करियर के लिए प्लानिंग जरूरी…
अपने लिए सही करियर चुनने का मौका हर युवा को मिलता है, परंतु इसके लिए आप में अपनी पर्सनैलिटी के हिसाब से सही फैसला लेना बेहद जरूरी है। वास्तव में इसकी तैयारी हम अपने शैक्षणिक काल में विषयों के चुनाव से ही आरंभ कर देते हैं। कभी-कभी इसमें लिया गया गलत निर्णय पूरे जीवन को प्रभावित करता है…
अवसर को पहचानना सीखें:- कई बार जिंदगी हमें गलत फैसलों को भी ठीक करने का मौका देती है, जो हमारे जीवन की दिशा बदल सकता है। यदि आप सावधान हैं तो मिल रहे उन अवसरों को लपक सकते हैं। सवाल यह उठता है कि अब उस अवसर को पहचाना कैसे जाए। इसमें करियर काऊंसलर आप की मदद कर सकते हैं।
समझें मनोविज्ञान:- हम में से अधिकांश ऐसा करते हैं कि दोस्तों ने जो विषय लिए हैं वही लेने हैं और कई वर्ष बाद जा कर महसूस होता है कि यह लाइन हमारे लिए नहीं थी। यदि हमने अपने लिए कोई ड्रैस भी खरीदनी है, तो उसके लिए कई बार सोचते हैं, कई दुकानें घूमते हैं, जबकि उस ड्रैस को हम मात्र 10-20 बार ही पहनते हैं। फिर करियर की जिस राह ने वर्षों तक हमारा हाथ थामना है, उसे हम दूसरों की नकल कर अपना लेते हैं, जबकि करियर ही तो हमें हमारे सपनों की राह तक ले जाता है।
करें विश्लेषण:- अपनी स्ट्रैंथ, हॉबी एवं पैशन का विश्लेषण करें और समाज में एक खास शख्सियत के रूप में अपना नाम बनाएं। यदि समाज की बुराइयां आपको व्यथित करती हैं तो रिर्पाेटिंग में जाएं और यदि पुरानी चीजों को समझना और गहराई से चिंतन करना भाता है तो पुरातत्व विभाग में जाएं। यदि आपको लोगों से मिलना और उन्हें मोटीवेट करना पसंद है, तो एच.आर. मैनेजर, मार्कीटिंग मैनेजर, शिक्षक, काऊंसलर या टूर गाइड जैसे करियर में किस्मत आजमाएं। यदि आपकी दिलचस्पी भवनों और स्थापत्य कला में है तो सिविल इंजीनियर के रूप में अपना करियर चुनें।
चाह सफलता और दौलत की:- आज युवा वह करियर चुनना चहते हैं, जिसमें ढेर सारा पैसा और सफलता के अवसर भी हों। सिनेमा की फंतासी उनके इस ख्वाब को अधिक हवा देती है परंतु सफलता का पैमाना तो पत्रकारों, लेखकों, शैफ या काऊंसलर्स की लाइफ में भी होता है। सिर्फ डॉक्टर, वकील या इंजीनियर ही सफल व्यक्तित्व वाले नहीं माने जा सकते। जरूरत तो इस बात की है जो भी करियर आप चुनें, उससे शिद्दत से जुड़ें और सफलता के नए आयाम तलाशें।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…