भारत नैनो उर्वरक तकनीक के साथ वैश्विक उर्वरक क्षेत्र में क्रांति लाएगा : मांडविया…

भारत नैनो उर्वरक तकनीक के साथ वैश्विक उर्वरक क्षेत्र में क्रांति लाएगा : मांडविया…

नई दिल्ली,। सरकार ने मंगलवार को संसद में कहा कि भारत अपनी नैनो उर्वरक प्रौद्योगिकी के साथ वैश्विक उर्वरक क्षेत्र में एक क्रांति की शुरुआत करने के लिए तैयार है और 2025 तक देश में आठ संयंत्रो में इनका उत्पादन शुरु हो जाएगा।

रसायन और उर्वरक मनसुख मांडविया ने राजयसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उर्वरक सहकारी संगठन इफको ने नैनो यूरिया उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए दो निजी कंपनियों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं और एक इकाई ने परिचालन शुरू कर दिया है।

यह पूछे जाने पर कि क्या अन्य उर्वरकों के उत्पादन में नैनो तकनीक का इस्तेमाल किया जा सकता है, मांडविया ने कहा कि कई भारतीय वैज्ञानिक और कंपनियां इस दिशा में काम कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि नैनो डाई-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) भी तैयार किया गया है और यह अभी निरीक्षण चरण में हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में नैनो डीएपी, नैनो जिंक नैनो सल्फर आदि भी आएंगे और भारत वैश्विक उर्वरक क्षेत्र में क्रांति लाएगा।

मांडविया ने कहा कि इफको किसी भी निजी कंपनी से रॉयल्टी ले कर नैनो उर्वरक के उत्पादन की अनुमति दे सकता है। हालांकि, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को इसके लिए रॉयल्टी का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है।

उन्होंने कहा कि इफको ने पहले ही नैनो यूरिया के उत्पादन के लिए दो निजी कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं और एक संयंत्र चालू हो गया है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…