प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेना है तो जरूर जाएं दादरा और नागर हवेली…
महाराष्ट्र और गुजरात के बीच में स्थित केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नागर हवेली को प्रकृति ने काफी खूबसूरती प्रदान की है। इतिहास में उल्लेख मिलता है कि इस प्रदेश पर 1779 तक मराठाओं का और फिर 1954 तक पुर्तगाली साम्राज्य का शासन रहा। दादरा और नागर हवेली का 11 अगस्त 1961 को भारत में विलय किया गया था तबसे हर साल 2 अगस्त को मुक्ति दिवस के रूप में मनाया जाता है।
मूलतः आदिवासी बहुल इस इलाके का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा वनों से घिरा है। इन वनों में विभिन्न प्रकार की वनस्पति है। इस इलाके की खासियत यह है कि समुद्री तट से निकटता के कारण यहां गर्मियों में तापमान ज्यादा ऊपर नहीं जाता। घने वन तथा अनुकूल जलवायु की वजह से इस इलाके में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। यहां पर्यटकों के ठहरने के लिए अनेक होटल्स और रिज़ॉर्ट्स हैं। स्थानीय प्रशासन की ओर से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यहां हर साल तारपा उत्सव, पतंग उत्सव और विश्व पर्यटन दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। दादरा नागर हवेली पर्यटन का केंद्र होने के साथ ही औद्योगिक केंद्र भी है।
दादरा और नागर हवेली उत्तर-पश्चिम और पूर्व में गुजरात के वलसाड जिले से और दक्षिण और दक्षिण-पूर्व में महाराष्ट्र के ठाणे और नाशिक जिले से घिरा हुआ है। दादरा और नागर हवेली के ज्यादातर हिस्से पहाड़ी है। इसके पूर्वी दिशा में सहयाद्री पर्वत श्रृंखला भी है। यहां दमनगंगा नदी पश्चिमी तट से निकल कर, दादरा और नागर हवेली को पार करते हुए दमन में अरब सागर से जा मिलती है। इसकी तीन सहायक नदियां-पीरी, वर्ना और सकर्तोंद भी प्रदेश की मुख्य जल स्रोत हैं। सिलवासा यहां की राजधानी है।
यदि आप भी दादरा और नागर हवेली आना चाहते हैं तो यहां मई से अगस्त के बीच का समय छोड़कर कभी भी आएंगे तो यहां का मौसम अच्छा पाएंगे। बहुत से लोग तो यहां की बारिश का भी मजा लेने आते हैं। दादरा और नागर हवेली हवाई, रेल और सड़क मार्ग से पूरी तरह जुड़ा हुआ है इसलिए आप कहीं से भी यहां आसानी से पहुँच सकते हैं। यदि आप बजट ट्रैवल की सोच रहे हैं तो भी यहां आ सकते हैं क्योंकि यह इलाका कोई खास महंगा नहीं है।
दादरा और नगर हवेली की खासियत
दादरा और नगर हवेली नैसर्गिक खूबसूरती की धरती है। हरियाली, कलकल करती नदियां, धाराएं, पहाड़ों की शृंखला और जीव-जंतुओं व वनस्पतियों की बहुलता यहां आपको दिखेगी। यह केंद्र शासित प्रदेश छुट्टी मनाने के लिए भारत के सबसे शांत इलाकों में से एक है।
दादरा और नगर हवेली कैसे पहुंचें
दादरा और नगर हवेली आपको अपने हरे-भरे जंगलों, क्षितिज पर नजर आने वाली नीली-सी पहाड़ियों, कलकल करती नदियां और जीव-जंतुओं व वनस्पतियों की आश्चर्य में डालने वाली किस्मों के साथ न्योता देता है। यहां की शांत प्रकृति आपको भीड़-भरी जगहों से दूर भागने का मौका देती है।
दादरा और नगर हवेली पहुंचने के लिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। ट्रैवल.मैप्सऑफइंडिया आपके लिए लाया है दादरा और नगर हवेली पहुंचने की संपूर्ण जानकारी।
सड़क मार्ग से
राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 8 (वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे) इसी क्षेत्र से होकर गुजरता है। राज्य की राजधानी सिल्वासा पशिच्मी भारत के प्रमुख शहरों से जुड़े हुए हैं-
