ज्वैलरी शेयरों में बढ़ी चमक…
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नई दिल्ली, 22 अक्टूबर। आभूषण कंपनियों के शेयरों ने हाल के महीनों में मजबूत प्रतिफल दिया है। उपभोक्ताओं की आवाजाही में तेजी आने और कोविड-19 के बाद मांग में सुधार आने से इन कंपनियों के कारोबार में इजाफा हुआ है। कल्याण ज्वैलर्स और पीसी ज्वैलर्स के शेयरों में वित्त वर्ष 2023 में अब तक 76 प्रतिशत और 365 प्रतिशत की तेजी आई है, जबकि टाइटन कंपनी का शेयर 3 प्रतिशत तक चढ़ा है, भले ही समान अवधि में सेंसेक्स 1 प्रतिशत कमजोर हुआ।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आपको पिछले कुछ महीनों में आभूषण कंपनियों के शेयरों में आई भारी तेजी के बावजूद इन्हें खरीदना चाहिए या नहीं? विश्लेषक आभूषण कंपनियों पर काफी हद तक आशान्वित बने हुए हैं, क्योंकि स्वर्ण कीमतों में नरमी और मौजूदा त्योहारी सीजन से लगातार मांग का परिवेश तैयार किया है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रमुख (रिटेल रिसर्च) दीपक जसानी ने कहा, ‘आभूषण कंपनियों पर हमारा नजरिया सकारात्मक है। हमने शादियों के सीजन के साथ फरवरी तक व्यस्त त्योहारी सीजन में प्रवेश किया है। मांग में तेजी दर्ज की जा रही है, क्योंकि लोग अब आभूषण पर ज्यादा खर्च कर रहे हैं।’
विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) ने भी मजबूत रिटेल मांग की जानकारी दी है, जिसका असर टाइटन और कल्याण ज्वैलर्स के ताजा बिजनेस अपडेट में स्पष्ट दिखा है। जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए अपने तिमाही-पूर्व अपडेट में टाइटन और कल्याण ज्वैलर्स की कुल सालाना बिक्री सकारात्मक उपभोक्ता धारणा और स्टोरों पर ग्राहकों की आवाजाही बढ़ने से 18 और 20 प्रतिशत की मजबूत दो अंक बढ़ने का अनुमान जताया गया।
कल्याण ज्वैलर्स ने कहा कि उसके व्यवसाय को ब्रांडेड रिटेल आउटलेटों पर जोर दिए जाने से मांग में आए बदलाव से लाभ मिला। एचएसबीसी ग्लोबल के अनुसार, खरीदार अनिवार्य हॉलमार्किंग और जीएसटी जैसे सुधारों की वजह से पारंपरिक रूप से छोटे, प्रमुख और परिवार-संचालित रिटेलरों से क्षेत्रीय/राष्ट्रीय श्रृंखलाओं की ओर रुख कर रहे हैं।
आईडीबीआई कैपिटल के शोध प्रमुख ए के प्रभाकर ने कहा, ‘असंगठित क्षेत्र से संगठित क्षेत्र में बदलाव मौजूदा संगठित क्षेत्र की कंपनियों के लिए लाभकारी है। इस क्षेत्र में आई मौजूदा तेजी इन कंपनियों के लिए बाजार भागीदारी वृद्धि के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।’
दीर्घावधि दांव के तौर पर प्रभाकर टाइटन और कल्याण ज्वैलर्स पर सकारात्मक बने हुए हैं, हालांकि उन्हें इस क्षेत्र में मौजूदा भारी तेजी आगे बरकरार रहने की संभावना नहीं है, क्योंकि उनका मानना है कि बाजार पर इन कंपनियों को मजबूत त्योहारी सीजन से मिलने वाले लाभ का असर पहले ही दिख चुका है। इसके अलावा, एचएसबीसी ग्लोबल ने हाल में ‘खरीदें’ रेटिंग के साथ कल्याण ज्वैलर्स पर अपना ध्यान बढ़ाना शुरू किया है।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों का कहना है कि दूसरी तिमाही में टाइटन की 18 प्रतिशत की आभूषण वृद्धि का मतलब है कि वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही के लिए चुनौतीपूर्ण लक्ष्य उसके वित्त वर्ष 2023 के अनुमान (32 प्रतिशत) को पूरा करने के नजदीक है। इसके अलावा, अमेरिकी में बढ़ती दरों की वजह से स्वर्ण कीमतें भी अब मार्च के ऊंचे स्तरों से करीब 18 प्रतिशत नीचे हैं।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…