पाकिस्तान में भी हैं घूमने लायक खूबसूरत जगहें…

पाकिस्तान में भी हैं घूमने लायक खूबसूरत जगहें…

मुल्क पाकिस्तान का नाम जेहन में आते ही हम सभी एक ऐसे भूभाग के बारे में सोचने लगते हैं जहां कुछ भी शांत-शांत सा नहीं है। चंद लोगों के कारण दहशत और खौफ की धरती बन चुके पाकिस्तान में भी ऐसी काफी सारी खूबसूरत जगहें हैं जहां पर जाकर आपको जन्नत जैसे खूबसूरत नजारे दिख सकते हैं। हम अपनी खबर में पाकिस्तान की जिन जगहों का जिक्र करने जा रहे हैं वो वाकई में बेहत खूबसूरत हैं। जरूर देखें और जानें पाकिस्तान की इन खूबसूरत जगहों के बारे में।

गिलगित बाल्टिस्तान
अपने ट्रिप की शुरुआत नॉर्दर्न पाकिस्तान से करें। गिलगित बाल्टिस्तान के मनोहर दृश्य आपकी आंखों के जरिए दिल में उतर जाएंगे। यहां कई सारी एडवेंचर एक्टिविटीज भी हैं, जिन्हें आप एन्जॉय कर सकते हैं। इस जगह की खूबसूरती का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि यहां करीब हर पहाड़ी 20 हजार फुट से ज्यादा ऊंची है। गिलगित-स्कार्दू रोड का रास्ता बेहद खूबसूरत होने के साथ भयानक भी है। कई जगहों पर ये सड़क इतनी छोटी है कि वहां से एक बार में बस एक वाहन निकल सकता है। इस रास्ते को सबसे कठिनाई भरे रास्तों में गिना जाता है। गिलगित बाल्टिस्तान में एक पर्वतीय घाटी हुंजा है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। माना जाता है कि ये हिस्सा भारत का है, जिस पर पाकिस्तान ने अपना कब्जा किया हुआ है।

मुल्तान
मुल्तान जिला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पड़ता है। यह शहर प्राचीन युद्ध, व्यापार, राजवंशीय शासन और सूफीवाद के लिए जाना जाता है। चिनाब नदी के किनारे बसे इस शहर में दुनियाभर से श्रद्धालु तीर्थस्थलों, मकबरों और मस्जिदों का दौरा करने आते हैं। इस शहर को सिटी ऑफ सेंट्स यानि संतों का शहर कहा जाता है। यहां एक बहुत फेमस प्रल्हादपुरी मंदिर है। कहा जाता है इस मंदिर को राजा हिरण्यकश्यप के बेटे प्रल्हाद ने विष्णु के अवतार भगवान नरसिंह के सम्मान में बनवाया था।

कलश घाटी
कलश लोग अधिकतर बुमबुरेत, रुम्बुर और बीरिर नाम की तीन घाटियों में रहते हैं जो उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा राज्य के चित्राल जिले का हिस्सा है। यहां के लोग कलश भाषा बोलते हैं और इस क्षेत्र को “कलश देश” कहते हैं। यह जनजाति पाकिस्तान के सबसे कम अल्पसंख्यकों की श्रेणी में गिनी जाती है। पाकिस्तान के शहरों से दूर बसी इस घाटी में जीवन बेहद अलग है। हल्की नीली आंखों वाले कलशा लोग अपने रंगीन परिधान और बहुदेववादी धर्म के लिए जाने जाते हैं। इन लोगों को नृत्य करना और पारंपरिक म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट बजाना पसंद होता है। साल में तीन बार इनके वार्षिक त्योहार आते हैं। मई में चिलम जोशी, सितंबर में उचाउ और सर्दियों में संक्रांति के समय चावमोस। अगर आप यहां यात्रा करना चाहते हैं तो वार्षिक त्योहार के दौरान सबसे अच्छा समय रहेगा।

काघन घाटी
पाकिस्तान के लोगों के अलावा ये घाटी पर्यटकों की भी सबसे फेवरेट जगह है। मानसेहरा जिले की इस वादी पर जाकर आपको जन्नत सा अहसास होगा। यहां नदी के आस-पास पहाड़ और हरियाली का अद्भुत मेल देखकर आपकी आंखे खुली की खुली रह जाएंगी। ये खूबसूरत जगह बालाकोट से महज 64 किलोमीटर की दूरी पर है।

सुक्कुर
सुक्कुर पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त का तीसरा सबसे बड़ा नगर है। यह सिन्धु नदी के पश्चिमी किनारे पर है। इसके चारों ओर ऐतेहासिक संरचनाए और फेमस संतो के कब्रें बनी हुई है। साथ ही यहां पर अधिक मात्रा में आपको आकर्षित करनें वाली मस्जिद बनी हुई है।

थार मरुस्थल
भारत के उत्तरपश्चिम में तथा पाकिस्तान के दक्षिणपूर्व में है। यह मरुस्थल बहुत ही लम्बा और चैड़ा है। यहां के जीव, पेड़-पौधे दूसरें देशों से बिल्कुल अलग है। यह घूमनें की बहुत खूबसूरत जगह है।

मोहन जोदड़ो
इसका सिंध भाषा में मतलब होता है मुर्दो का टीला। इस दुनिया का सबसे पुराना नियोजित और उत्कृष्ट शहर माना जाता है। यह पाकिस्तान का सबसे बडा शहर कराडी से 580 किमी दूर है। इस घाटी का इतिहास 5000 हजार साल पुराना है।

लाहौर
पाकिस्तान के प्रांत पंजाब की राजधानी है और कराची के बाद यह दूसरा सबसे बडा आबादी वाला शहर है। इसे पाकिस्तान का दिल नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस शहर का पाकिस्तानी इतिहास, संस्कृति एवं शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। यहां पर हर साल पर भारी मात्रा में पर्यटक आते है।

ग्वादर
पाकिस्तान के बाद क्वेटा के बाद बलूचिस्तान प्रांत का दूसरा सबसे बडा शहर है। यह एक समुद्र तट है जो तेजी के साथ विकसित हो रहा है। इस शहर में अधिक मात्रा में पर्वत भी है। आने वाले समय में इस शहर बंदरगाह के साथ व्यापार का केन्द्र होगा।

भुरबन
पाकिस्तान के मुरी की झिका गली से 20 मिनट की दूरी में भुरबन है। पर्यटको को आकर्षित करनें की सबसे बडी वजह है यहा की प्राकृतिक सुंदरता और 10 किमा में फैला हुआ गोल्प कोर्स। यहां पर आपको ठहरनें के लिए होटल भी मिल जाएगें।

शोगरन
समुद्र तल से 2400 मीटर की ऊंचाई में है शोगरन। यह जगह हनीमून और अपनी वीकेंड बीतानें के लिए सबसे अच्छी जगह है। यह कघन घाटी का सबसे ऊंचा पर्वत है। साथ ही मल्का-ए-पर्वत की छाया सैफ-उल-मलूक झील पर एक जादुई प्रभाव पैदा करता है। इस झील का पानी ताजा और सफेद है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…