द्वितीय विश्वयुद्ध की यहूदी वस्तुओं का खजाना दुर्लभ है : पोलैंड के अधिकारी…

द्वितीय विश्वयुद्ध की यहूदी वस्तुओं का खजाना दुर्लभ है : पोलैंड के अधिकारी…

लोड्ज (पोलैंड), 12 जनवरी। मध्य पोलैंड के अधिकारियों का कहना है कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यहूदी मालिकों द्वारा छिपाई गई उनकी वस्तुओं की एक हालिया खोज बेहद दुर्लभ और कीमती है।

लोड्ज शहर के अधिकारी बुधवार को ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को घर और आंगन के नवीनीकरण कार्य के दौरान पिछले महीने सामने आईं लगभग 400 वस्तुएं दिखा रहे थे जिनमें चांदी की परत वाला मेरोर (मोमबत्ती स्टैंड), हनुक्कैया (आठ मोमबत्तियां एक साथ लगाने वाला स्टैंड), खाने की मेज पर प्रयुक्त होने वाले बर्तन और दैनिक उपयोग की वस्तुएं शामिल थीं।

लोड्ज के डिप्टी मेयर, एडम पुस्टेलनिक ने कहा, “जिन निवासियों ने इन वस्तुओं को छिपाया था, उन्होंने शायद यह सोचा था कि वे एक दिन वापस आ जाएंगे, और वे अपना सामान पुनः प्राप्त कर लेंगे।”

पुस्टेलनिक ने कहा, “सबसे अधिक संभावना है, इन लोगों ने होलोकॉस्ट (जंग के दौरान नरसंहार) में अपनी जान गंवाई। ऐसी कहानियां वास्तव में दुर्लभ और कीमती हैं और हम सभी के लिए एक महान सबक भी हैं।”

इन सामान को देखने वाले ‘वर्बड कंस्ट्रक्शन कंपनी’ के भवन निरीक्षक क्रिज्सटॉफ हेजमानोव्स्की ने कहा कि इन सामान को लकड़ी के एक बक्से में अखबारों में लपेट कर पैक किया गया था, जो अब आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह सामान युद्ध के शुरुआती दिनों में छिपाया गया था।

जहां यह सामान मिला है वहां का पता, 23 पोलनोक्ना स्ट्रीट है जो लित्जमैनस्टाद घेटो (यहूदी बस्ती) की परिधि के ठीक बाहर थी।

कब्जा करने वाले नाजी जर्मनों ने फरवरी 1940 में लोड्ज में यहूदी क्वार्टर की स्थापना की और अगस्त 1944 तक इसने पूरे यूरोप से लगभग 200,000 यहूदियों को यहां रखा। अधिकांश कैदियों की वहीं या यातना शिविरों में मृत्यु हो गई। यह सामान शहर के पुरातत्व संग्रहालय को सौंप दिया जाएगा।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…