रेल मार्ग से
सबसे पास का रेलवे स्टेशन है वापी। इस रेलवे स्टेशन पर कई महत्वपूर्ण रेलगाड़ियां रोज आती हैं।
हवाई मार्ग से
दादरा और नगर हवेली में एक भी एयरपोर्ट नहीं है। सबसे पास का एयरपोर्ट मुंबई है, जो यहां से 164 किलोमीटर दूर है।
दादरा और नगर हवेली में खरीदारी
दादरा और नगर हवेली निश्चित तौर पर आपको शांत जंगलों, बड़े-बड़े वाटरफ्रंट और कलकल करते झरनों के माहौल में उलझा देगा, लेकिन यह खरीदारी के लिए एक श्रेष्ठ स्थान नहीं है। इसके बाद भी खोजी खरीदार के लिए यहां खरीदारी एक बेहतरीन अनुभव साबित हो सकती है। भारत के सभी स्थानों की ही तरह धरती का यह छोटा टुकड़ा भी अपने हस्तशिल्पों को आगे बढ़ाता है। भारत के अन्य इलाकों की ही तरह, दादरा और नगर हवेली के हस्तशिल्पों की भी अपनी एक अलग पहचान है।
दादरा और नगर हवेली में खरीदारी के दौरान इन वस्तुओं को जरूर देखें-
-चमड़े की स्लीपर्स
-बांस से बुनी चटाई और बास्केट्स
-हरी सुनहरी घास से बनी वस्तुएं
उपरोक्त वस्तुएं स्थानीय दुकानों और एम्पोरियम में उचित कीमतों पर उपलब्ध हैं
दादरा और नगर हवेली में पर्यटन स्थल
दो राज्यों के बीच में फंसा यह केंद्रशासित प्रदेश अपनी सुंदरता से पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस जगह में कई पर्यटन केंद्र हैं। खूबसूरत झीलों से लेकर सुंदर बगीचों, दहाड़ते झरनों से लेकर पहाड़ी जंगलों तक, इस क्षेत्र में इतने पर्यटन केंद्र हैं कोई भी उनकी अनदेखी नहीं कर सकताः
-पर्यावरण पर्यटन
-सिलवासा वन्यजीव दौरा
-आदिवासी संग्रहालय
-हिमिवन हेल्थ रिजॉर्ट
-वनगंगा लेक गार्डन
-तपोवन टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स
-हिरवा वन
-आइलैंड गार्डन
-मिनी जू (छोटा चिड़ियाघर) और बाल उद्यान
-वनधारा उद्यान
-वन विहार टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स
-वाटर स्पोर्ट्स सेंटर, दुधवानी
दादरा और नगर हवेली के होटल
यह केंद्रशासित प्रदेश भारत के उभरते पर्यटन केंद्रों में से एक है। प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध जीव-जंतु व वनस्पतियों की प्रचुरता के लिए प्रसिद्ध दादरा और नगर हवेली में कुछ बहुत ही अच्छे होटल हैं। पांच सितारा होटल से बजट होटल्स तक, केंद्रशासित प्रदेश में सभी तरह की व्यवस्थाएं हैं।
दादरा और नगर हवेली में देखने लायक जगहें
दादरा और नगर हवेली पर्यटन आपको इस केंद्रशासित प्रदेश के मोहित कर देने वाले पर्यटन स्थलों की विस्तृत और एकजुट जानकारी देता है। प्राकृतिक सुंदरता से धन्य, दादरा और नगर हवेली की धरती दूरदराज के पर्यटकों को आकर्षित करती है। विभिन्न ट्रेवल और टूर एजेंसियां दादरा और नगर हवेली के विभिन्न स्थानों की यात्रा को लेकर सटीक और व्यवस्थित जानकारी पर्यटकों को उपलब्ध कराती है।
पर्यटक दादरा और नगर हवेली के ट्रेवल एजेंट्स से संपर्क कर सकते हैं। इससे उन्हें इस जगह के विभिन्न पर्यटन स्थलों से जुड़ी हकीकत और जानकारी मिल जाएगी। ट्रेवल एजेंट्स दादरा और नगर हवेली का संपूर्ण पैकेज पेश करते हैं, और वह भी काफी कम दाम पर।
दादरा एवं नगर हवेली की पारिस्थितिकी पर्यटकों को पर्यटन क्षेत्र की व्यापक जैव-विविधता का अनुभव करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करती है। प्रकृति से मिले उपहारों से सुसज्जित दादरा और नगर हवेली के पर्यटन स्थल पर्यटकों को प्रकृति की गोद में स्वर्गीय आनंद लेने का अनुभव प्रदान करते हैं।
