कई राज्यों में बारिश ने किया जनजीवन बेहाल, फसलों को भारी नुकसान…
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में लगातार बारिश से नुकसान…
पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में सौ से अधिक सड़कें हुईं अवरुद्ध…
नई दिल्ली,। देश के कई हिस्सों में तीन दिनों से हो रही बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। इसके कारण अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है और दर्जनों मकान गिर चुके हैं। सड़कें क्षतिग्रस्त होने के साथ तालाब बन गयी हैं। शहरों, कस्बों और गांवों में घरों तक बारिश का पानी घुसा हुआ है। लगातार बारिश होने से फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
उत्तर प्रदेश में अब तक बारिश से 36 से अधिक लोगों की मौत होने और घायल होने की खबर है लेकिन अभी मौतों और घायलों की संख्या की अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में भी लगातार बारिश से आम जनजीवन प्रभावित होने के साथ ही सभी तरह की सौ से अधिक सड़कें अवरुद्ध हैं। बारिश से सर्वाधिक नुकसान उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में हुआ है। बारिश और बाढ़ का पानी कस्बों, शहरों और गांवों तक घुस गया है और फसलों और घरों को भी बहुत नुकसान हुआ है।
इसमें अकेले केवल अलीगढ़, ब्रज मंडल, बदायूं, शाहजहांपुर और पीलीभीत में चार-चार लोगों की मौत हुई है। सीतापुर, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर में भी इतने ही लोगों की जान गई है जबकि झांसी जिले में भी अलग-अलग स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने से छह लोगों की मौत हो गई है। हालांकि अभी तक राहत विभाग या शासन की ओर से इसके बारे में कोई सूचना नहीं जारी की है कि बारिश से कितनी जनहानि हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बारिश से प्रभावित जिलों में पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिये हैं।
मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी बारिश से बहुत नुकसान हुआ है। घरों के गिरने और घायल होने की सूचनाएं हैं। राजधानी दिल्ली में बारिश जन जीवन प्रभावित हुआ है। राजस्थान में भी प्रदेश की राजधानी समेत कई जिले प्रभावित हुए हैं। इससे जनजीवन प्रभावित हुआ है और फसलों को नुकसान पहुंचा है। कई जगहों पर सड़कों के क्षतिग्रस्त होने से जलभराव भी हुआ है। नदी-नाले लबालब हो गए। राज्य सरकार ने प्रभावितों की मदद के साथ फसलों के नुकसान का जायजा लेने की बात कही है।
उत्तराखंड में बारिश से अब तक जनहानि की कोई सूचना नहीं है लेकिन प्रदेश की सौ से अधिक सड़कें अवरुद्ध हैं। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग या राज्य मार्ग, एमडीआर, ओडीआर, वीआर या प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, हर प्रकार की सड़कें शामिल हैं। बारिश से डेढ़ सौ से अधिक बंद मार्गों को खोलने का काम चल रहा है। इन सड़कों को खोलने के लिए 170 मशीनें लगाई जा चुकी हैं। बारिश के कारण नैनीताल की झील लबालब हो गई है। कई बार गेट खोलकर पानी निकालना पड़ा है।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…