भी आपको डर लगे आपको दोबारा शुरुआत करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर आपको संडे को बुरा महसूस होता है तो आप सोमवार को एक नई सोच के साथ उठो. आप सोचो कि मुझे आगे बढ़ना है. अगर आप हर दिन ये सोचेंगे कि हां दूसरे लोग मुझसे बेहतर हैं, लेकिन मैं भी बेस्ट हूं तो ही आप वहां पहुंच पाएंगे, जहां आप पहुंचना चाहते हैं. शाहरुख खान ने कहा कि उन्हें लोग समझते है कि वो घमंडी हूं. ऐसा नहीं है. आपको खुद को बेस्ट समझना पड़ता है. यही सोचकर हमें उठना है कि हम बेस्ट हैं. अगर आप चांद की तरफ छलांग नहीं मारोगे तो 10वें और 20वें माले तक नहीं पहुंच पाओगे.

शाहरुख ने दिया भाईचारे का संदेश

कॉन्फ्रेंस के अंत में शाहरुख खान ने एक भाईचारे का संदेश फैंस और मीडिया को दिया. उन्होंने कहा, ‘दुनियाभर में जो भी लोग फिल्में बनाते हैं, चाहे वो नॉर्थ में हो, साउथ में हो या कहीं भी हो, सबका मकसद होता है लोगों को खुश करना, प्यार फैलाना. हम किसी की भावना को आहत नहीं करना चाहता है. बस लोगों को खुश करना चाहते हैं. मनोरंजन और फन को ज्यादा सीरियस नहीं लेना चाहिए. हम प्यार के भूखे हैं. हमारा मकसद किसी की भावना को आहत करना नहीं है. ये दीपिका पादुकोण है, ये अमर है. मैं शाहरुख हूं, मैं अकबर हूं. वो जॉन है, वो एंथनी है. हम मिलकर अमर, अकबर एंथनी हैं. ये सिनेमा है. हमें भाईचारे को याद रखना चाहिए.’

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…