इस क्षेत्र का प्रमुख आकर्षण है-सिलवासा वाइल्ड लाइफ टूर। यहां आप दादरा और नगर हवेली के दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियों के वन्य जीवों को देख सकते हैं। इनकी विविधता पर्यटकों को जादुई अहसास कराती है। बस से सिलवासा के विभिन्न वन्यजीव अभयारण्यों की यात्रा पर्यटकों में रोमांच और उत्साह का संचार करती है। दादरा और नगर हवेली ट्रेवल एंड टूर्स पर्यटकों के लिए इस जगह के विभिन्न तथ्यों और जानकारियों को हासिल करने का एक महत्वपूर्ण साधन है।
पर्यावरणीय पर्यटन
श्रेणीः पर्यटन
दादरा और नगर हवेली की खासियत है यहां की प्राकृतिक सुंदरता। पारिस्थितिकी पर्यटन का चमत्कारिक अनुभव हासिल करने के लिहाज से यह जैव-विविधता का एक बड़ा पर्यटन केंद्र है। देश के पर्यटन महत्व के प्रमुख स्थानों में दादरा और नगर हवेली का अपना विशिष्ट स्थान है। यह अपनी मनोरम सुंदरता से यहां आने वाले पर्यटकों को मुग्ध कर देता है।
तेजी से बहने वाली नदियां, बड़ी-बड़ी हरी झाड़ियां, ऊंची-ऊंची पहाड़ियां और विविधता से भरे जीव-जंतुओं व पेड़-पौधों की कई प्रजातियां दादरा और नगर हवेली के सुरम्य परिदृश्य का प्रतिनिधित्व करती है। दादरा एवं नगर हवेली ट्रेवल्स एंड टूर्स इस जगह के पर्यावरणीय पर्यटन की व्यापक और व्यवस्थित जानकारी प्रदान करता है।
दादरा और नगर हवेली में 70 गांव आते हैं। यह खूबसूरत जगह वनस्पति और जीव-जंतुओं की समृद्ध प्रजातियों की अनूठी पेशकश है। दादरा और नगर हवेली के मोहित करने वाले क्षेत्रों की यात्रा करने के इच्छुक पर्यटक केंद्रशासित प्रदेश के कई ट्रेवल एजेंट्स में से किसी की सेवा ले सकते हैं।
पर्यावरणीय पर्यटन पर्यटकों को दादरा और नगर हवेली की व्यापक जैव-विविधता को करीब से जानने का मौका उपलब्ध कराता है। यह अपने आप में एक अनूठी अवधारणा है। पर्यावरणीय पर्यटन की इस अनूठी अवधारणा को दादरा और नगर हवेली सरकार ने ही जारी किया है। इससे क्षेत्र की वनस्पति और जीव-जंतुओं की समृद्ध प्रजातियों के साथ-साथ क्षेत्र के दुर्लभ और लुप्तप्राय जानवरों व पक्षियों के संरक्षण में मदद मिलती है।
पर्यावरणीय पर्यटन से पर्यटक प्रकृति के महत्व को करीब से अनुभव कर पाते हैं। साथ ही जंगली जानवरों, पक्षियों की दुर्लभ प्रजातियों के साथ ही मोहक वनस्पति का महत्व भी समझ पाते हैं। दादरा और नगर हवेली का पर्यावरणीय पर्यटन पर्यटकों में एक रोमांच और उत्साह की भावना जगाता है, जो उन्हें प्रकृति की गोद में स्वर्गीय आनंद उठाने में मददगार होती है।
सिलवासा वाइल्डलाइफ टूर
श्रेणीः वन्य जीवन
सिलवासा वाइल्डलाइफ टूर दादरा और नगर हवेली की मोहित करने वाली जमीन की सबसे रोमांचित और उत्तेजित करने वाली यात्राओं में से एक है। घने जंगल, वनस्पतियों की समृद्ध संपदा, जानवरों की दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियां मिलकर दादरा और नगर हवेली का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करते हैं।
दादरा एवं नगर हवेली ट्रेवल्स एंड टूर नियमित अंतराल पर सिलवासा के वन्यजीव अभयारण्यों के लिए टूर आयोजित करता है। इन अभयारण्यों में दादरा और नगर हवेली के केंद्रशासित प्रदेश में जीव-जंतुओं के प्रजातियों की बहुतायत है। दादरा और नगर हवेली की मनोरम धरती की विस्तृत वनस्पति को करीब से जानने के लिए पर्यटक ट्रेवल एजेंट्स की सेवा भी ले सकते हैं।
मिनी जू (छोटा चिड़ियाघर) और बाल उद्यान सिलवासा का सबसे आकर्षक वन्य जीव और मनोरंजन पार्क है। बच्चों के लिए एक आकर्षण के तौर पर इस पार्क में वन्य जीवों का समृद्ध संग्रह है। यहां उन्हें हिरणों की प्रजातियां, विशालकाय मगरमच्छ, अजगर और काफी अन्य रंगीन पक्षी देखने को मिल जाएंगे।
