जी-20 मैराथन को मुख्यमंत्री योगी दिखाएंगे हरी झंडी…

जी-20 मैराथन को मुख्यमंत्री योगी दिखाएंगे हरी झंडी…

उप्र के 4 शहरों में जी-20 सम्मेलन का आयोजन, समाज के हर वर्ग की होगी हिस्सेदारी…

लखनऊ,। उत्तर प्रदेश के चार शहरों वाराणसी, लखनऊ, आगरा और ग्रेटर नोएडा में जी-20 की 11 बैठकों का आयोजन विभिन्न विषयों पर किया जाएगा। आम जनता को जोड़ने के लिए 21 जनवरी को चारों शहरों में मैराथन का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मैराथन को हरी झंडी दिखाएंगे।

राज्य के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने गुरुवार को लोक भवन में पत्रकारों को बताया कि सरकार चाहती है कि जी-20 के आयोजनों में सबकी भागीदारी हो। इन बैठकों में देश-विदेश के मेहमान आने वाले हैं। हाथ जोड़कर किसी का अभिवादन करना ही स्वागत नहीं है। हम अपने आस-पास, अपनी गलियों, सड़कों और नगरों को स्वच्छ एवं सुंदर बनाकर भी मेहमानों का स्वागत कर सकते हैं। सबकी भागीदारी हो, इसके लिए खेल, योग, परिचर्चा, भाषण जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। सांस्कृति कार्यक्रम भी होंगे।

उन्होंने बताया कि इस आयोजन को प्रदेश की आम जनता से जोड़ने के लिए 21 जनवरी को चारों शहरों में एक साथ मैराथन का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी जी-20 मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। साथ ही आने वाले दिनों में खेल विभाग विभिन्न प्रकार की खेल और योग प्रतियोगिता का आयोजन करेगा। इस कार्यक्रम से स्कूल से लेकर कॉलेज, विश्व विद्यालय स्तर तक के छात्रों, अध्यापकों एवं अन्य को जोड़ने के लिए जी-20 के विभिन्न विषयों पर विभिन्न प्रकार के डिबेट आदि भी आयोजित किए जाएंगे।

उक्त आयोजनों के दौरान आने वाले डेलिगेट्स को एक जिला एक उत्पाद के विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन भी किया जाएगा। इससे इन उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय मंच प्राप्त होगा। पर्यटन की दृष्टि से डेलिगेट्स को विभिन्न शहरों में घुमाने की व्यवस्था की जाएगी। वहीं जो लोग रोजगार की दृष्टि से घूमना-देखना चाहेंगे, उन्हें सरकार अलग-अलग जिलों में ले जाने की व्यवस्था करेगी।

अमौसी एयरपोर्ट पर लगेगी लक्ष्मण की मूर्ति

आयोजन वाले सभी शहरों को हवाई अड्डे से मुख्य शहर तक तथा अन्य स्थानों का सजाया जाएगा। मसलन लखनऊ में हवाई अड्डे पर लक्ष्मण की भव्य मूर्ति लगाई जाएगी। मान्यता है कि यह शहर लक्ष्मण ने बसाया था। उन्हीं के नाम पर इसे लक्ष्मपुरी कहा गया। बाद में इसे लखनपुरी और फिर लखनऊ हो गया। इसके अलावा साइनेज प्रकाश की अत्याधुनिक व्यवस्था और पेटिंग द्वारा अपनी विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा। इन शहरों में एक पार्क एवं एक सड़क को भी जी-20 के नाम पर रखने के निर्देश दिए गए हैं। लखनऊ में 13 से 15 फरवरी के मध्य बैठक की थीम डिजिटल इम्पावरमेन्ट, जिसमें उत्तर प्रदेश की ओर से किसान पेंशन योजना से धनराशि का डिजिटल स्थानांतरण, माइन मित्रा, सांस्कृतिक पर्यटन (कुंभ, राम मंदिर), कोविड कंट्रोल सेंटर इत्यादि को भी प्रदर्शित किया जाएगा।

समृद्ध विरासत को विश्व के समक्ष रखने का अवसर

मंत्री एके शर्मा ने बताया कि ये आयोजन उत्तर प्रदेश तथा देश को यह प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है कि हम अर्थव्यवस्था, कृषि तकनीक, डिजिटल इंडिया, एक जिला एक उत्पाद, निवेश के लिए समुचित आधारभूत संरचना तथा सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए संकल्पित हैं। ये आयोजन उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विविधताओं, विरासत, पर्यटक स्थलों इत्यादि को विश्व के समक्ष रखने का बेहतरीन अवसर होगा।

उप्र में जी-20 से जुड़ी बैठकें

आगरा में 11, 12 फरवरी और 21, 22 एवं 23 अगस्त को बैठकें होंगी। लखनऊ में 13 से 15 फरवरी तक बैठक होनी है। वाराणसी में 17 से 19 अप्रैल, 13 से 15 जून और 16 से 19 अगस्त तक विभिन्न विषयों पर बैठकें होंगी। फिर 28 एवं 29 अगस्त को भी काशी में बैठक प्रस्तावित है। ग्रेटर नोएडा में 18-19 अगस्त को बैठक होगी।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…