यात्रा का लक्ष्य देश में फैलाई जा रही नफरत को खत्म करना है : राहुल गांधी (राउंड अप)…
होशियारपुर,। कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का लक्ष्य देश में जो नफरत और हिंसा फैलाई जा रही है, उसके खिलाफ खड़े होना एवं उसे खत्म करना है।
श्री गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान होशियारपुर के गांव गोंसपुर में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि अब भारत जोड़ो यात्रा को चार महीने से ज्यादा हो गए हैं। यात्रा कन्याकुमारी से शुरू हुई और अब पंजाब से निकल रही है। बुधवार को हम हिमाचल में होंगे।
उन्होंने कहा,“यात्रा का लक्ष्य हिंदुस्तान में जो नफरत फैलाई जा रही है, हिंसा फैलाई जा रही है, उसके खिलाफ खड़े होना है। जो बेरोजगारी बढ़ती जा रही है, जो महंगाई बढ़ती जा रही है उसके खिलाफ हमने ये यात्रा शुरू की और बहुत सफल यात्रा रही है।”
श्री गांधी ने कहा कि देश के 21 सबसे अमीर लोगों के पास उतना ही धन है जितना 70 करोड़ हिंदुस्तानियों के पास है। उन्होंने कहा,“दो आंकड़े मुझे आज मिले हैं, मैं आपको बताना चाहता हूँ कि हिंदुस्तान के 21 सबसे अमीर लोगों के पास उतना ही धन है जितना 70 करोड़ हिंदुस्तानियों के पास है। दूसरा आंकडा हिंदुस्तान के सबसे अमीर एक प्रतिशत के पास हिंदुस्तान का 40 प्रतिशत धन है। इन चीजों के खिलाफ हमने ये यात्रा शुरू की है।”
श्री जयराम रमेश ने कहा कि अमीर और गरीबी के बीच में जो विषमताएं हैं। पिछले आठ साल में बढ़ी है। उसका एक दृश्य और जो आकड़े है। उन्होने कहा कि श्री राहुल का जो प्रयास है लोगों को जोड़ने का वो प्रशंसनीय कदम है, परंतु ईवीएम के बारे में लोगों में धारणा है कि जब तक ईवीएम है, कांग्रेस पुनः सत्ता में नहीं आ सकती, क्या आप ईवीएम पर भी कोई फैसला लेंगे?
श्री राहुल गांधी ने कहा कि ईवीएम की बात विपक्ष ने हमने दो तीन बार कही है और वो चर्चा चल रही है। मगर ईवीएम सिर्फ एक एलिमेंट है।
एक अन्य प्रश्न पर कि दोबारा से पंजाब में कांग्रेस की सरकार आने पर ड्रग्स पर रोकथाम में कैसे यकीन दिलाएंगे, श्री गांधी ने कहा कि पंजाब का मुख्य मुद्दा बेरोजगारी का मुद्दा है और जो किसानों को दुःख हो रहा है वो दो केन्द्रीय मुद्दे है और उसमें से ड्रग्स का मुद्दा पैदा होता है, तो अगर ड्रग्स से डायरेक्टली लड़ना है तो उससे भी लड़ा जाएगा। मगर जब तक हम बेरोजगारी के मुद्दे को एड्रेस नहीं करेंगे, किसानों में जो दुःख है उसको एड्रेस नहीं करेंगे तब तक ड्रग्स प्रॉब्लम भी एड्रेस नहीं होगा। तो संयुक्त तरीके से करके ये काम किया जा सकता है। सचमुच में पंजाब को एक नए दृष्टिकोण की जरूरत है और अगर मेरी पंजाब की सरकार के बारे में शिकायत है तो वह है कि पंजाब ने उनकी सरकार को एक अपॉर्चुनिटी दी।
उन्होंने कहा कि मान-सरकार को अवसर पंजाब को विजन देने की दी और सरकार पंजाब को विजन दे नहीं पा रही है। मैं पूछ रहा हूं लोगों से कि भाई आम आदमी पार्टी ने क्या किया। क्या विजन दिया। हमारी जो एक्सपेक्टेशन थी, पंजाब को जो विजन मिलना चाहिए, वो नहीं मिला है। तो रियली जब कांग्रेस पार्टी की यहां सरकार आए। एक लॉन्ग टर्म विजन पंजाब के लिए देना पड़ेगा और उसमें हमारे किसान और जो हमारे स्मॉल व मीडियम इन्डस्ट्रीज हैं, उनको सेन्ट्रल होना पड़ेगा।
