अपने आखिरी ग्रैंडस्लैम में खिताब नहीं जीत पाई सानिया…
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मेलबर्न, 27 जनवरी। भारत की स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा और उनके जोड़ीदार हमवतन रोहन बोपन्ना को शुक्रवार को यहां ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट के मिश्रित युगल में हार का सामना करना पड़ा। इस तरह से सानिया का अपने ग्रैंडस्लैम करियर का अंत खिताब के साथ करने का सपना पूरा नहीं हो पाया। उन्होंने अपने करियर में छह ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। सानिया और बोपन्ना की गैर वरीयता प्राप्त जोड़ी रोड लेवर एरेना में खेले गए फाइनल में लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस की ब्राजीलियाई जोड़ी से 6-7 (2) 2-6 से हार गई। सानिया ने अपने करियर में तीन महिला युगल और इतने ही मिश्रित युगल ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। बयालीस वर्षीय बोपन्ना ने फ्रेंच ओपन के रुप में मिश्रित युगल का एक ग्रैंडस्लैम खिताब जीता है। खेल के समापन के बाद सानिया ने ब्राजील की जोड़ी को बधाई दी। जीत के लिए उनकी सराहना की लेकिन, जैसे ही उन्होंने अपनी यात्रा के बारे में बोलना शुरू किया टेनिस स्टार अपने आंसुओं को रोक नहीं पाई। सानिया ने कहा कि मेरा प्रोफेशनल करियर मेलबर्न में शुरू हुआ। मैं अपने करियर को समाप्त करने के लिए इससे बेहतर नहीं सोच सकती थी। रोड लेवर मेरी जिंदगी में खास रहा है। कभी नहीं सोचा था कि मैं अपने बेटे के सामने ग्रैंड स्लैम फाइनल में खेल पाऊंगी। यह सानिया के करियर का 11वां ग्रैंड स्लैम फाइनल था।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…