गाजीपुर में दस्तावेज फर्जी पाये जाने पर दो शिक्षक बर्खास्त, वेतन राशि की वसूली के आदेश…
गाजीपुर (उप्र),। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नियुक्ति पाने वाले दो शिक्षकों को जांच के बाद सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि दोनों आरोपी शिक्षकों को वेतन के रूप में दी गई धनराशि की वसूली के आदेश दिये गये हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी, गाजीपुर के समक्ष फर्जी प्रमाणपत्र देकर 16 साल से अध्यापक के रूप में सेवा दे रही रीना मौर्या तथा सात साल पूर्व शिक्षक नियुक्त हुए श्रीप्रकाश यादव की जालसाजी पकड़ में आने पर दोनों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में तीन अधिकारियों की टीम ने जांच आरंभ किया तो यह तथ्य सामने आया कि प्राथमिक विद्यालय बद्दोपुर शिक्षा क्षेत्र बाराचंवर में तैनात शिक्षिका रीना मौर्या ने 10वीं और 12वीं पास का जो प्रमाणपत्र पेश किया, वह गलत और फर्जी है। मौर्या की नियुक्ति वर्ष 2007 में हुई थी।
इसी प्रकार वर्ष 2015 में नियुक्ति पाने वाले श्रीप्रकाश यादव का स्वतंत्रता संग्राम सेनानी प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया।
जिलाधिकारी ने शिकायत मिलने पर जांच के लिए जांच समिति गठित की थी। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार दोनों को बर्खास्त किया गया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत कुमार राव ने बताया कि दोनों शिक्षकों को बर्खास्त कर उनके विरुद्ध पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को दिया गया है।
उन्होंने बताया कि दोनों को वेतन के रूप में दी गई धनराशि को वसूलने की कार्रवाई करने का आदेश लेखाधिकारी को दिया गया है।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…