पर्यटक वन विहार परिसर में वन्यजीवों की विभिन्न प्रजातियों का अनुभव कर सकते हैं। क्षेत्र के हिरण पार्क में बड़ी संख्या में हिरण हैं। जो मनोरम सुंदरता के बीच दौड़ते हुए पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करते हैं। सुरम्य नजारों के बीच, वन विहार पर्यटक परिसर में कई छोटे कॉटेज उपलब्ध हैं। यहां पर्यटक आकर ठहर सकते हैं। प्रकृति के बीच कुछ समय गुजार सकते हैं।
दादरा और नगर हवेली आने वाले पर्यटक सिलवासा वाइल्डलाइफ टूर का पूरी तरह आनंद उठाते हैं। यह टूर पर्यटकों को वन्यजीवों की विस्तृत रेंज के करीब ले जाता है। उनका अनुभव कराता है।
जनजातीय संग्रहालय
श्रेणीः इतिहास और संस्कृति
दादरा और नगर हवेली एक छोटा केंद्रशासित प्रदेश है। जंगलों से ढंकी पहाड़ियां, हरे-भरे मैदान, हरी पत्तियों से लदे पेड़, चमकती झीलें, घुमावदार नदियां और झर-झर बहते झरने मिलकर इस जगह को स्वर्ग के बराबर बनाते हैं। उसका आनंद देते हैं।
दादरा और नगर हवेली का पर्यटन बहुत अच्छा कारोबार कर रहा है और इसकी एक बड़ी वजह जनजातीय संग्रहालय भी है।
दादरा और नगर हवेली अरब सागर के समुद्र तट के पास स्थित एक आदिवासी बहुल आबादी वाला एक छोटा-सा केंद्र शासित प्रदेश है। दादरा और नगर हवेली में रहने वाली प्रमुख जानजातियां इस प्रकार हैं:
-वर्लीज
-कोकना
-धोड़िया
-दुबाल
-कोली
-काथोबी
-नाइका
इनमें से प्रत्येक जनजाति की अपनी अनूठी जीवनशैली है। इनकी पारंपरिक विरासत भी ऐसी है कि दुनिया के किसी भी जनजातीय समूह से उसकी तुलना नहीं की जा सकती। इस केंद्रशासित प्रदेश की यात्रा पर्यटकों, विद्वान शोधार्थियों और ज्ञानियों को दादरा और नगर हवेली की सर्वोत्कृष्ट जनजातीय विरासत को देखने का मौका देती है।
जनजातीय संग्रहालय केंद्रशासित प्रदेश की राजधानी सिलवासा में स्थित जनजातीय संग्रहालय दुर्लभ खजाने के एक अनमोल संग्रह को प्रदर्शित करता है। जनजातियां जिन वस्तुओं का इस्तेमाल घरेलू या व्यवसायिक कार्यों के लिए या शिकार और मछली पकड़ने के लिए और खेती के लिए करती थी, उन सभी उपकरणों को संग्रहालय के कांच के डिब्बों में सम्मान के साथ सजाया गया है।
आदिवासियों की जीवनशैली दिखाने के लिए उनके जीवन आकार के मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं। यह मॉडल्स और मैनीक्वीन पूरे गर्व के साथ आदिवासियों के रंगीन परिधानों और उनके आभूषणों को प्रदर्शित करते हैं। जनजातीय शादियों और अन्य समारोहों की तस्वीरें भी संग्रहालय की गैलरी की दीवारों पर सजी हैं।
हिमिवन हेल्थ रिजॉर्ट
श्रेणीः मौज-मस्ती और मनोरंजन
दादरा और नगर हवेली विशाल अरब सागर के किनारे स्थित एक मनोरम स्वर्गीय आनंद देने वाली जगह है।
जंगलों से ढंकी पहाड़ियां, हरी घाटी में कलकल करते जंगली जलस्त्रोत… सूर्य की नारंगी रौशनी में यह नजारा चांदी की तरह चमकते मृगतृष्णा की तरह ही तो नजर आता है। हिमिवन हेल्थ रिजॉर्ट एक ऐसा ही होटल है, जहां स्वस्थ माहौल में आरामदेह और आनंद के साथ छुट्टियां बिताई जा सकती हैं।
बेहतरीन टोपोग्राफी, मौसमी रंगों के छिड़काव वाले हरे पत्त और सर्वोत्कृष्ठ जनजातीय गांव मिलकर इस केंद्रशासित प्रदेश को भारत के सबसे प्रतिष्ठित पर्यटन स्थल बनाते हैं। प्राकृतिक नजारों की वजह से दादरा और नगर हवेली पर्यटन सालभर कारोबार करता है। भले ही यह केंद्रशासित प्रदेश आकार में छोटा है, लेकिन इसमें पर्यटन की भरपूर गुंजाइश मौजूद है। इस केंद्रशासित प्रदेश में आवास की कोई समस्या नहीं है। विकल्पों की कमी नहीं है। मजदूर से लेकर अमीर तक, यहां हर एक के लिए पर्याप्त विकल्प मौजूद है।
