जो इतिहास से नहीं सीखते वो महान देश की रचना नहीं करते : अमित शाह…

जो इतिहास से नहीं सीखते वो महान देश की रचना नहीं करते : अमित शाह…

केन्द्रीय गृहमंत्री ने किया लाइट एंड साउंड शो ‘जय हिंद’ का उद्घाटन…

नई दिल्ली, 11 जनवरी। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को नई दिल्ली में स्थित लाल किले में ‘जय हिंद-लाइट एंड साउंड शो’ का उद्घाटन किया। श्री शाह ने इस अवसर पर कहा कि आज ध्वनि और प्रकाश शो में बहुत संक्षिप्त समय में भारत के हजारों साल के इतिहास से लेकर आज तक के कई सारे बोध, कई सारे सीख, कई सारी गौरव लेने वाली बातों को सामंजस्य के साथ यहां पर समाहित करने का काम किया है। इसके लिए मैं पूरी टीम को बधाई देता हूं।

शाह ने कहा कि भारत सर्वप्रथम, और, भारत सबसे प्रथम, इन दोनों संकल्पों को लेकर भारत को आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि भारत के ऐतिहासिक स्थानों को प्रेरणास्थल बनाने की यात्रा आज लाल किले से शुरू हो रही है। इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी, संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी और दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जो इतिहास से नहीं सीखते हैं वो महान देश की रचना नहीं करते हैं। शाह ने कहा कि लाइट-एंड-साउंड शो के जरिए संक्षिप्त समय में भारत के हजारों साल के इतिहास से लेकर आज तक कई सारे बोध, कई सारी सीख, ढेर सारी गौरव लेने वाली बातों को सामंजस्य के साथ इस शो में समाहित करने का काम किया गया है।

इस कार्यक्रम के माध्यम से भारत के गौरवशाली इतिहास को प्रदर्शित करने के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि देश प्राचीन काल से शिक्षा का केंद्र रहा है उन्होंने तक्षशिला और नालंदा जैसे शैक्षिक केंद्रों का उल्लेख किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यहां मातृभूमि शो भी दिखाया जाएगा जिसके माध्यम से भारत के हज़ारों साल के इतिहास को सामंजस्य के साथ समाहित करने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में ये कार्यक्रम शुरू हो रहा है और भारत के ऐतिहासिक स्थानों को प्रेरणास्थल बनाने की ये यात्रा आज यहां से शुरू हो रही है।

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज़ादी के अमृत वर्ष में सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत को गुलामी से मुक्त कराने में अपना सर्वस्व बलिदान देने वाले अनगिनत शहीदों से हमारी युवा पीढ़ी को परिचित कराने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है। शाह ने कहा कि आजादी के बाद से 75 वर्षों में देश ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं और इसने खुद को शीर्ष देशों में सफलतापूर्वक स्थान दिया है।उन्होंने कहा कि अगले 25 साल भारत के 130 करोड़ लोगों के सामूहिक प्रयासों और भारत को दुनिया में शीर्ष पर देखने का समय है और प्रधानमंत्री ने इस अवधि को ””अमृत काल”” कहा है।

शाह ने कहा कि ये यात्रा आज़ादी के 75 सालों से आज़ादी की शताब्दी तक के संकल्प लेने की भी यात्रा है और उस वक्त देश कहां होगा, ये संकल्प लेने का भी समय है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले आठ सालों में पूरे देश की जनता में आत्मविश्वास, ऊर्जा और विश्वास के साथ एक दिशा में चलने का संकल्प दिखाई दे रहा है और भारत की 130 करोड़ की जनता के सामूहिक पुरूषार्थ से देश को विश्व में सर्वप्रथम बनाने का संकल्प हमें सिद्ध करना है। सरकार के आठ साल के दौरान देश ने चहुंमुखी विकास किया है और प्रगति की यात्रा जारी रहेगी। शाह ने लाइट एंड साउंड शो ‘जय हिंद की भूरि भूरि प्रसंशा की और इसके लिए डालमिया भारत के प्रबंध निदेशक पुनीत डालमिया की सराहना की।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…