यूनानी चिकित्सकों को भी आयुर्वेद की तरह सर्जरी का अधिकार देने की सोनोवाल से की गई मांग…
नई दिल्ली, 20 अक्टूबर। यूनानी चिकित्सकों के संगठन ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल से आयुर्वेद की तरह ही यूनानी चिकित्सकों को सर्जरी का अधिकार देने और यूनानी चिकित्सा के लिए अलग बोर्ड बनाने की मांग की।
संगठन ने बुधवार को जारी एक बयान में बताया कि सोनोवाल ने ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस के उपाध्यक्ष डॉ एस. एम. हुसैन के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि यूनानी चिकित्सा पद्धति के विकास के लिए हर मुमकिन कोशिश की जाएगी।
बयान में संगठन के महासचिव डॉ सैयद अहमद खान ने कहा, “ मंत्री से यूनानी चिकित्सा का अलग से बोर्ड बनाए जाने, राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना करने, सीजीएचएस के तहत हर राज्य में यूनानी डिस्पेंसरी खोलने, आयुर्वेद की तरह यूनानी में भी सर्जरी का अधिकार दिए जाने की मांग की गई।”
केंद्रीय आयुष मंत्रालय के तहत आने वाले सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन ने 19 नवंबर 2020 को एक अधिसूचना जारी की थी । इसमें 58 तरह की शल्यक्रिया यानी सर्जरी का उल्लेख था, जो पोस्ट ग्रैजुएट आयुर्वेदिक चिकित्सक कर सकते है।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…