जिन पर्यटकों को पैसे की चिंता नहीं हैं, उन्हें छुट्टियों में पूरा आराम चाहिए होता है। उनके लिए कौंचा स्थित हिमिवन हेल्थ रिजॉर्ट बेहतरीन पैकेज पेश करता है। यह रिजॉर्ट कौंचा-दुधानी के जलप्रपात की तेज गति से आती जलधाराओं के बेहतरीन नजारा पेश करता है। इस जगह के आसपास की खूबसूरती यहां आने की खुशी को कई गुना बढ़ा देती है। रिजॉर्ट के आवास में 20 खूबसूरती से सुसज्जित, रेशम की तरह मुलायम कमरे हैं, जिसमें सभी शहरी सुविधाएं मौजूद हैं।
हिमिवन हेल्थ रिजॉर्ट में आपको स्टेट-ऑफ-द-आर्ट सेवाएं मिलती हैं। यह अपने मेहमानों को तरोताजा करती है और देश के हेल्थ टूरिज्म को बढ़ावा देती है।
वनगंगा लेक गार्डन
श्रेणीः उद्यान
दादरा और नगर हवेली के मनोरम दृश्यों की खूबसूरती एकड़ों में फैली हरियाली, कहीं-कहीं आसमान में राज करते पर्वत और झरने कई गुना बढ़ा देते हैं। खासकर सूर्य की नारंगी किरणों में पीतल के जेवरों-सी चमक दिखाई पड़ती है। प्रकृति के इन अनुपम नजारों के बीच है वनगंगा लेक गार्डन।
वनगंगा लेक गार्डन प्राकृतिक सुंदरता के बीच में स्थित एक खूबसूरत प्राकृतिक उद्यान है। जंगल के बीच बनी झील के चांदी से दमकते पानी से इसकी सुंदरता कई गुना बढ़ जाती है। इस छोटे-से केंद्रशासित प्रदेश का पर्यटन वनगंगा लेक गार्डन से ही पर्यटकों का स्वागत करता है।
केंद्रशासित प्रदेश की राजधानी सिलवासा से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह उद्यान। किसी भी कलाकार की पेंसिल और फोटोग्राफर के लेंस के लिए इसे सबसे अच्छी जगह कहा जा सकता है। यहां का दृश्य बेहद मनोरम है। लकड़ी के पुल, हरे-भरे लॉन, रंगबिरंगी मौसमी फूल, फिटनेस प्रेमियों के लिए जॉगिंग ट्रैक्स और दलदली धरती के पास बने अद्भुत कॉटेज मिलकर पर्यटकों को प्राचीन दुनिया में ले जाते हैं। खूबसूरत पैडल बोट्स पर्यटकों के लिए नौका-विहार और आसपास के प्राकृतिक खजाने का आनंद सुनिश्चित करते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि मंत्र-मुग्ध कर देने वाले नजारों को देखकर ही कई निर्देशकों ने यहां रोमांटिक सीन फिल्माएं हैं।
वनगंगा लेक गार्डन 7.58 हैक्टेयर में फैला है। कहा जाता है कि यहां का आधुनिक डिजाइन और ले-आउट समकालीन जापानी मानकों से प्रेरित है।
तपोवन टूरिस्ट कॉम्पलेक्स
श्रेणीः इतिहास और संस्कृति
केंद्रशासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली हरे-भरे जंगलों, झरनों, टेढ़ी-मेढ़ी नदियों और हरी पहाड़ियों से भरा हुआ है। इस जमीन को जीव-जंतुओं और वनस्पतियों की कई आकर्षक किस्मों का उपहार मिला हुआ है। प्रकृति ने दादरा और नगर हवेली की शांत और ग्रामीण धरती पर खास मेहरबानी की है।
दादरा और नगर हवेली प्रशासन की ओर से विकसित सबसे प्रसिद्ध आकर्षण केंद्रों में से एक है-तपोवन टूरिस्ट कॉम्पलेक्स। इस टूरिस्ट कॉम्पलेक्स में तीन आरामदेह कॉटेज हैं। उनमें सभी तरह की आधुनिक सुख-सुविधाएं, एक रेस्त्रां और एक मनोरंजन पार्क हैं। कॉम्पलेक्स का रेस्त्रां मुंह में पानी ला देने वाले व्यंजन परोसताहै। तपोवन टूरिस्ट कॉम्पलेक्स का मनोरंजन पार्क एक अन्य आकर्षण है। यह रोमांचक तरीके से वक्त बिताने का आदर्श स्थान है।
