लक्ष्य साधने की दिशा में सही चल रही है भारत जोड़ो यात्रा : राहुल गांधी…

लक्ष्य साधने की दिशा में सही चल रही है भारत जोड़ो यात्रा : राहुल गांधी…

नई दिल्ली, 31 दिसंबर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को उम्मीद से ज्यादा सफल बताते हुए कहा है कि इस यात्रा के जरिए वह देश को जोड़ने और नफरत तथा हिंसा के माहौल को मिटाना चाहते हैं एवं उन्हें लगता है कि इस लक्ष्य पर वह सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
श्री गांधी ने शनिवार को यहां कांग्रेस मुख्यालय में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान आयोजित 9वें संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस यात्रा से उन्होंने बहुत कुछ नया सीखा है। यात्रा के दौरान भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने उनकी जो आलोचना की है उससे भी उन्हें सीख मिली है तथा उनकी बुनियादी सोच इससे और मजबूत हुई है।
उन्होंने कहा कि इस यात्रा के जरिए वह देशवासियों को जीने का नया तरीका देना चाहते हैं लेकिन यह तरीका लोगों तक नहीं पहुंचे इसलिए भाजपा तथा आरएसएस उनको बदनाम करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह सच्चाई के मार्ग पर चल रहै हैं और वह जानते हैं कि सच्चाई को कोई भी दुष्प्रचार छिपा और मिटा नहीं सकता है। उनका कहना था कि अब तक करीब 5000 करोड़ उनको बदनाम करने के प्रचार पर खर्च हो गए होंगे लेकिन इससे उन पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है और यदि इस काम पर और भी खर्च करेंगे तब भी कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।
विपक्षी नेताओं को लेकर उन्होंने कहा कि पूरा विपक्ष एक साथ खड़ा है और भारत जोड़ो यात्रा में जो शामिल होना चाहते हैं उन सबका वह स्वागत करेंगे। भारत को जोड़ने की जो बात नहीं करता है, नफरत और हिंसा पलानी पर विश्वास करते हैं वे लोग यात्रा में उनके साथ नहीं चल सकते हैं।
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती के साथ उन्होंने वैचारिक रिश्ता बताते हुए कहा कि ये सब देश में हिंसा और नफरत के माहौल के विरुद्ध हैं लेकिन कहा कि सपा की सोच कांग्रेस की तरह राष्ट्रीय स्तर की नहीं है। उनका विचार केरल, तमिलनाडु, बिहार या अन्य राज्यों में नहीं चल पाएगा लेकिन उत्तर प्रदेश में उनका विचार चल रहा है इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा से लड़ने का एकमात्र विकल्प कांग्रेस और इसकी विचारधारा है।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, नोटबंदी, जीएसटी, चीन नीति आदि केंद्र सरकार की गलत नीतियां हैं।
सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ने संबंधी नोटिस को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा,“मैं भारत जोड़ो यात्रा कर रहा हूं और वे चाहते हैं कि मैं बुलेटप्रूफ गाड़ी में बैठकर यात्रा करुं और यह संभव नहीं है लेकिन यदि उनका कोई नेता बुलेटप्रूफ गाड़ी से रोड शो के दौरान बाहर आता है तो वहां कोई सुरक्षा प्रोटोकॉल का मसला नहीं आता है। मतलब, मेरे लिए और उनके नेताओं के लिए दो अलग-अलग प्रोटोकॉल है। भारत जोड़ो यात्रा में मैं पैदल चल रहा हूं तो इसमें बुलेटप्रूफ गाड़ी में जाना संभव ही नहीं है इसलिए यह आरोप गलत है कि राहुल गांधी सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ रहे हैं।”
श्री गांधी ने पेंशन योजना को कांग्रेस शासित राज्यों में लागू करने संबंधी सवाल पर कहा कि जो राज्य इसे लागू करना चाहते हैं वे कर सकते हैं। कांग्रेस शासित राज्यों में इसको लेकर किसी के लिए किसी तरह की बाध्यता नहीं है। राजस्थान ने यह काम किया है और अब हिमाचल प्रदेश भी लागू कर सकता है दूसरे राज्य भी कर सकते हैं।
विपक्षी एकता और चुनाव जीतने पर इसके असर को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि जमीनतौर पर वह जो कुछ देख रहे हैं और उसे समझ रहे हैं, उसे देख कर वह कह सकते हैं कि माहौल अनुकूल है और यदि विपक्ष साथ-साथ चलेगा तो चुनाव जीतना बहुत आसान हो जाएगा। उनका कहना था कि वह घृणा और नफरत से लड़ना चाहते हैं और प्रेम तथा भाईचारे के संदेश को देना चाहते हैं। उनका लक्ष्य इसकी हकीकत आपने बनाए रखना है और हमेशा इसी पर उनका ध्यान हैं और इसी सोच को लेकर उन्होंने भारत यात्रा आयोजित की थी।
उन्होंने कहा कि देश में नफरत का माहौल रहेगा तो इससे संकट खड़ा होगा, इसलिए देश में परस्पर सौहार्द का वातावरण बनाना बहुत जरूरी है। यात्रा से सोच में आये बदलाव संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि इस यात्रा में जरूर उन्हें हर रोज नया सीखने को मिल रहा है, लेकिन उनकी जो बुनियादी सीख है उसमें कोई बदलाव इस यात्रा में मिली सीख से नहीं आया है और इस यात्रा से उनकी बुनियादी सोच और मजबूत हुई है।
उन्होंने कहा, “भाजपा और कांग्रेस कभी एक नहीं हो सकते है। अगर दोनों में एक होने की संभावना होती तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी कभी ‘कांग्रेसमुक्त’ भारत की बात ही नहीं करते। भाजपा से पुरानी और वैचारिक लड़ाई है इसलिए दोनों कभी एक नहीं हो सकते। पूरा देश एक विचारधारा के कब्जे में है और उसको विपक्ष की एकजुटता से भी नहीं हराया नहीं जा सकता है। उसे हराने के लिए एक पूरी विचारधारा की जरूरत है और यह काम सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है जो पूरे देश में अपनी विचारधारा के साथ लड़ रही है।
मध्य प्रदेश में अगले चुनाव में निश्चित रूप से कांग्रेस की सरकार आने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि वहां 100 फ़ीसदी कांग्रेस आ रही है क्योंकि मध्य प्रदेश की जनता भाजपा से परेशान है और समझ गए हैं कि भाजपा ने किस तरह लोगों को धोखा देकर वहां अपनी सरकार बनाई है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…