साल 2023 में कई राज्यो मे होने जा रहे चुनवों में भाजपा द्वारा जीत के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री राहुल गांधी ने कहा,“भाजपा ये तो नहीं कहेगी कि हम सब चुनाव हारेंगे, उनको तो यही कहना है कि हम सब चुनाव जीतेंगे। उनकी तो और कोई च्वाइस नहीं है, लेकिन जो देश में माहौल तैयार हो रहा है, खासतौर से जो इकॉनोमिक डिस्ट्रेस है, जो अनएम्प्लॉयमेंट है, जो प्राईस राईस है, उससे भाजपा को जबरदस्त चोट लगेगी। मैं निकला हूं, सड़क पर चलकर निकला हूं, मध्यप्रदेश से मैं निकला हूं, बाकी राज्यों से, कर्नाटक से तो ये तो यह साफ है कि भाजपा के खिलाफ काफी गुस्सा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरआरएस) प्रमुख श्री मोहन भागवत के भगवा ही हमारी पहचान है संबंधी बयान पर श्री गांधी ने कहा,“जैसा मैंने कहा हिन्दू धर्म में, किसी भी धर्म में नफरत फैलाना, किसी भी धर्म ने ये नहीं कहा है कि भाई नफरत फैलानी है। हिन्दू धर्म शांति पसंद धर्म है, मोहब्बत का धर्म है, जोड़ने का धर्म है। तो वो जो भी रंग अपनाना चाहते हैं, अपना सकते हैं, लेकिन जो हिन्दू धर्म में लिखा है वो नहीं करते हैं, वो कुछ और करते हैं। क्योंकि हिन्दू धर्म में ये नहीं लिखा है कि लोगों को धमकाना चाहिए, डराना चाहिए, मारना चाहिए, हिन्दू धर्म में ये नहीं लिखा है। तो जो भी रंग अपनाना चाहते हैं, अपना सकते हैं।”
एक अन्य प्रश्न पर कि पूरे विश्व में सबसे ज्यादा गरीब लोग हिन्दुस्तान में हैं तो यदि आपकी सरकार आती है तो क्या कुछ करेंगे, के उत्तर में श्री राहुल गांधी ने कहा,“हमारी जब सरकार थी, हमने रिकॉर्ड लोगों को इस देश में रिकॉर्ड लोगों को गरीबी से निकाला था। बीस करोड़ से ज्यादा लोगों को हमने गरीबी से निकाला था, यूपीए की सरकार में, उन लोगों को नरेन्द्र मोदी जी ने वापस गरीबी में डाल दिया है। तो हमारी नीतियां हिन्दुस्तान को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाने की होती है, मगर हमारी नीतियां गरीब लोगों की रक्षा करने की भी होती हैं। चाहे वो मनरेगा हो, चाहे वो भोजन का अधिकार हो, चाहे वो जमीनी अधिग्रहण बिल हो, ट्राइबल राइट्स हों, तो हम प्रोटेक्ट करके लोगों को, देश को आगे ले जाते हैं और मुझे लगता है कि हिन्दुस्तान के सामने सेन्ट्रल प्रॉब्लम, अनएम्प्लॉयमेंट का प्रॉब्लम है। जो स्मॉल और मीडियम इन्डस्ट्रीज पर आक्रमण हो रहा है, जो किसानों पर आक्रमण हो रहा है, इसके कारण बेरोजगारी बढ़ रही है। तो हमें किसानों की और स्मॉल और मीडियम बिजनेसेज़ की रक्षा करनी पड़ेगी और उनको बढ़ावा देकर ये जो बेरोजगारी है, इसको मिटाना पड़ेगा।”
हिमाचल में तीन रुपए लीटर पेट्रोल और डीजल महंगा होने संबंधी सवाल पर श्री राहुल गांधी ने कहा कि हमारी व्यवस्था में जो राज्य होता है, जो मुख्यमंत्री होता है उसको हम पूरी स्वतंत्रता देते हैं और सामान्य तौर पर उस पर हम दवाब नहीं डालते हैं। जैसे मैंने आपको पहले भी कहा था जब यहां पर पंजाब में मुख्यमंत्री थे, कांग्रेस पार्टी के तो उनको हम जनरली इंडिपेंडन्स देते थे। हिमाचल प्रदेश में नई सरकार बनी है, थोड़ा उनको समय दीजिए वो निश्चित रुप से गरीबी समर्थक नीतियां वहां पर लाएंगे और वहां पर वो किसान समर्थक नीतियां भी लागू करेंगे।