तपोवन टूरिस्ट कॉम्पलेक्स दादरा और नगर हवेली में बिंद्राबिन में स्थित है। बिंद्राबिन केंद्रशासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली का राजधानी सिलवासा से महज 18 किलोमीटर और खानवेल से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जिससे आप टूरिस्ट कॉम्पलेक्स बड़ी आसानी से पहुंच सकते हैं। सिलवासा भारत के अन्य महत्वपूर्ण शहरों से अच्छे से जुड़ा हुआ है। बिंद्राबिन में तपोवन टूरिस्ट कॉम्पलेक्स के आसपास बहुत सलीके से तैयार बगीचा है। इसमें कई तरह के सजावटी और फूलों के पौधे लगे हैं। इस बगीचे में लगे कई फव्वारे इसकी खूबसूरती को और बढ़ा देते हैं।
बिंद्राबिन में भगवान शिव का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यहां दूरदराज से पर्यटक आते हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने और भगवान शिव के भक्तों की सुविधा के लिए विभाग ने यह तपोवन टूरिस्ट कॉम्पलेक्स बनवाया है।
हिरवा वन
श्रेणीः उद्यान
झरनों, आरामदेह बगीचों और मनोरम दृश्य मिलकर दादरा और नगर हवेली के हिरवा वन के खूबसूरत बगीचे का प्रतिनिधित्व करते हैं। सिलवासा-दादरा रोड पर मौजूद हिरवा वन दादरा और नगर हवेली के पर्यटन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। हिरवा वन कई पर्यटकों को आकर्षित करता है, जो यहां आकर इसकी खूबसूरती में बंधकर इसी जगह पर ज्यादा वक्त बिताने को मजबूर हो जाते हैं।
पर्यटकों के लिए हिरवा वन एक महत्वपूर्ण जगह है। खूबसूरती के सानिध्य में वक्त बिताने के लिए न केवल पर्यटक बल्कि बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी पहुंचते हैं। शहरों की व्यस्त दिनचर्या और भीड़ से दूर शांत और मनोरम वातावरण वाला हिरवा वन पर्यटकों को खुशी और विनोद से परिपूर्ण कर देता है।
प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर हिरवा वन पर्यटकों पर जादुई असर डालता है। हिरवा वन में पर्यटकों को बोटिंग, खेलों को खेलने जैसी कई मनोरंजक और तरोताजा कर देने वाली गतिविधियों की पेशकश करता है। हिरवा वन जैसी खूबसूरत जगह की यात्रा पर्यटकों को तरोताजा करती है। ऊर्जा बढ़ाती है और उत्साह भी।
यह जगह उनके लिए हैं जो अकेले वक्त बिताना चाहते हैं। हिरवा वन के खूबसूरत नजारे प्रकृति को काफी करीब से महसूस करने का मौका देते हैं। हिरवा वन के मनोरम दृश्य कवि की कल्पनाओं को साकार करता है। यहां के झरने और मौसमी फूलों से सजे भव्य बगीचे इस जगह की खूबसूरती को और बढ़ा देते हैं।
हिरवा वन बच्चों के साथ ही बड़ों में भी काफी लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह एक तरह का मनोरंजन पार्क है। हिरवा वन के आकर्षक और अतुलनीय प्राकृतिक सुंदरता के नजारे सही मायनों में साबित करते हैं कि दादरा और नगर हवेली पर कुदरत मेहरबान है।
आइलैंड गार्डन
श्रेणीः उद्यान
सिलवासा से सिर्फ पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित आइलैंड गार्डन पर्यटकों पर अपनी अमिट छाप छोड़ता है। खूबसूरत वनगंगा झील के क्रिस्टल-से साफ पानी की पृष्ठभूमि में स्थित यह आइलैंड गार्डन दादरा और नगर हवेली पर्यटन की ओर से आयोजित टूर्स का अहम हिस्सा है।
प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण आइलैंड गार्डन कई पर्यटकों का ध्यान खींचता है, जो इस खूबसूरत जगह को देखकर मंत्रमुग्ध रह जाते हैं। भव्य बगीचों से घिरे आइलैंड गार्डन के नजारे कवि की कल्पनाओं को धरती पर साकार करते नजर आते हैं।
शहरों की व्यस्त दिनचर्या से दूर शांत और खुशनुमा माहौल के बीच आइलैंड गार्डन पर्यटकों को संतुष्टि और खुशी की गहरी अनुभूति देता है। जॉगिंग के लिए लंबे हवादार रास्ते, क्रिस्टल से साफ पानी की झील और लकड़ी का पुल इस जगह की खूबसूरती और चमक को और भी बढ़ा देते हैं।
