हिंदुस्तान में भरी हुंकार सबसे ज्यादा युवाओं का देश अब होगा हर प्रकार नशे से मुक्त…
नशा मुक्त भारत अभियान कौशल का के तहत “क्राइस्ट चर्च कालेज, हजरतगंज,लखनऊ ” में हजारों बच्चों ने संकल्प के साथ शुरू की मुहिम…
लखनऊ:- नशा मुक्त भारत अभियान कौशल का दो वर्ष पूर्ण होने पर पूरे देश भर में सरकारी स्कूल, प्राइवेट स्कूल मिशनरी स्कूलों, कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों के लाखों बच्चों को नशा मुक्त भारत बनाने के अभियान से जोड़ते हुए शपथ दिलाई गई।
जैसा की विदितहै सांसद वा केंद्र सरकार में राज्य मंत्री कौशल किशोर और विधायक जय देवी कौशल के पुत्र आकाश किशोर उर्फ़ जेबी की मृत्यु 19 अक्टूबर 2020 को नशे की वजह से हुई थीं। देश के अन्य युवकों को असामयिक मृत्यु से बचाने के लिए नशा मुक्त भारत अभियान शुरू किया गया ,इस अभियान को जन जागरूकता से जोड़ते हुए पूरे देश में करोड़ों लोगों ने नशा न करने का तथा हर दिन इस मुहिम को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है। इसी के तहत अवधी समाज संस्थान के सहयोग से कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
नशा मुक्त अभियान की संकल्प टीम से रीना त्रिपाठी ने कॉलेज के हजारों बच्चों को बताया कि नशा क्या होता है और इसको रोकने की जरूरत क्यों है देश के विकास में नशा क्यों बाधक है? नशा मुक्त अभियान चलाने की आवश्यकता क्यों पड़ी? और युवा ही देश के विकास की दूरी है इस मुहिम को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी उनके कंधों में हैं।
वही टीम से डॉ प्रियंका मौर्य ने बच्चों को बताया कि नशा करने से उनके शारीरिक विकास व मानसिक विकास में किस प्रकार की रुकावट आती है और किस प्रकार से शरीर के विभिन्न अंग बेकार हो जाते हैं। बचपन से ही नशे से नफरत करना जरूरी है ताकि जब यह पीढ़ी बड़ी हो तो नशे के खरीदार ही ना बचे।
टीम से सिद्धार्थ पाण्डेय उर्फ डम्पी ने बच्चों को असमय मौत का शिकार हुए आकाश किशोर की दुखद कहानी सुनाई और इस डर को बच्चों की आंखों में जीवंत किया और कहा की जीवन कितना कीमती है अतः इसे नशे से दूर रखें।
गौरव द्विवेदी ने कहा की जो लोग नशा करते हैं उन्हें बहुत ही दृढ़ संकल्पित होना होगा तभी नशे को हमेशा के लिए छोड़ पाएंगे बच्चों को अपने परिवार के सदस्यों को जागरूकता अभियान के तहत रुकना होगा जो कोई भी नशा करते हैं जो कोई भी नशा करते हैं ।
शिक्षिका रंजना श्रीवास्तव ने विद्यालय में जागरूकता अभियान के तहत निबंध लेखन पेंटिंग स्लोगन मेकिंग इत्यादि प्रतियोगिताएं कराने का आश्वासन दिया। ताकि बच्चे नशा मुक्त अभियान में अपनी सक्रिय प्रतिभागी ता निभा सके।
नशा मुक्ति अभियान की टीम ने अपने उद्देश्य को बताते हुए कहा कि यदि युवा खरीदारों की श्रृंखला तोड़ दी जाएगी तो निश्चित रूप से एक दिन नशे के खरीदार ही नहीं रहेंगे तो उसके व्यापार को भारी चोट आएगी और दुकानें बंद हो जाएंगे, नशे का डर लोगों में तेज़ी से नशे के ख़िलाफ़ पैदा हो रहा है जिसके कारण नशामुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का “ हिंदुस्तानियों नशा छोड़ों” मुहिम में तेज़ी से सभी वर्ग के लोग जुड़ रहे हैं।
नशा मुक्त नशा मुक्त अभियान में कॉलेज के प्रिंसिपल राकेश चत्री, कॉलेज की हेडमिस्ट्रेस सार्मिन रेणुका क्राफ्टेन होम ,डॉक्टर धर्मेश श्रीवास्तव, सिद्धार्थ पांडे, रंजना श्रीवास्तव, डॉ प्रियंका मौर्य, रीना त्रिपाठी गौरव द्विवेदी अभिषेक कुमार आदर्श सिंह हर्षित कुमार अमित अवस्थी एल्विन तथा सिराज ने टीम के तहत तथा कॉलेज के हजारों बच्चों ने प्रतिभाग किया।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…