पंजाब कांग्रेस की लीडरशिप संबंधी पूछने पर श्री गांधी ने कहा,“पिछले चुनाव में काफी सत्ता विरोधी रुझान था, जरूर लीडरशिप के बीच में इशू होते थे, परंतु ये आसानी से मैनेजेबल इशू हैं और आइंदा ये आने वाले समय में ये इशू नहीं होंगे। कोई ऐसी समस्या नहीं है, सब एक साथ मिलकर चल रहे हैं। लीडरशिप में कमी जब आती है, जब जनता में थोड़ा प्रेशर बनता है और इस बात को एक्सेप्ट करना पड़ेगा कि जो पिछली कांग्रेस सरकार थी, उसके खिलाफ एंटी इंकम्बेंसी थी, वो सच्चाई है और उसका नतीजा मतलब आम आदमी पार्टी चुनाव जीती है, परंतु अब मुझे लग रहा है कि वो जो एंटी इंकम्बेंसी, जो फीलिंग कांग्रेस पार्टी के खिलाफ थी, वो अब गायब हो गई है। तो अब कांग्रेस पार्टी को बिल्ड करना है और मुझे लगता है कि आसानी से हम यहाँ पर अगली सरकार का गठन करेंगे।”
इस सवाल पर कि आप पंजाब में सुलह की कोशिश करते दिख रहे हैं, उस सुलह के लिए आपने क्या किया या क्या करने की सोच रहे हैं, इस पर श्री राहुल गांधी ने कहा- यह मुहब्बत का सवाल है। मुझे अपार स्नेह है। मैं उस स्नेह की हद तक भी जाऊंगा और कहूंगा- मुझे पंजाब के लोगों और खासकर सिख समुदाय के लिए बहुत प्यार और स्नेह है। इसलिए, सुलह एक छोटा शब्द है। इस राज्य के लोगों के लिए मेरे मन में प्यार और स्नेह है और सिख समुदाय के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है कि उन्होंने क्या किया है और भविष्य में क्या करने जा रहे हैं। यह एक भावनात्मक बयान है। मुझे लगता है, भारत भारत नहीं होता, अगर यह सिख समुदाय के लिए नहीं होता। आप यहां एक केंद्रीय भूमिका निभाते हैं। कई मायनों में, आप इस देश की रीढ़ की हड्डी का हिस्सा हैं और यह एक ऐसी चीज है जिसकी मैं बहुत कद्र करता हूं।
क्या 3,200 किलोमीटर चलने के बाद श्री राहुल गांधी नफरत की दीवार में सेंध लगाने में कामयाब हो पाए हैं, इस पर श्री गांधी ने कहा कि जरूर हुए और बहुत कुछ सीखने को मिला, बहुत कुछ देखने को मिला, अभी यात्रा खत्म नहीं हुई है। मगर यात्रा तो काफी सफल रही है और मुझे ये देखकर बहुत खुशी हुई कि इस देश में लाखों-करोड़ों लोग जो भाजपा की नफरत भरी आईडियोलॉजी है, उसको एक्सेप्ट ही नहीं करते हैं और मोहब्बत की बात करते हैं, रिस्पेक्ट की बात करते हैं, भाईचारे की बात करते हैं, तो जरूर भाजपा ने देश के सामने एक विजन रखा है, नफरत भरा हुआ विजन रखा है। यात्रा ने देश को एक और दूसरा विजन दिखा दिया है और देश ने एक्सेप्ट भी कर लिया है कि दो विजन हैं, हिंदुस्तान में एक नफरत भरा, एरोगेंट, अहंकार से भरा और दूसरा मोहब्बत का, इज्जत का, रिस्पेक्ट का, भाईचारे का और वो क्लीयर है और इस यात्रा ने वो बहुत अच्छी तरह डेमोंस्ट्रेट किया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि यात्रा में आपको नफरत नहीं मिलेगी। करीब 13,400 किलोमीटर हम चले हैं, किसी ने कोई हिंसा नहीं की, कोई नफरत नहीं की, किसी ने मतलब एक-दूसरे से गलत तरीके से बात तक नहीं की। तो ये हिंदुस्तान का छोटा सा एक विजन है और इसमें से बहुत सारे दूसरे विजन निकल सकते हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…