आइलैंड गार्डन बच्चों के साथ-साथ बड़ों का भी पसंदीदा पर्यटन स्थल है। यहां के नजारे ही इतने अद्भुत है कि जो भी देखता है, देखता ही रह जाता है। करीबी दोस्तों या परिजनों के साथ अकेले में कुछ वक्त बिताने के लिए आइलैंड गार्डन से अच्छी कोई जगह नहीं हो सकती। यह गार्डन प्रकृति के सानिध्य में अद्भुत अनुभव है।
आइलैंड गार्डन की खूबसूरत जगह पर्यटकों को कई तरह की मनोरंजक गतिविधियों की पेशकश करती है। खासकर उन लोगों के लिए जो तरोताजा कर देने वाली ऊर्जा और उत्साह चाहते हैं। वनगंगा झील बोटिंग के लिए अच्छी जगह है।
दादरा और नगर हवेली के सबसे ज्यादा पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक आइलैंड गार्डन दिमाग और शरीर को तनाव और खिंचाव से मुक्त करता है।
मिनी जू और बाल उद्यान
श्रेणीः मौज-मस्ती और मनोरंजन
बच्चों के आकर्षण का महत्वपूर्ण केंद्र है मिनी जू और बाल उद्यान। यह दादरा और नगर हवेली पर्यटन सर्किट का अनिवार्य हिस्सा है। बड़े भू-भाग में फैला मिनी जू और बाल उद्यान बच्चों के लिए खास तौर पर डिजाइन किया गया है। वे यहां कई तरह के जानवरों और बहुरंगी पक्षियों को देखने का आनंद उठा सकते हैं।
खूबसूरत बगीचों से घिरा मिनी जू और बाल उद्यान बच्चों के साथ ही बड़ों के लिए भी एक पसंदीदा पर्यटन स्थल है। मिनी जू में बच्चों को अलग-अलग प्रजातियों के जानवरों और पक्षियों को अनुभव करने का सुनहरा मौका मिलता है। मिनी जू और बाल उद्यान के मनोरंजक बगीचे में बच्चों के लिए कई रंग-बिरंगी झूले, मेरी-गो-राउंड और अन्य आकर्षण भी हैं।
सिलवासा में स्थित मनोरम मिनी जू और बाल उद्यान प्रकृति की गोद में आरामदेह वक्त बिताने के लिए एक आदर्श स्थान है। बड़े-बड़े अजगर, खेलते-कूदते बंदर और दैत्याकार मगरमच्छ इस जगह का महत्व और बच्चों का मजा कई गुना बढ़ा देते हैं। शहरों की भीड़-भाड़ से दूर और शांत माहौल की वजह से मिनी जू और बाल उद्यान पर्यटकों को नियमित दिनचर्या से मुक्ति दिलाता है। यह जगह पर्यटकों को कभी खत्म न होने वाली खुशी देती है। इससे वे अपनी खोई ऊर्जा और उत्साह फिर हासिल कर सकते हैं।
प्राकृतिक सुंदरता से ओत-प्रोत मिनी जू और बाल उद्यान की अपने मनोरम दृश्य बड़े बच्चों पर जादू करते हैं। खासकर आकर्षक जानवरों और रंग-बिरंगी पक्षियों को देखकर वे रोमांचित हो उठते हैं।
मिनी जू और बाल उद्यान तक सिलवासा शहर के किसी भी हिस्से से आसानी से पहुंचा जा सकता है। सिलवासा में महत्वपूर्ण लैंडमार्क है मिनी जू और बाल उद्यान। यह जगह बच्चों का परिचय जानवरों की खूबसूरत दुनिया से कराती है।
वनधारा उद्यान
श्रेणीः उद्यान
केंद्रशासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली की जमीन पर प्राकृतिक सुंदरता बिखरी पड़ी है। हरे-भरे जंगल, कल-कल करती बहती नदियां और झीलें इस जमीन की प्राचीन खूबसूरती मनोरम दृश्य बनाती है। सरल और मासूम लोगों की यह खूबसूरत और शांत धरती पर्यटकों को खूब पसंद आती है। दादरा और नगर हवेली की राजधानी सिलवासा में स्थित वनधारा उद्यान एक बेहद खूबसूरत गार्डन है।
सिलवासा का वनधारा उद्यान इस केंद्रशासित प्रदेश के बड़े पर्यटन आकर्षणों में से एक है। नदी के किनारे पर स्थित यह बेहद व्यवस्थित बगीचा है। सामान्य रोजमर्रा की जिंदगी से छुट्टी लेने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए यह एक आदर्श स्थान है। इस खूबसूरत बगीचे से नदी को निहारना अद्भुत है। वनधारा उद्यान के मलमल-से मुलायम लॉन पर पैदल चलना जिंदगी में कभी न भूलाने योग्य अनुभव है। पर्यटकों के लिए यहां कई स्थान हैं, जहां वे सुस्ता सकते हैं।
दादरा और नगर हवेली में स्थित यह वनधारा उद्यान सजावटी और फूलों की कई किस्मों के पौधों से सजा हुआ है। इस बगीचे में बहती ठंडी हवा के बीच घूमना और नदी में बहते पानी को देखना एक यादगार अनुभव है। अपने दोस्तों और परिजनों के साथ सिलवासा के वनधारा उद्यान में पिकनिक पर जाना अपनी छुट्टियों को बिताने का एक आदर्श तरीका होगा।
वनविहार टूरिस्ट कॉम्पलेक्स
श्रेणीः मौज-मस्ती और मनोरंजन
मनोरम दृश्यों के बीच वनविहार टूरिस्ट कॉम्पलेक्स पर्यटकों को बेहतरीन आवास सुविधाएं मुहैया कराता है। सुरम्य पहाड़ी शृंखला, हरे चारागाह और नदी की तेज धारा वनविहार की खूबसूरती को और बढ़ाते हैं। अपनी बेजोड़ प्राकृतिक सुंदरता की वजह से वनविहार पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह सुंदरता अपने मनोरम दृश्यों से पर्यटकों का मन मोह लेता है।
यह जगह सिलवासा से महज 20 किमी की दूरी पर स्थित है। खानवेल में बेहद सुंदर जगह पर बना है वनविहार टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स। यह खोई ऊर्जा और उत्साह फिर से हासिल करने के लिए एक आदर्श स्थान है। बड़े-बड़े बंगले और कॉटेज काफी सस्ते में विश्वस्तरीय सुविधाएं देते हैं।
दादरा और नगर हवेली पर्यटन विभाग कई टूर आयोजित करता है, लेकिन हर टूर में वनविहार एक स्थायी आकर्षण है। प्राकृतिक सुंदरता और बेहतरीन नजारों की वजह से वनविहार टूरिस्ट कॉम्पलेक्स पर्यटकों को प्रकृति के स्वर्गीय आनंद महसूस करने का मौका प्रदान करता है।
साकरतोड़ नदी की तेज धारा बोटिंग के लिए बेहतरीन जगह है। जिन्हें अकेलापन पसंद है, उन्हें वनविहार टूरिस्ट कॉम्पलेक्स के मनोरम दृश्य काफी पसंद आएंगे। वे प्रकृति की गोद में अपना कुछ समय गुजार सकते हैं।
वनविहार टूरिस्ट कॉम्पलेक्स का एक महत्वपूर्ण आकर्षण है-हिरण पार्क। इसमें सालभर पर्यटक आते हैं। बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी यह हिरण पार्क अद्भुत खुशी देता है। यहां दुर्लभ और लुप्तप्राय जानवरों के दर्शन भी आपको हो सकते हैं।
वनविहार टूरिस्ट कॉम्पलेक्स के आसपास की खूबसूरत और शांत जगह पर्यटकों को व्यस्त दिनचर्या की एकरसता से आजादी देती है।
वाटर स्पोर्ट्स सेंटर (जल क्रीडा केंद्र), दुधानी
श्रेणीः मौज-मस्ती और मनोरंजन
दुधानी का वाटर स्पोर्ट्स सेंटर रोमांच चाहने वाले पर्यटकों के लिए एकदम सही जगह है। दमनगंगा नदी के प्रवाह पर मधुबन बांध बना हुआ है। इससे दुधानी के करीब एक बड़ा वाटरफ्रंट बनता है। यह दादरा और नगर हवेली की राजधानी सिलवासा से करीब 40 किलोमीटर दूर है।
सिलवासा में और उसके आसपास कई पर्यटन स्थल है। पर्यटन विभाग ने इसे एडवेंचर स्पोर्ट्स का प्रमुख केंद्र बनाने के लिए खास कोशिशें की हैं। स्पीड बोट्स, वाटर स्कूटर्स, पैसेंजर बोट्स, बम्पर बोट्स, कयाक्स, कैनोज और एक्वा बाइक्र आपको जल क्रीड़ा केंद्र, दुधानी स्थित विभाग से मिलती है। ताकि पर्यटक विविध रोमांचक खेलों में भाग ले सके।
आप दादरा और नगर हवेली के मूल आदिवासियों की परंपरा, रीति-रिवाज, नृत्य और समारोह भी देख सकते हैं। इन मासूम लोगों की परंपराओं को इतना करीब से महसूस करना और उनसे बात करना एक अलग ही अनुभव है। दुधानी के जल क्रीड़ा केंद्र जाते वक्त रास्ते में आप सिलवासा के अन्य पर्यटन स्थलों जैसे-आदिवासी संग्रहालय जा सकते हैं। यहां आदिवासी संस्कृति को बहुत अच्छे-से प्रदर्शित किया गया है। सिलवासा भारत के अन्य प्रमुख महानगरों से सीधे जुड़ा हुआ है। मधुबन डैम के पानी में चमत्कृत कर देने वाले नजारे सालभर पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…